राहुल की सांसदों के साथ बैठक में नहीं पहुंचे थरूर:कोलकाता में दोस्त की शादी में गए; लगातार तीसरी बार कांग्रेस मीटिंग अटेंड नहीं की
कांग्रेस सांसद शशि थरूर शुक्रवार को संसद भवन के एनेक्स एक्सटेंशन बिल्डिंग में कांग्रेस सांसदों की बैठक में शामिल नहीं हुए। राहुल गांधी की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। इसमें 99 सांसद शामिल हुए थे। बैठक में शीतकालीन सत्र के दौरान अब तक पार्टी के सांसदों के परफॉर्मेंस की समीक्षा की गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार, थरूर ने पहले ही पार्टी को अपनी गैरहाजिरी के बारे में जानकारी दे दी थी। थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गुरुवार को बताया था कि वे कोलकाता में अपने एक पुराने दोस्त की शादी में पहुंचे हैं। यह लगातार तीसरी बार है, जब थरूर शीतकालीन सत्र से जुड़ी अहम बैठक में गैरहाजिर रहे। थरूर इससे पहले नवंबर में कांग्रेस की दो बड़ी बैठकों में शामिल नहीं हुए थे। पहली बैठक 30 नवंबर को हुई थी। यह रणनीतिक बैठक सोनिया गांधी ने बुलाई थी। दूसरी बैठक 18 नवंबर को हुई थी। इसमें SIR प्रक्रिया को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई थी। थरूर ने खराब तबीयत-बुजुर्ग मां का हवाला दिया 30 नवंबर : थरूर ने सफाई दी- मीटिंग छोड़ी नहीं, प्लेन में था थरूर ने सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली रणनीति बैठक अटेंड नहीं करने के सवाल पर 1 दिसंबर को संसद के बाहर मीडिया को जवाब दिया। उन्होंने कहा- मैंने बैठक छोड़ी नहीं थी, मैं केरल से आ रहा था और प्लेन में था। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया थरूर अपनी 90 साल की मां का जन्मदिन मनाने के लिए केरल गए थे। 18 नवंबर : पार्टी मीटिंग से एक दिन पहले PM के साथ कार्यक्रम में गए थे 18 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेसिव रिवीजन (SIR) पर कांग्रेस सांसदों की एक अहम बैठक बुलाई थी। थरूर इसमें भी शामिल होने नहीं पहुंचे। बाद में उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया। हालांकि, इससे एक दिन पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। थरूर ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की तारीफ करते हुए उनकी तस्वीरें भी पोस्ट कीं। कई कांग्रेस नेताओं ने इसको लेकर थरूर की आलोचना की थी। कांग्रेस नेताओं ने कहा- थरूर को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनाते और संदीप दीक्षित ने प्रधानमंत्री के भाषण को खारिज करते हुए थरूर की टिप्पणियों पर सवाल उठाए। संदीप दीक्षित ने तो यहां तक कह दिया कि अगर थरूर को प्रधानमंत्री इतने प्रभावशाली लगे तो उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए। पुतिन के डिनर में थरूर को बुलाया, राहुल-खड़गे को न्योता नहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर उनके सम्मान में 7 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन में डिनर आयोजित किया गया था। इसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया है। हालांकि, कांग्रेस के ही सांसद शशि थरूर को बुलाया गया था। थरूर के न्योता स्वीकार करने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा- अगर हमारे नेता को बुलाकर हमें बुलाया गया, तो हमें अपनी अंतरात्मा से सवाल करना चाहिए। किसे बुलाया है और किसे नहीं, इसमें राजनीति खेली गई है। इसे स्वीकार करना भी सवाल उठाता है। ----------------------------- शशि थरूर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... थरूर ने वीर सावरकर अवॉर्ड लेने से इनकार किया:बोले-आयोजकों ने बिना पूछे नाम घोषित किया; NGO का दावा- कांग्रेस सांसद ने सहमति दी थी कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 10 दिसंबर को X पर एक पोस्ट में वीर सावरकर अवॉर्ड को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने कहा- मैं ये अवॉर्ड लेने नहीं जा रहा हूं। मुझे इसके बारे में केरल में रहते हुए मीडिया रिपोर्ट्स से ही जानकारी मिली। कांग्रेस सांसद ने कहा कि आयोजकों ने बिना पूछे मेरा नाम घोषित किया है। वहीं, अवॉर्ड देने वाले NGO ने थरूर के दावे को गलत बताया। पूरी खबर पढ़ें...
