दादरी में रात 1 बजे से किसानों की कतार:खाद के लिए घंटों तक बारिश-पानी में डटे रहे; पुलिस से झड़प, कई बार भगदड़
चरखी दादरी में पुरानी अनाज मंडी में सरसों की फसल के लिए खाद लेने के लिए किसान रात 1 बजे से ही दुकान के आगे लाइन लगा कर बैठ गए। इस दौरान तेज बारिश भी हुई। बारिश के कारण मंडी में पानी भर गया, लेकिन किसान पानी में भी लाइन लगा कर घंटों खड़े रहे। महिलाएं-बच्चे भी भूखे प्यासे यहां लाइन में थे। बाद में पुलिस की मौजूदगी में खाद बांटा गया। हालांकि नंबर को लेकर किसानों व पुलिस में झड़प भी हुई। सुबह 10 बजे पहली पर्ची कटी
दादरी के लगभग 15 गावों के खेतों में बारिश का पानी भरा हुआ है। ऐसी परिस्थिति में भी किसान अपनी बाजरा और कपास की फसल को छोड़ कर सरसों की फसल के लिए रात को 1 बजे से तेज बारिश में खाद वितरण केंद्र के आगे खड़े हुए हैं। हालांकि काफी मशक्कत के बाद खाद की पहली पर्ची सुबह 10 बजे कटी। खाद के लिए एक ही परिवार के तीन से चार सदस्य आधार कार्ड लिए सुबह से लाइन में खड़े रहे। किसान बोले- दुकानदार कर रहे स्टॉक ढाणी फोगाट गांव से खाद लेने आए किसान प्रवीण का कहना है कि खाद को अन्य दुकान वाले स्टॉक कर लेते हैं। बाद में उनको 300 रुपए महंगा कर बेचते हैं। इसके अलावा किसान को मजबूर करते हैं कि खाद के बैग के साथ कीटनाशक दवा भी खरीदें। बच्चे- बुजुर्ग-महिलाएं 10 घंटे से भूखे प्यासे में कतार में लगे
खाद के कट्टे लेने के लिए किसानों के अलावा लाइन में भूखे पेट बच्चे और महिलाएं भी खड़ी हैं। इसमें बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल थी। लंबी लाइन और भीड़ के कारण कुछ महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई और वे बेहोश हो गई। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा रहा है कि महिलाएं अपनी जान जोखिम में डालकर खाद के लिए दुकान में रखे कट्टों पर चढ़ रहीं हैं। उनका प्रयास है कि उनका नंबर जल्दी आ जाए। दुकान में पंखा लगा हुआ है और महिलाएं ऊपर चढ़ रही हैं, ऐसे में पंखे की चपेट में आने से हादसे का खतरा भी बना रहा। सैकड़ों की भीड़, सिर्फ 4 पुलिसकर्मी भेजे
किसानों का कहना कि सुरक्षा के शुरुआत में सिर्फ चार पुलिसकर्मी मौजूद थे। जिनसे भीड़ को काबू करना मुश्किल हो गया था और इस कारण कई बार हालात बेकाबू हो गए। अतिरिक्त पुलिस बल 6 घंटे देरी से पहुंचा। किसानों की पुलिस से झड़प, दूसरों को पहले दिया खाद
किसानों की शिकायत है कि जो सुबह पहले लाइन में आए थे उनका नंबर अभी तक नहीं आया है। वहीं देर से आने वाले किसान खाद्य की पर्ची पहले पा रहे हैं। इसमें प्रशासन की कमजोर व्यवस्था नजर आ रही है। किसानों की भीड़ को काबू करने के लिए पहले से तैयारी नहीं की गई। बाजार से 600 रुपए सस्ती खाद के लिए किसान अपनी जान जोखिम में डालकर अनाज मंडी से खाद ले रहे हैं। ढोका गांव से आए किसान अशोक का कहना है कि मैं सुबह 1 बजे से दुकान के आगे लाइन लगाकर खड़ा हूं। भीड़ के चलते कई बार पुलिस वालों से भी किसानों की झड़प हो चुकी है
