मुजफ्फरनगर पिन्ना रजवाहे किनारे बनी सड़क 8 दिन में उखड़ी:किसान ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, भ्रष्टाचार की जांच की मांग
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित एक सड़क में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। बघरा ब्लॉक के पिन्ना गांव में रजवाहे चरथावल पटरी पर बनी यह सड़क मात्र आठ दिन में ही उखड़ गई। स्थानीय किसान और आरटीआई कार्यकर्ता सुमित मलिक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। मलिक ने अपने पत्र में दावा किया है कि अधीक्षण अभियंता, विकासखंड गंगा नहर सिंचाई विभाग, मुजफ्फरनगर द्वारा 6-7 किलोमीटर से अधिक लंबी यह सड़क मात्र एक सप्ताह में बनाई गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता से समझौता किया गया, जिसके वीडियो फुटेज भी उपलब्ध हैं। सुमित मलिक ने सिंचाई विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से निर्माण में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, सड़क की पटरी पर घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिससे इसकी मजबूती पर सवाल उठ रहे हैं। मलिक ने मांग की है कि सड़क की गुणवत्ता की जांच कराई जाए और एक जांच कमेटी गठित कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। मलिक ने यह भी उल्लेख किया कि यह सड़क ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई और परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है। भ्रष्टाचार के कारण इसके जल्दी खराब होने से किसानों को नुकसान होगा। उन्होंने सरकारी धन के दुरुपयोग को रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस शिकायत की प्रतिलिपि सहारनपुर मंडल के कमिश्नर और मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी को भी भेजी गई है। यह मामला उत्तर प्रदेश में सिंचाई विभाग से जुड़े भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों को उजागर करता है, जहां हाल के वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क और नहर निर्माण में अनियमितताओं की कई शिकायतें सामने आई हैं।



