क्यों टल गई दवाओं पर 100 फीसदी टैरिफ की योजना, क्या है ट्रंप का प्लान?
Trump Tariff : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर से दवाओं पर 100 फीसदी टैरिफ लागू करने की बात कही थी। हालांकि इसके लागू होने से पहले ही व्हाइट हाउस ने इसे रोक दिया। टैरिफ लगाने की योजना जल्द शुरू होगी। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि ...

Trump Tariff : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर से दवाओं पर 100 फीसदी टैरिफ लागू करने की बात कही थी। हालांकि इसके लागू होने से पहले ही व्हाइट हाउस ने इसे रोक दिया। टैरिफ लगाने की योजना जल्द शुरू होगी। बताया जा रहा है कि टैरिफ टालने की एक वजह शटडाउन भी है। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि ट्रंप की टैरिफ योजना अंततः किस रूप में लागू होगी।
इस बीच ट्रंप ने न्यूयॉर्क स्थित फार्मा दिग्गज फाइजर के साथ एक बड़ा समझौता किया है। कंपनी अमेरिका में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 70 अरब डॉलर का निवेश करेगी। इस निवेश के बदले फाइजर को आगामी 3 सालों तक प्रस्तावित टैरिफ से छूट मिलेगी। बताया जा रहा है कि फाइजर की तरह ही कई फार्मा कंपनियां भी डील के लिए तैयार है।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने भी कहा है कि बातचीत को पूरा होने दिया जाए क्योंकि यह अमेरिकी जनता के लिए सबसे अहम है। कुल मिलाकर, मौजूदा रुख से संकेत मिलता है कि ट्रंप प्रशासन टकराव की बजाय सौदेबाजी को प्राथमिकता दे रहा है। आने वाले हफ्तों में फार्मा सेक्टर में और बड़े ऐलान देखने को मिल सकते हैं।
हालांकि फार्मा कंपनियों पर टैरिफ का खतरा अभी भी बढ़ा हुआ है। ऐसे में देश में दवाइयों के निर्यात की लागत काफी बढ़ सकती है। हां अगर कोई कंपनी अमेरिका प्लांट डालती है तो उसे टैरिफ से राहत मिल सकती है।Democrats shut down the federal government because President Trump and Republicans will not force American taxpayers to pay for free health care for illegal aliens.
The most vulnerable citizens in our country are now being punished because the Democrats wanted to prioritize… pic.twitter.com/iXLlTHcfT8 — Karoline Leavitt (@PressSec) October 1, 2025
गौरतलब है कि टैरिफ की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर कोई दवा कंपनी अमेरिका में अपना मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट डालता है तो उस पर टैरिफ नहीं लगेगा। कहा जा रहा है कि अमेरिकी टैरिफ की वजह से देश में ब्रांडेड दवाओं की कीमतें बहुत बढ़ सकती है।
edited by : Nrapendra Gupta