चरखी दादरी में पुरानी अनाज मंडी में सरसों की फसल के लिए खाद लेने के लिए किसान रात 1 बजे से ही दुकान के आगे लाइन लगा कर बैठ गए। इस दौरान तेज बारिश भी हुई। बारिश के कारण मंडी में पानी भर गया, लेकिन किसान पानी में भी लाइन लगा कर घंटों खड़े रहे। महिलाएं-बच्चे भी भूखे प्यासे यहां लाइन में थे। बाद में पुलिस की मौजूदगी में खाद बांटा गया। हालांकि नंबर को लेकर किसानों व पुलिस में झड़प भी हुई। सुबह 10 बजे पहली पर्ची कटी
दादरी के लगभग 15 गावों के खेतों में बारिश का पानी भरा हुआ है। ऐसी परिस्थिति में भी किसान अपनी बाजरा और कपास की फसल को छोड़ कर सरसों की फसल के लिए रात को 1 बजे से तेज बारिश में खाद वितरण केंद्र के आगे खड़े हुए हैं। हालांकि काफी मशक्कत के बाद खाद की पहली पर्ची सुबह 10 बजे कटी। खाद के लिए एक ही परिवार के तीन से चार सदस्य आधार कार्ड लिए सुबह से लाइन में खड़े रहे। किसान बोले- दुकानदार कर रहे स्टॉक ढाणी फोगाट गांव से खाद लेने आए किसान प्रवीण का कहना है कि खाद को अन्य दुकान वाले स्टॉक कर लेते हैं। बाद में उनको 300 रुपए महंगा कर बेचते हैं। इसके अलावा किसान को मजबूर करते हैं कि खाद के बैग के साथ कीटनाशक दवा भी खरीदें। बच्चे- बुजुर्ग-महिलाएं 10 घंटे से भूखे प्यासे में कतार में लगे
खाद के कट्टे लेने के लिए किसानों के अलावा लाइन में भूखे पेट बच्चे और महिलाएं भी खड़ी हैं। इसमें बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल थी। लंबी लाइन और भीड़ के कारण कुछ महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई और वे बेहोश हो गई। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा रहा है कि महिलाएं अपनी जान जोखिम में डालकर खाद के लिए दुकान में रखे कट्टों पर चढ़ रहीं हैं। उनका प्रयास है कि उनका नंबर जल्दी आ जाए। दुकान में पंखा लगा हुआ है और महिलाएं ऊपर चढ़ रही हैं, ऐसे में पंखे की चपेट में आने से हादसे का खतरा भी बना रहा। सैकड़ों की भीड़, सिर्फ 4 पुलिसकर्मी भेजे
किसानों का कहना कि सुरक्षा के शुरुआत में सिर्फ चार पुलिसकर्मी मौजूद थे। जिनसे भीड़ को काबू करना मुश्किल हो गया था और इस कारण कई बार हालात बेकाबू हो गए। अतिरिक्त पुलिस बल 6 घंटे देरी से पहुंचा। किसानों की पुलिस से झड़प, दूसरों को पहले दिया खाद
किसानों की शिकायत है कि जो सुबह पहले लाइन में आए थे उनका नंबर अभी तक नहीं आया है। वहीं देर से आने वाले किसान खाद्य की पर्ची पहले पा रहे हैं। इसमें प्रशासन की कमजोर व्यवस्था नजर आ रही है। किसानों की भीड़ को काबू करने के लिए पहले से तैयारी नहीं की गई। बाजार से 600 रुपए सस्ती खाद के लिए किसान अपनी जान जोखिम में डालकर अनाज मंडी से खाद ले रहे हैं। ढोका गांव से आए किसान अशोक का कहना है कि मैं सुबह 1 बजे से दुकान के आगे लाइन लगाकर खड़ा हूं। भीड़ के चलते कई बार पुलिस वालों से भी किसानों की झड़प हो चुकी है