सोनीपत किडनी निकाले मामले में महिला की हुई मौत:डेढ साल बाद एक्सपायर; डेड बॉडी से लिपटकर मासूम बोला- डॉ ने मेरी मां छीन ली
सोनीपत के राजेंद्र नगर की महिला वीना की किडनी निकालने मामले में देर रात इलाज के दौरान रोहतक पीजीआई में मौत हो गई है। करीबन डेढ़ साल पहले निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर द्वारा सही किडनी निकाल दिए जाने के बाद वह लगातार डायलिसिस पर थीं। सोमवार को शाम को जैसे ही महिला का शव सोनीपत पहुंचा, 13 वर्षीय मासूम बेटे और पति का दर्द फूट पड़ा। मासूम ने हाथ में बैनर लेकर गली में मुर्दाबाद के नारे लगाए और मोदी तक बात पहुंचा एक्शन की मांग की है और पति आनंद ने न्याय की मांग की। मां की डेड बॉडी पहुंचते ही लिपटकर रोया मासूम वीना की मौत के बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर जब राजेंद्र नगर पहुंचा तो 13 साल का इकलौता मासूम अपनी मां की डेड बॉडी से लिपट गया और जोर-जोर से रोने लगा। करीबन 5 मिनट तक वह शव से लिपटा रहा। रोते-रोते मासूम बोला – “माँ तेरा बेटा तुझे न्याय दिलाएगा।” पिता और रिश्तेदार उसे हटाने की कोशिश करते रहे। बैनर लेकर गली में पहुंचा और किया विरोध जैसे ही परिजनों ने मासूम को शव से अलग किया तो वह बैनर लेकर गली में पहुंच गया और डॉक्टर व अस्पताल के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगा। रोते हुए हाथ जोड़कर मासूम कहता रहा – “मेरी मां के साथ डॉक्टर ने क्या कर दिया।” बच्चा बोला कि अब उसकी मां नहीं रही लेकिन फिर भी वह गिड़गिड़ाता रहा कि “मेरी मां को ठीक कर दो।” डॉक्टर ने मां को छीन लिया, मेरा कोई नहीं रहा इसी दौरान जहां परिवारजन वीना की अंतिम विदाई की तैयारी कर रहे थे, वहीं मासूम बच्चा गली में खड़े लोगों से अपील कर रहा था कि जोर से नारे लगाओ ताकि डॉक्टर की बैंड बज सके। बच्चा रोते हुए बोला – “डॉक्टर साहब मुबारक हो आपको, मेरी मां चली गई है, मेरा अब कोई नहीं रहा।” इसके बाद भी वह बैनर लेकर लगातार विरोध करता रहा। अंतिम विदाई पर भी जताया विरोध मां के शव पर चुन्नी चढ़ाई जा रही थी, तभी बच्चा रोते हुए बोला – “मेरी मम्मी को गर्मी लगेगी।” उसने जमकर विरोध किया और कहा – “माँ अपने बेटे पर विश्वास रखना, मैं डॉक्टर को सजा दिलाकर ही दम लूंगा।” बच्चे का गला सूख चुका था लेकिन उसने हार नहीं मानी और लगातार नारेबाजी करता रहा। उम्मीद थी कि मम्मी ठीक हो जाएंगी रोते-बिलखते बच्चे ने बताया कि कुछ दिन पहले तक उसकी मां की तबीयत ठीक थी। लेकिन अचानक खून आने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया और फिर रोहतक रेफर किया गया। मासूम बोला – “सोचा था कि रोहतक में मम्मी ठीक हो जाएंगी, लेकिन अब वो हमेशा के लिए चली गईं।” मोदी तक पहुंचाओ, डॉक्टर को फांसी दो बच्चे ने कहा कि उसकी मां का इलाज ट्यूलिप हॉस्पिटल में हुआ था। वह रोते हुए बोला – “एक किडनी की जगह दोनों किडनी निकाल दी। अब देखो मेरी मम्मी अर्थी पर लेटी है। मोदी तक यह बात पहुंचा दो ताकि एक्शन हो सके और डॉक्टर को फांसी पर चढ़ाया जाए।” बच्चा कहता रहा कि डॉक्टर ने उसकी मां को छीन लिया और अब वह जूस पी रहा होगा जबकि उनका परिवार रो रहा है। पति आनंद का दर्द – डेढ़ साल से न्याय की लड़ाई महिला के पति आनंद ने बताया कि करीब डेढ साल पहले पत्नी को पथरी की समस्या थी। इलाज के लिए वे ट्यूलिप हॉस्पिटल गए थे, जहां डॉक्टर ने एक खराब किडनी की जगह स्वस्थ किडनी भी निकाल दी। उन्होंने कहा कि एक किडनी 16% काम कर रही थी और दूसरी बिल्कुल ठीक थी। आनंद ने रोते हुए कहा – “आज मेरी पत्नी की मौत हो गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डॉक्टर की डिग्री रद्द होनी चाहिए