मधेपुरा में बारिश के बीच रावण दहन:आतिशबाजी, पटाखों के साथ उत्साह, दो घंटे विलंब से हुआ कार्यक्रम
मधेपुरा में रेलवे कॉलोनी परिसर में गुरुवार को विजयादशमी पर रावण दहन का आयोजन किया गया। दोपहर बाद रुक-रुक कर हुई बारिश के बावजूद लोगों में उत्साह कम नहीं हुआ। शाम होते-होते हजारों की भीड़ रावण दहन देखने के लिए रेलवे कॉलोनी परिसर में उमड़ पड़ी। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि, बारिश के कारण शुरू में जलजमाव और कीचड़ की समस्या आई, लेकिन कड़ी मेहनत और प्रशासनिक सहयोग से समय पर व्यवस्था संभाल ली गई। राम-रावण युद्ध का देख लगे जय श्री राम के नारे मंच, पंडाल और सुरक्षा व्यवस्था के बीच दर्शकों ने राम-रावण युद्ध का दृश्य देखा। जैसे ही दर्शक की ओर से राम ने तीर चलाया रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा। आतिशबाजी और पटाखों ने माहौल को रंगीन बना दिया रावण दहन हुआ उपस्थित भीड़ ने जय श्रीराम के जयकारों से पूरा परिसर गुंजायमान कर दिया। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी इस क्षण को देखने के लिए बेहद उत्साहित थे। आतिशबाजी और पटाखों ने माहौल को और भी रंगीन बना दिया। स्थानीय लोगों ने कहा कि रावण दहन कार्यक्रम केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। बता दें कि लगभग तीन दशक से हर वर्ष दशहरा के अवसर पर रावण दहन का आयोजन किया जाता है।
Oct 3, 2025 - 01:09
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मधेपुरा में रेलवे कॉलोनी परिसर में गुरुवार को विजयादशमी पर रावण दहन का आयोजन किया गया। दोपहर बाद रुक-रुक कर हुई बारिश के बावजूद लोगों में उत्साह कम नहीं हुआ। शाम होते-होते हजारों की भीड़ रावण दहन देखने के लिए रेलवे कॉलोनी परिसर में उमड़ पड़ी। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि, बारिश के कारण शुरू में जलजमाव और कीचड़ की समस्या आई, लेकिन कड़ी मेहनत और प्रशासनिक सहयोग से समय पर व्यवस्था संभाल ली गई। राम-रावण युद्ध का देख लगे जय श्री राम के नारे मंच, पंडाल और सुरक्षा व्यवस्था के बीच दर्शकों ने राम-रावण युद्ध का दृश्य देखा। जैसे ही दर्शक की ओर से राम ने तीर चलाया रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा। आतिशबाजी और पटाखों ने माहौल को रंगीन बना दिया रावण दहन हुआ उपस्थित भीड़ ने जय श्रीराम के जयकारों से पूरा परिसर गुंजायमान कर दिया। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी इस क्षण को देखने के लिए बेहद उत्साहित थे। आतिशबाजी और पटाखों ने माहौल को और भी रंगीन बना दिया। स्थानीय लोगों ने कहा कि रावण दहन कार्यक्रम केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। बता दें कि लगभग तीन दशक से हर वर्ष दशहरा के अवसर पर रावण दहन का आयोजन किया जाता है।
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