फतेहाबाद में ज्यादा बारिश से कपास को नुकसान:69 हजार हेक्टेयर में है फसल बिजाई; 20 दिन बाद शुरू होगी चुगाई
फतेहाबाद जिले में लगातार हो रही बारिश ने कपास उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। ज्यादा बारिश के कारण कपास की फसल को नुकसान हो रहा है। हालांकि, धान की फसल में बारिश का फायदा है। कपास उत्पादक किसानों के अनुसार, अगर इसी तरह और बारिश हुई तो कपास की फसल पूरी तरह गल जाएगी। जिले में पिछले दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। ओवरऑल 35 एमएम से ज्यादा बारिश हो चुकी है। कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, जिले में 69 हजार हेक्टेयर में कपास की फसल की मई में बिजाई की गई थी। इस समय कपास की फसल पक कर तैयार हो रही है। अगले 20 दिन बाद चुगाई का काम शुरू होना है। ऐसे में इस समय ज्यादा बारिश कपास की फसल के लिए नुकसानदायक हो रही है। 100 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश से नुकसान किसान विनोद कुमार, अनिल शर्मा, सुभाष चंद्र, रामकिशन, राधेश्याम आदि ने बताया कि कपास की फसल के लिए 50 से 100 सेंटीमीटर तक बारिश ही फायदेमंद होती है। इससे ज्यादा मात्रा में बारिश होने से फसल को नुकसान होने लगता है। खेतों में पानी भरने से फसल मुरझा जाती है। लंबे समय तक जलभराव रहने से पौधे नष्ट भी होने लगते हैं। धान की फसल को हो रहा फायदा जिले में बारिश से धान की फसल को लगातार फायदा हो रहा है। जिले में करीब 3 लाख एकड़ से ज्यादा में धान की फसल की बिजाई की हुई है। भूना, रतिया, नागपुर, कुलां, जाखल, टोहाना इलाके में सबसे अधिक धान की फसल ही ली जाती है। धान उत्पादक किसान राजेश कुमार, दिनेश कुमार, महेंद्र सिंह, गुलाब चंद ने बताया कि इस समय हो रही बारिश से धान की फसल को फायदा है। इससे उत्पादन बढ़ने की उम्मीद भी है।
फतेहाबाद जिले में लगातार हो रही बारिश ने कपास उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। ज्यादा बारिश के कारण कपास की फसल को नुकसान हो रहा है। हालांकि, धान की फसल में बारिश का फायदा है। कपास उत्पादक किसानों के अनुसार, अगर इसी तरह और बारिश हुई तो कपास की फसल पूरी तरह गल जाएगी। जिले में पिछले दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। ओवरऑल 35 एमएम से ज्यादा बारिश हो चुकी है। कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, जिले में 69 हजार हेक्टेयर में कपास की फसल की मई में बिजाई की गई थी। इस समय कपास की फसल पक कर तैयार हो रही है। अगले 20 दिन बाद चुगाई का काम शुरू होना है। ऐसे में इस समय ज्यादा बारिश कपास की फसल के लिए नुकसानदायक हो रही है। 100 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश से नुकसान किसान विनोद कुमार, अनिल शर्मा, सुभाष चंद्र, रामकिशन, राधेश्याम आदि ने बताया कि कपास की फसल के लिए 50 से 100 सेंटीमीटर तक बारिश ही फायदेमंद होती है। इससे ज्यादा मात्रा में बारिश होने से फसल को नुकसान होने लगता है। खेतों में पानी भरने से फसल मुरझा जाती है। लंबे समय तक जलभराव रहने से पौधे नष्ट भी होने लगते हैं। धान की फसल को हो रहा फायदा जिले में बारिश से धान की फसल को लगातार फायदा हो रहा है। जिले में करीब 3 लाख एकड़ से ज्यादा में धान की फसल की बिजाई की हुई है। भूना, रतिया, नागपुर, कुलां, जाखल, टोहाना इलाके में सबसे अधिक धान की फसल ही ली जाती है। धान उत्पादक किसान राजेश कुमार, दिनेश कुमार, महेंद्र सिंह, गुलाब चंद ने बताया कि इस समय हो रही बारिश से धान की फसल को फायदा है। इससे उत्पादन बढ़ने की उम्मीद भी है।