रेवाड़ी शहर का मॉडल टाउन, सरकूलर रोड जलमग्न:7 गांवों की 3600 एकड़ भूमि जलमग्न, 792 किसान हुए हैं प्रभावित

रेवाड़ी में सोमवार दोपहर को हुई बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं जिले के 7 गांवों में 3600 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई है। सबसे अधिक समस्या रतनथल गांव के किसानों को आ रही है। रतनथल गांव की करीब 1600 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई है। रेवाड़ी में बारिश् से हुए लभराव के कारण खासकर स्कूली बच्चों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल की छुट्‌टी के समय बारिश हुई तो स्कूली बच्चे पानी के बीच से ही घरों के लिए स्कूल से निकले। बारिश के कारण सरकूलर रोड पर जाम के हालात भी बने रहे। जाम खुलवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के जवान चौक-चौराहों पर डटे रहे। किसान बोले : मुआवजा दे सरकार रतनथल गांव के किसानों ने बताया कि करीब 1600 एकड़ भूमि जलमग्न होने के कारण किसानों को बड़ी दिक्कत आ रही है। फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। किसान नीरज ने बताया कि गांव में 4 साल से इस समस्या से जूझ रहे हैं। समस्या से निपटने के लिए पंपिंग स्टेशन बनाया गया था, जो काम नहीं कर रहा है। ऐसे में बारिश का पानी खेतों में खड़ा रहता है। बारिश के पानी के कारण अब किसान लंबे समय तक फसल नहीं ले पाएंगे।

Sep 1, 2025 - 15:41
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रेवाड़ी शहर का मॉडल टाउन, सरकूलर रोड जलमग्न:7 गांवों की 3600 एकड़ भूमि जलमग्न, 792 किसान हुए हैं प्रभावित
रेवाड़ी में सोमवार दोपहर को हुई बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं जिले के 7 गांवों में 3600 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई है। सबसे अधिक समस्या रतनथल गांव के किसानों को आ रही है। रतनथल गांव की करीब 1600 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई है। रेवाड़ी में बारिश् से हुए लभराव के कारण खासकर स्कूली बच्चों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल की छुट्‌टी के समय बारिश हुई तो स्कूली बच्चे पानी के बीच से ही घरों के लिए स्कूल से निकले। बारिश के कारण सरकूलर रोड पर जाम के हालात भी बने रहे। जाम खुलवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के जवान चौक-चौराहों पर डटे रहे। किसान बोले : मुआवजा दे सरकार रतनथल गांव के किसानों ने बताया कि करीब 1600 एकड़ भूमि जलमग्न होने के कारण किसानों को बड़ी दिक्कत आ रही है। फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। किसान नीरज ने बताया कि गांव में 4 साल से इस समस्या से जूझ रहे हैं। समस्या से निपटने के लिए पंपिंग स्टेशन बनाया गया था, जो काम नहीं कर रहा है। ऐसे में बारिश का पानी खेतों में खड़ा रहता है। बारिश के पानी के कारण अब किसान लंबे समय तक फसल नहीं ले पाएंगे।