कांग्रेस सांसद शशि थरूर शुक्रवार को संसद भवन के एनेक्स एक्सटेंशन बिल्डिंग में कांग्रेस सांसदों की बैठक में शामिल नहीं हुए। राहुल गांधी की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। इसमें 99 सांसद शामिल हुए थे। बैठक में शीतकालीन सत्र के दौरान अब तक पार्टी के सांसदों के परफॉर्मेंस की समीक्षा की गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार, थरूर ने पहले ही पार्टी को अपनी गैरहाजिरी के बारे में जानकारी दे दी थी। थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गुरुवार को बताया था कि वे कोलकाता में अपने एक पुराने दोस्त की शादी में पहुंचे हैं। यह लगातार तीसरी बार है, जब थरूर शीतकालीन सत्र से जुड़ी अहम बैठक में गैरहाजिर रहे। थरूर इससे पहले नवंबर में कांग्रेस की दो बड़ी बैठकों में शामिल नहीं हुए थे। पहली बैठक 30 नवंबर को हुई थी। यह रणनीतिक बैठक सोनिया गांधी ने बुलाई थी। दूसरी बैठक 18 नवंबर को हुई थी। इसमें SIR प्रक्रिया को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई थी। थरूर ने खराब तबीयत-बुजुर्ग मां का हवाला दिया 30 नवंबर : थरूर ने सफाई दी- मीटिंग छोड़ी नहीं, प्लेन में था थरूर ने सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली रणनीति बैठक अटेंड नहीं करने के सवाल पर 1 दिसंबर को संसद के बाहर मीडिया को जवाब दिया। उन्होंने कहा- मैंने बैठक छोड़ी नहीं थी, मैं केरल से आ रहा था और प्लेन में था। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया थरूर अपनी 90 साल की मां का जन्मदिन मनाने के लिए केरल गए थे। 18 नवंबर : पार्टी मीटिंग से एक दिन पहले PM के साथ कार्यक्रम में गए थे 18 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेसिव रिवीजन (SIR) पर कांग्रेस सांसदों की एक अहम बैठक बुलाई थी। थरूर इसमें भी शामिल होने नहीं पहुंचे। बाद में उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया। हालांकि, इससे एक दिन पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। थरूर ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की तारीफ करते हुए उनकी तस्वीरें भी पोस्ट कीं। कई कांग्रेस नेताओं ने इसको लेकर थरूर की आलोचना की थी। कांग्रेस नेताओं ने कहा- थरूर को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनाते और संदीप दीक्षित ने प्रधानमंत्री के भाषण को खारिज करते हुए थरूर की टिप्पणियों पर सवाल उठाए। संदीप दीक्षित ने तो यहां तक कह दिया कि अगर थरूर को प्रधानमंत्री इतने प्रभावशाली लगे तो उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए। पुतिन के डिनर में थरूर को बुलाया, राहुल-खड़गे को न्योता नहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर उनके सम्मान में 7 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन में डिनर आयोजित किया गया था। इसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया है। हालांकि, कांग्रेस के ही सांसद शशि थरूर को बुलाया गया था। थरूर के न्योता स्वीकार करने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा- अगर हमारे नेता को बुलाकर हमें बुलाया गया, तो हमें अपनी अंतरात्मा से सवाल करना चाहिए। किसे बुलाया है और किसे नहीं, इसमें राजनीति खेली गई है। इसे स्वीकार करना भी सवाल उठाता है। ----------------------------- शशि थरूर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... थरूर ने वीर सावरकर अवॉर्ड लेने से इनकार किया:बोले-आयोजकों ने बिना पूछे नाम घोषित किया; NGO का दावा- कांग्रेस सांसद ने सहमति दी थी कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 10 दिसंबर को X पर एक पोस्ट में वीर सावरकर अवॉर्ड को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने कहा- मैं ये अवॉर्ड लेने नहीं जा रहा हूं। मुझे इसके बारे में केरल में रहते हुए मीडिया रिपोर्ट्स से ही जानकारी मिली। कांग्रेस सांसद ने कहा कि आयोजकों ने बिना पूछे मेरा नाम घोषित किया है। वहीं, अवॉर्ड देने वाले NGO ने थरूर के दावे को गलत बताया। पूरी खबर पढ़ें...