भाजपा पूरी तरह से हताश और निराश हो चुकी है:सपा विधायक फहीम अहमद का हमला, बोले- BJP जनता का ध्यान असल समस्याओं से भटका रही
संभल में एक निजी कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिलारी विधायक फहीम अहमद ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है। इसलिए वह जनता का ध्यान असल समस्याओं से भटकाने के लिए धर्म और आस्था से जुड़ी बातें उठा रही है। विधायक फहीम अहमद, संभल विधायक इकबाल महमूद के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मोलाना सलमान रशीदी के सवाल पर उन्होंने कहा, "भाजपा जानबूझकर धार्मिक मुद्दों को हवा दे रही है। ताकि बेरोजगारी, आरक्षण, आर्थिक संकट और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बहस से बचा जा सके। धर्म आस्था का विषय है। इसे राजनीतिक हथियार बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है।" उन्होंने आगे कहा, "बात होनी चाहिए कि बेरोजगारी क्यों चरम पर है। बात होनी चाहिए कि आरक्षण को लेकर सरकार की नीति क्या है। बात होनी चाहिए कि पुलवामा और कश्मीर में हुए हमलों के बाद शहीदों को अभी तक मुआवजा क्यों नहीं मिला। लेकिन इन सब पर चुप्पी साधी जा रही है।" फहीम अहमद ने भाजपा को बहस की खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे इन असली मुद्दों पर सामने आकर डिबेट करें। "भाजपा पूरी तरह से हताश और निराश हो चुकी है। 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। इस डर से ही इस तरह की बयानबाजी की जा रही है," उन्होंने जोड़ा। कार्यक्रम में कई स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे। राजनीतिक गलियारों में फहीम अहमद के तेवरों से साफ है कि सपा अब आक्रामक रणनीति के तहत भाजपा को घेरने की तैयारी में है।
संभल में एक निजी कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिलारी विधायक फहीम अहमद ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है। इसलिए वह जनता का ध्यान असल समस्याओं से भटकाने के लिए धर्म और आस्था से जुड़ी बातें उठा रही है। विधायक फहीम अहमद, संभल विधायक इकबाल महमूद के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मोलाना सलमान रशीदी के सवाल पर उन्होंने कहा, "भाजपा जानबूझकर धार्मिक मुद्दों को हवा दे रही है। ताकि बेरोजगारी, आरक्षण, आर्थिक संकट और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बहस से बचा जा सके। धर्म आस्था का विषय है। इसे राजनीतिक हथियार बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है।" उन्होंने आगे कहा, "बात होनी चाहिए कि बेरोजगारी क्यों चरम पर है। बात होनी चाहिए कि आरक्षण को लेकर सरकार की नीति क्या है। बात होनी चाहिए कि पुलवामा और कश्मीर में हुए हमलों के बाद शहीदों को अभी तक मुआवजा क्यों नहीं मिला। लेकिन इन सब पर चुप्पी साधी जा रही है।" फहीम अहमद ने भाजपा को बहस की खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे इन असली मुद्दों पर सामने आकर डिबेट करें। "भाजपा पूरी तरह से हताश और निराश हो चुकी है। 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। इस डर से ही इस तरह की बयानबाजी की जा रही है," उन्होंने जोड़ा। कार्यक्रम में कई स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे। राजनीतिक गलियारों में फहीम अहमद के तेवरों से साफ है कि सपा अब आक्रामक रणनीति के तहत भाजपा को घेरने की तैयारी में है।