ताकि वह कहीं और प्रैक्टिस न कर सके।” अब पढ़िए पूरा मामला... महिला को लेफ्ट साइड थी पथरी: सोनीपत डाकघर के पास राजेंद्र नगर में रहने वाले आनंद ने बताया कि उसकी पत्नी वीना रानी लेफ्ट साइड की किडनी में पथरी होने की वजह से परेशान रहती थी। पत्नी का इलाज सोनीपत के ट्यूलिप अस्पताल के डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा के पास चल रहा था। इसी साल 27 अप्रैल 2024 को डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा ने उन्हें बताया कि वीना रानी की लेफ्ट साइड की किडनी पथरी के कारण पूरी तरह से खराब हो चुकी है। किडनी को तुरंत ऑपरेशन करके बाहर निकलना पड़ेगा। डॉक्टर बोले- महिला का ऑपरेशन सफल: डॉक्टर ने बताया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पत्नी की जान भी जा सकती है। उसने डॉक्टर रंधावा पर विश्वास करके वीना रानी को 29 अप्रैल 2024 को अस्पताल में दाखिल करवा दिया। इसके बाद 1 मई को सुबह वीना को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। लगभग 2 बजे पत्नी को ऑपरेशन थिएटर से बाहर लाया गया। डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा ने उन्हें ऑपरेशन सफल होने की सूचना दी। डॉक्टर हाथ जोड़ कर बोला- गलती हो गई:इसके बाद में वह पत्नी से मिलने ICU में गया तो देखा कि वीना की कोई भी मूवमेंट नहीं हो रही थी। वह शिकायत लेकर तुरंत डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा के पास गया। इस पर डॉक्टर ने उसके सामने पत्नी की सारी रिपोर्ट दोबारा से देखी। रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर ने दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है। गलती से वीना की दोनों किडनी निकाल दी हैं। वहीं इस मामले में सोनीपत के निजी अस्पताल के डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा पर करीबन एक साल पहले FIR दर्ज हुई थी।
सोनीपत के राजेंद्र नगर की महिला वीना की किडनी निकालने मामले में देर रात इलाज के दौरान रोहतक पीजीआई में मौत हो गई है। करीबन डेढ़ साल पहले निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर द्वारा सही किडनी निकाल दिए जाने के बाद वह लगातार डायलिसिस पर थीं। सोमवार को शाम को जैसे ही महिला का शव सोनीपत पहुंचा, 13 वर्षीय मासूम बेटे और पति का दर्द फूट पड़ा। मासूम ने हाथ में बैनर लेकर गली में मुर्दाबाद के नारे लगाए और मोदी तक बात पहुंचा एक्शन की मांग की है और पति आनंद ने न्याय की मांग की। मां की डेड बॉडी पहुंचते ही लिपटकर रोया मासूम वीना की मौत के बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर जब राजेंद्र नगर पहुंचा तो 13 साल का इकलौता मासूम अपनी मां की डेड बॉडी से लिपट गया और जोर-जोर से रोने लगा। करीबन 5 मिनट तक वह शव से लिपटा रहा। रोते-रोते मासूम बोला – “माँ तेरा बेटा तुझे न्याय दिलाएगा।” पिता और रिश्तेदार उसे हटाने की कोशिश करते रहे। बैनर लेकर गली में पहुंचा और किया विरोध जैसे ही परिजनों ने मासूम को शव से अलग किया तो वह बैनर लेकर गली में पहुंच गया और डॉक्टर व अस्पताल के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगा। रोते हुए हाथ जोड़कर मासूम कहता रहा – “मेरी मां के साथ डॉक्टर ने क्या कर दिया।” बच्चा बोला कि अब उसकी मां नहीं रही लेकिन फिर भी वह गिड़गिड़ाता रहा कि “मेरी मां को ठीक कर दो।” डॉक्टर ने मां को छीन लिया, मेरा कोई नहीं रहा इसी दौरान जहां परिवारजन वीना की अंतिम विदाई की तैयारी कर रहे थे, वहीं मासूम बच्चा गली में खड़े लोगों से अपील कर रहा था कि जोर से नारे लगाओ ताकि डॉक्टर की बैंड बज सके। बच्चा रोते हुए बोला – “डॉक्टर साहब मुबारक हो आपको, मेरी