अब अतिक्रमणकारियों से किराया भी वसूल होगाः विकास शर्मा
अब अतिक्रमणकारियों से किराया भी वसूल होगाः विकास शर्मा
अब अतिक्रमणकारियों से किराया भी वसूल होगाः विकास शर्मा
- खेड़ा में धार्मिक संस्था की आड़ में जमीन कब्जाने के मामले में मेयर ने दिखाये तीखे तेवर
रूद्रपुर। महापौर विकास शर्मा ने खेड़ा में धार्मिक संस्था की आड़ में लंबे समय से कब्जाई गई भूमि के मामले में एक बार फिर स्पष्ट और सख्त तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा कब्जाई गई लगभग आठ एकड़ भूमि से अब तक का किराया भी वसूल किया जाएगा। जल्द ही नगर निगम द्वारा संस्था को नोटिस भेजा जाएगा और वसूली की कार्रवाई आरंभ होगी।
महापौर विकास शर्मा ने मंगलवार को नगर निगम में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश में लैंड जिहाद और अतिक्रमण के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत रूद्रपुर नगर निगम भी तत्पर है। पिछले दिनों खेड़ा में धार्मिक संस्था की आड़ में कब्जाई गई भूमि को प्रशासन ने खाली कराया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ लोगों ने माननीय हाईकोर्ट में भ्रामक जानकारी देकर समाज को भ्रमित करने की कोशिश की, जबकि वास्तविकता यह है कि न्यायालय द्वारा केवल सात दिन के लिए स्टे दिया गया था, जो बुधवार को समाप्त हो रहा है। इसके बाद नगर निगम भूमि पर चारदीवारी निर्माण का कार्य शुरू करेगा। आने वाले दिनों में इस भूमि पर गरीब बच्चियों के लिए इंटर कालेज खोला जायेगा। इसके साथ ही यहां पर पर्यावरण मित्रों के आवास की योजना भी तैयार की जायेगी।
महापौर ने कहा कि यदि दूसरे पक्ष के लोग ट्रिब्यूनल का रुख करेंगे, तो नगर निगम मजबूती से पैरवी करेगा, क्योंकि उक्त भूमि के पुख्ता रिकॉर्ड मौजूद हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पिछले कई दशकों से कब्जाई गई जमीन का किराया अब संस्था से वसूला जाएगा। महापौर ने यह संदेश देते हुए कहा कि अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और किसी भी धर्म या समुदाय के व्यक्ति को सरकारी जमीन पर कब्जा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
महापौर विकास शर्मा ने शहर के अन्य हिस्सों में भी अतिक्रमण मुक्तिकरण की योजनाओं का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा चौक पर बचे हुए अतिक्रमण को हटाकर चौराहे का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही कल्याणी नदी के किनारे भी अतिक्रमण हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व मेयर रामपाल सिंह के कार्यकाल में कल्याणी नदी के संरक्षण के लिए बनाया 300 करोड़ का प्रोजेक्ट शासन स्तर पर लंबित था इस प्रोजेक्ट की शासन स्तर पर पैरवी हुई है, जिसके तहत इस माह के अंत तक शासनादेश जारी होने की उम्मीद है। जिसके बाद कल्याणी नदी के कल्याण के लिए काम शुरू होगा। कल्याणी नदी को मूल स्वरूप में वापस लाने के लिए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जायेगी,जो जरूरतमंद हैं उन्हें दूसरे स्थान पर पुनर्वासित किया जायेगा।
झील के सामने लगने वाले जाम के सम्बंध में महापौर ने कहा कि पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर नगर निगम यातायता व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए भी लगातार प्रयासरत है। पुलिस अधिकारियों के साथ इस सम्बंध में बैठक हुई है,जिसमें यातायात व्यवस्था को लेकर फैसले लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि झील के सामने सोमवार को लगने वाले बाजार से जो जाम की स्थति पैदा होती है, उसके लिए नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं, बाजार संचालन में यदि मानकों का पालन नहीं हो रहा है तो इसका लाईसेंस कैंसल किया जायेगा। इसके साथ ही महापौर ने कहा कि गंगापुर रोड पर स्कूली बच्चों की आवाजाही को देखते हुए जल्द ही सुबह 7 से 9 बजे और शाम को 2 बजे से 4 बजे तक बड़े वाहनों की आवाजाही बंद की जायेगी इसके लिए बूम बैरियर लगाये जायेंगे। इसके बाद इसी तरह की व्यवस्था को काशीपुर बाईपास मार्ग पर भी लागू किया जायेगा। जाम से निकपटने के लिए शहर में विभिन्न स्थानों पर खुले हुए कट बंद कराये जायेंगे।
महापौर ने कहा कि शहर को आदर्श शहर बनाने के लिए नगर निगम प्रतिबद्ध है। जल्द ही नगर निगम मांस विक्रेताओं पर भी लगाम कसने जा रहा हैं, मांस विक्रेताओं के लिए नगर निगम एक एसओपी जारी करने जा रहा है, जो भी मांस विक्रेता एसओपी का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जानवर को स्लाटर हाउस में ही काटने की अनुमति होगी इसके अलावा मांस की दुकानों पर नियमों की अनदेखी किसी भी सूरत में नहीं होने दी जायेगी।
महापौर विकास शर्मा ने अंत में यह स्पष्ट किया कि नगर निगम का लक्ष्य रूद्रपुर को आदर्श और व्यवस्थित शहर बनाना है। अतिक्रमण, अव्यवस्था और नियमों की अनदेखी पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कड़ा प्रशासनिक हस्तक्षेप जारी रहेगा।



