यमुनानगर नगर निगम का बिल्डिंग इंस्पेक्टर गिरफ्तार:फर्जी आईडी बनाकर बेची प्रॉपर्टी, करनाल का रहने वाला, 3 दिन का रिमांड

यमुनानगर के टैगोर गार्डन में फर्जी तरीके से प्रापर्टी बेचने के मामले में नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर रामपाल मान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। यह कार्रवाई फरीदाबाद निवासी योगेश शर्मा की शिकायत पर की गई। मामला कष्ट निवारण समिति की बैठक में जोरशोर से उठा था, जिसके बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर करनाल के गांव बल्ला निवासी रामपाल मान को गिरफ्तार किया। रातोंरात आईडी बनाकर जांचे दस्तावेज थाना प्रबंधक नरेंद्र राणा ने बताया कि फरीदाबाद के सेक्टर 8 निवासी योगेश शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि टैगोर गार्डन में उनकी एक संपत्ति है। जिस पर पिछले साल 7 मार्च को कोर्ट से स्टे मिला था। आरोप है कि इसके बावजूद टैगोर गार्डन निवासी विक्रम बक्सी और विशाल बक्सी ने पिछले साल ही पांच नवंबर को उक्त संपित्त को शशि देवी और शुभम सेठी को बेच दी। शिकायत में कहा गया कि पुरानी प्रॉपर्टी आईडी के स्थान पर फर्जी तरीके से नई आईडी बनवाई गई। पिछले साल ही 28 अक्टूबर की रात 8 बजकर 53 मिनट पर नई आईडी के लिए आवेदन किया गया। उसी रात नगर ​निगम के भवन निरीक्षक रामपाल मान ने दस्तावेज जांचे। 140 गज की प्रॉपर्टी की बनाई नई आईडी मौके का निरीक्षण किया गया और 9 बजकर 46 मिनट पर सिफारिश भेज दी। 5 नवंबर को सहायक नगर योजनाकार आशीष छाछिया ने उसे मंजूरी दे दी। पीड़ित योगेश शर्मा ने बताया कि जबकि पहले से 140 गज की प्रॉपर्टी की आईडी मौजूद थी। नई आईडी सिर्फ 100 गज की बनाकर बेची गई। रजिस्ट्री दस्तावेजों में भी पुरानी आईडी का जिक्र था जो नगर निगम रिकॉर्ड में दर्ज था कि उस आईडी पर कोर्ट केस लंबित है। जांच में यह भी सामने आया कि तहसील से लिए गए हलफनामे में विक्रेताओं ने लिखा कि प्रॉपर्टी पर कोई स्टे या विवाद नहीं है। जबकि कोर्ट में केस लंबित था और स्टे लागू था। इस शिकायत की जांच एडीसी ने की तो जांच में साफ हुआ कि सरकारी रिकॉर्ड में जानबूझकर फर्जीवाड़ा किया गया। बाकी आरोपियों की तलाश जारी कोर्ट के स्टे के बावजूद प्रॉपर्टी बेची गई। इस मामले में थाना यमुनानगर सिटी में भवन निरीक्षक रामपाल मान, सहायक नगर योजनाकार आशीष छाछिया, विक्रम बक्शी, विशाल बक्सी और एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इस मामले में जेई जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप कुमार ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Aug 18, 2025 - 22:54
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यमुनानगर नगर निगम का बिल्डिंग इंस्पेक्टर गिरफ्तार:फर्जी आईडी बनाकर बेची प्रॉपर्टी, करनाल का रहने वाला, 3 दिन का रिमांड
यमुनानगर के टैगोर गार्डन में फर्जी तरीके से प्रापर्टी बेचने के मामले में नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर रामपाल मान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। यह कार्रवाई फरीदाबाद निवासी योगेश शर्मा की शिकायत पर की गई। मामला कष्ट निवारण समिति की बैठक में जोरशोर से उठा था, जिसके बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर करनाल के गांव बल्ला निवासी रामपाल मान को गिरफ्तार किया। रातोंरात आईडी बनाकर जांचे दस्तावेज थाना प्रबंधक नरेंद्र राणा ने बताया कि फरीदाबाद के सेक्टर 8 निवासी योगेश शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि टैगोर गार्डन में उनकी एक संपत्ति है। जिस पर पिछले साल 7 मार्च को कोर्ट से स्टे मिला था। आरोप है कि इसके बावजूद टैगोर गार्डन निवासी विक्रम बक्सी और विशाल बक्सी ने पिछले साल ही पांच नवंबर को उक्त संपित्त को शशि देवी और शुभम सेठी को बेच दी। शिकायत में कहा गया कि पुरानी प्रॉपर्टी आईडी के स्थान पर फर्जी तरीके से नई आईडी बनवाई गई। पिछले साल ही 28 अक्टूबर की रात 8 बजकर 53 मिनट पर नई आईडी के लिए आवेदन किया गया। उसी रात नगर ​निगम के भवन निरीक्षक रामपाल मान ने दस्तावेज जांचे। 140 गज की प्रॉपर्टी की बनाई नई आईडी मौके का निरीक्षण किया गया और 9 बजकर 46 मिनट पर सिफारिश भेज दी। 5 नवंबर को सहायक नगर योजनाकार आशीष छाछिया ने उसे मंजूरी दे दी। पीड़ित योगेश शर्मा ने बताया कि जबकि पहले से 140 गज की प्रॉपर्टी की आईडी मौजूद थी। नई आईडी सिर्फ 100 गज की बनाकर बेची गई। रजिस्ट्री दस्तावेजों में भी पुरानी आईडी का जिक्र था जो नगर निगम रिकॉर्ड में दर्ज था कि उस आईडी पर कोर्ट केस लंबित है। जांच में यह भी सामने आया कि तहसील से लिए गए हलफनामे में विक्रेताओं ने लिखा कि प्रॉपर्टी पर कोई स्टे या विवाद नहीं है। जबकि कोर्ट में केस लंबित था और स्टे लागू था। इस शिकायत की जांच एडीसी ने की तो जांच में साफ हुआ कि सरकारी रिकॉर्ड में जानबूझकर फर्जीवाड़ा किया गया। बाकी आरोपियों की तलाश जारी कोर्ट के स्टे के बावजूद प्रॉपर्टी बेची गई। इस मामले में थाना यमुनानगर सिटी में भवन निरीक्षक रामपाल मान, सहायक नगर योजनाकार आशीष छाछिया, विक्रम बक्शी, विशाल बक्सी और एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इस मामले में जेई जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप कुमार ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।