पंजाब की मदद के लिए आगे आए डेरा जगमालवाली:लोगों ने राशन और नकद राशि जुटाई; संत बिरेंद्र ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया
हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली स्थित नया राजपुरा गांव के लोग पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं। गांव की संगत ने राहत सामग्री के रूप में नकद राशि और अनाज एकत्र किया है। वहीं डेरा जगमालवाली के संत बिरेंद्र सिंह ने फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। संत सबसे पहले लाधूका मंडी पहुंचे। यहां बाढ़ प्रभावित परिवारों के पशुओं के लिए तिरपाल वितरित किए। इसके बाद वे खुद ट्रैक्टर चलाकर भैणी गुदड़ गांव पहुंचे। यहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। घर-घर जाकर मदद एकत्र कर रहे दरअसल पंजाब में पिछले दिनों हुई भारी बारिश और नदियों के उफान ने कई जिलों को प्रभावित किया है। बाढ़ से फसलें नष्ट हो गई हैं। कई पशु बह गए हैं। बचे हुए पशुओं के लिए चारे की कमी है। कुछ गांवों में राशन की भी किल्लत है। सेवादार सुबह से ही बारिश के बावजूद घर-घर जाकर मदद एकत्र कर रहे हैं। उन्होंने आसपास के गांवों से भी सहयोग की अपील की है। इस सेवा कार्य में कर्ण कंबोज, नवीन अजय कंबोज, काशीराम जन्टा, मनीष, अंकुश, राकेश संधा, अमनदीप मेंबर, लाला सिंह, चंद्र धजू, सुदर्शन और भीम सिंह सहित कई लोग शामिल हैं। ग्रामीणों की मांग पर तिरपाल देने का वादा किया ग्रामीणों ने बताया कि राहत सामग्री तो मिल रही है। लेकिन पशुओं के लिए तिरपाल की जरूरत है। संत ने गांव के हर घर में पशुओं के लिए तिरपाल देने का वादा किया। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी भी देने की घोषणा की। संत ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पानी बढ़ने की स्थिति में समय रहते सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ से बहुत नुकसान हुआ है। संत बिरेंद्र सिंह ने बाढ़ पीड़ितों को डेरे में आने को कहा संत बिरेंद्र सिंह ने बाढ़ पीड़ितों को डेरा अरनिवाला में रहने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि डेरा में रहने और खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी। लोग अपने पशुओं को भी यहां रख सकते हैं। संत बिरेंद्र सिंह ने प्रतिबद्धता जताई कि वे आने वाले दिनों में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा जारी रखेंगे। गांव में जाकर ग्रामीणों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि डेरा की ओर बाढ़ प्रभावितों का हर संभव सहयोग दिया जाएगा और सेवा कार्य लगातार जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस विकट घड़ी में सभी को मदद के लिए आगे आना चाहिए यदि कोई संस्था डेरा के साथ मिलकर मदद करना चाहती है तो उसका भी स्वागत रहेगा। डेरा उनकी मदद को प्रभावित परिवारों तक पहुंचाने का काम करेगा। उन्होंने संगत से भी आह्वान किया कि वे भी मदद के लिए जहां संभव हो वहां पहुंचकर मददगार बने।
हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली स्थित नया राजपुरा गांव के लोग पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं। गांव की संगत ने राहत सामग्री के रूप में नकद राशि और अनाज एकत्र किया है। वहीं डेरा जगमालवाली के संत बिरेंद्र सिंह ने फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। संत सबसे पहले लाधूका मंडी पहुंचे। यहां बाढ़ प्रभावित परिवारों के पशुओं के लिए तिरपाल वितरित किए। इसके बाद वे खुद ट्रैक्टर चलाकर भैणी गुदड़ गांव पहुंचे। यहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। घर-घर जाकर मदद एकत्र कर रहे दरअसल पंजाब में पिछले दिनों हुई भारी बारिश और नदियों के उफान ने कई जिलों को प्रभावित किया है। बाढ़ से फसलें नष्ट हो गई हैं। कई पशु बह गए हैं। बचे हुए पशुओं के लिए चारे की कमी है। कुछ गांवों में राशन की भी किल्लत है। सेवादार सुबह से ही बारिश के बावजूद घर-घर जाकर मदद एकत्र कर रहे हैं। उन्होंने आसपास के गांवों से भी सहयोग की अपील की है। इस सेवा कार्य में कर्ण कंबोज, नवीन अजय कंबोज, काशीराम जन्टा, मनीष, अंकुश, राकेश संधा, अमनदीप मेंबर, लाला सिंह, चंद्र धजू, सुदर्शन और भीम सिंह सहित कई लोग शामिल हैं। ग्रामीणों की मांग पर तिरपाल देने का वादा किया ग्रामीणों ने बताया कि राहत सामग्री तो मिल रही है। लेकिन पशुओं के लिए तिरपाल की जरूरत है। संत ने गांव के हर घर में पशुओं के लिए तिरपाल देने का वादा किया। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी भी देने की घोषणा की। संत ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पानी बढ़ने की स्थिति में समय रहते सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ से बहुत नुकसान हुआ है। संत बिरेंद्र सिंह ने बाढ़ पीड़ितों को डेरे में आने को कहा संत बिरेंद्र सिंह ने बाढ़ पीड़ितों को डेरा अरनिवाला में रहने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि डेरा में रहने और खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी। लोग अपने पशुओं को भी यहां रख सकते हैं। संत बिरेंद्र सिंह ने प्रतिबद्धता जताई कि वे आने वाले दिनों में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा जारी रखेंगे। गांव में जाकर ग्रामीणों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि डेरा की ओर बाढ़ प्रभावितों का हर संभव सहयोग दिया जाएगा और सेवा कार्य लगातार जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस विकट घड़ी में सभी को मदद के लिए आगे आना चाहिए यदि कोई संस्था डेरा के साथ मिलकर मदद करना चाहती है तो उसका भी स्वागत रहेगा। डेरा उनकी मदद को प्रभावित परिवारों तक पहुंचाने का काम करेगा। उन्होंने संगत से भी आह्वान किया कि वे भी मदद के लिए जहां संभव हो वहां पहुंचकर मददगार बने।