ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने राजनीति से दूर होकर एक बार फिर अपने पुराने प्रोफेशनल करियर की ओर रुख किया है। उन्होंने गोल्डमैन सैक्स में सीनियर एडवाइजर के रूप में वापसी की है। जुलाई 2024 में कंज़र्वेटिव पार्टी की करारी चुनावी हार के बाद यह उनकी पहली बड़ी नियुक्ति है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक राजनीति से अलग होने के बाद सुनक अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ 'रिचमंड प्रोजेक्ट' के जरिए सामाजिक कामों में सक्रिय रहे। सुनक ने गोल्डमैन सैक्स से होने वाली कमाई इसी चैरिटी को दान करने का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री बनने से पहले, सुनक फरवरी 2020 से जुलाई 2022 तक राजकोष के चांसलर थे और इससे पहले आवास, समुदाय और स्थानीय सरकार मंत्रालय में मुख्य वित्त सचिव और संसदीय अवर सचिव के रूप में कार्य कर चुके थे। उन्होंने 2015 में संसद सदस्य के रूप में राजनीति में अपना करियर शुरू किया। पिछले साल के आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को अब तक की सबसे बुरी हार का सामना कराने के बाद, सुनक अभी भी उत्तरी इंग्लैंड के रिचमंड और नॉर्थॉलर्टन निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। चुनाव अभियान के दौरान, उन्होंने मतदान के परिणाम की परवाह किए बिना, अगली संसद के पूरे कार्यकाल तक सांसद बने रहने की कसम खाई थी।
उनके उत्तराधिकारी, लेबर पार्टी के कीर स्टारमर, अगले आम चुनाव की घोषणा 2029 के मध्य तक कर सकते हैं। सुनक ने गोल्डमैन में सबसे पहले 2000 में निवेश बैंकिंग में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षु के रूप में काम किया, और फिर 2001 से 2004 तक विश्लेषक के रूप में काम किया। बाद में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनियों के साथ काम करने वाली एक निवेश फर्म की सह-स्थापना की।