मां चली गई है, मेरा अब कोई नहीं रहा।” इसके बाद भी वह बैनर लेकर लगातार विरोध करता रहा। अंतिम विदाई पर भी जताया विरोध मां के शव पर चुन्नी चढ़ाई जा रही थी, तभी बच्चा रोते हुए बोला – “मेरी मम्मी को गर्मी लगेगी।” उसने जमकर विरोध किया और कहा – “माँ अपने बेटे पर विश्वास रखना, मैं डॉक्टर को सजा दिलाकर ही दम लूंगा।” बच्चे का गला सूख चुका था लेकिन उसने हार नहीं मानी और लगातार नारेबाजी करता रहा। उम्मीद थी कि मम्मी ठीक हो जाएंगी रोते-बिलखते बच्चे ने बताया कि कुछ दिन पहले तक उसकी मां की तबीयत ठीक थी। लेकिन अचानक खून आने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया और फिर रोहतक रेफर किया गया। मासूम बोला – “सोचा था कि रोहतक में मम्मी ठीक हो जाएंगी, लेकिन अब वो हमेशा के लिए चली गईं।” मोदी तक पहुंचाओ, डॉक्टर को फांसी दो बच्चे ने कहा कि उसकी मां का इलाज ट्यूलिप हॉस्पिटल में हुआ था। वह रोते हुए बोला – “एक किडनी की जगह दोनों किडनी निकाल दी। अब देखो मेरी मम्मी अर्थी पर लेटी है। मोदी तक यह बात पहुंचा दो ताकि एक्शन हो सके और डॉक्टर को फांसी पर चढ़ाया जाए।” बच्चा कहता रहा कि डॉक्टर ने उसकी मां को छीन लिया और अब वह जूस पी रहा होगा जबकि उनका परिवार रो रहा है। पति आनंद का दर्द – डेढ़ साल से न्याय की लड़ाई महिला के पति आनंद ने बताया कि करीब डेढ साल पहले पत्नी को पथरी की समस्या थी। इलाज के लिए वे ट्यूलिप हॉस्पिटल गए थे, जहां डॉक्टर ने एक खराब किडनी की जगह स्वस्थ किडनी भी निकाल दी। उन्होंने कहा कि एक किडनी 16% काम कर रही थी और दूसरी बिल्कुल ठीक थी। आनंद ने रोते हुए कहा – “आज मेरी पत्नी की मौत हो गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डॉक्टर की डिग्री रद्द होनी चाहिए ताकि वह कहीं और प्रैक्टिस न कर सके।” अब पढ़िए पूरा मामला... महिला को लेफ्ट साइड थी पथरी: सोनीपत डाकघर के पास राजेंद्र नगर में रहने वाले आनंद ने बताया कि उसकी पत्नी वीना रानी लेफ्ट साइड की किडनी में पथरी होने की वजह से परेशान रहती थी। पत्नी का इलाज सोनीपत के ट्यूलिप अस्पताल के डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा के पास चल रहा था। इसी साल 27 अप्रैल 2024 को डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा ने उन्हें बताया कि वीना रानी की लेफ्ट साइड की किडनी पथरी के कारण पूरी तरह से खराब हो चुकी है। किडनी को तुरंत ऑपरेशन करके बाहर निकलना पड़ेगा। डॉक्टर बोले- महिला का ऑपरेशन सफल: डॉक्टर ने बताया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पत्नी की जान भी जा सकती है। उसने डॉक्टर रंधावा पर विश्वास करके वीना रानी को 29 अप्रैल 2024 को अस्पताल में दाखिल करवा दिया। इसके बाद 1 मई को सुबह वीना को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। लगभग 2 बजे पत्नी को ऑपरेशन थिएटर से बाहर लाया गया। डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा ने उन्हें ऑपरेशन सफल होने की सूचना दी। डॉक्टर हाथ जोड़ कर बोला- गलती हो गई:इसके बाद में वह पत्नी से मिलने ICU में गया तो देखा कि वीना की कोई भी मूवमेंट नहीं हो रही थी। वह शिकायत लेकर तुरंत डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा के पास गया। इस पर डॉक्टर ने उसके सामने पत्नी की सारी रिपोर्ट दोबारा से देखी। रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर ने दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है। गलती से वीना की दोनों किडनी निकाल दी हैं। वहीं इस मामले में सोनीपत के निजी अस्पताल के डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा पर करीबन एक साल पहले FIR दर्ज हुई थी।