LG Electronics इंडिया का पहला IPO गुरुवार को बंद हुआ और यह पिछले लगभग 20 साल में सबसे ज्यादा सब्सक्राइब किया गया अरब-डॉलर का IPO बन गया। कंपनी ने 1.3 अरब डॉलर (करीब 10,000 करोड़ रुपये) के शेयर बेचे, जिन्हें निवेशकों ने जबरदस्त उत्साह के साथ खरीदा। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार IPO के लिए कुल 4.43 ट्रिलियन रुपये (लगभग 49.9 अरब डॉलर) के आवेदन आए, जो 1,080 से 1,140 रुपये प्रति शेयर की कीमत सीमा के ऊपरी छोर पर थे। यह 2008 के रिलायंस पावर IPO के बाद का सबसे ज्यादा सब्सक्राइब्ड बड़ा IPO है।
LG Electronics इंडिया को कुल 3.85 अरब शेयरों के लिए आवेदन मिले, यानी शेयरों की पेशकश का 54 गुना। IPO लॉन्च के कुछ ही घंटे बाद पूरी पेशकश बुक हो गई। अब ये शेयर 14 अक्टूबर को ट्रेडिंग के लिए सूचीबद्ध होने की संभावना है। 2025 में यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा IPO बन गया है। इससे पहले Tata Capital का IPO बंद हुआ था, जिसे 2.9 अरब डॉलर के आवेदन मिले थे, जबकि HDB Financial Services ने जुलाई में 19 अरब डॉलर के आवेदन हासिल किए थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों ने LG Electronics इंडिया को इसलिए चुना क्योंकि उन्हें कंपनी में लिस्टिंग के समय अच्छा लाभ और निकट भविष्य में मजबूत विकास की संभावना दिख रही थी। इसके पीछे सरकार की हाल की टैक्स कट्स को भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है। Mehta Equities के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रज्ञानथ तप्से ने कहा कि निवेशकों ने ऐसे कंपनी को प्राथमिकता दी है, जहां अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह के फायदे देखने को मिल सकते हैं।
IPO से पहले, LG Electronics इंडिया ने $392 मिलियन के शेयर एंकर निवेशकों को बेचे, जिनमें BlackRock और सिंगापुर और नॉर्वे के वेल्थ फंड शामिल हैं। संस्थागत निवेशकों ने अपने आवंटित कोटा का 166.5 गुना आवेदन किया, जबकि गैर-संस्थागत और खुदरा निवेशकों ने क्रमशः 22.4 और 3.54 गुना आवेदन किया।
इस IPO की सफलता ने भारतीय IPO बाजार की गर्मी को और बढ़ा दिया है। निवेशकों के बीच भरोसा बढ़ा है और घरेलू व विदेशी निवेशकों के लिए भारत में अवसर और आकर्षक हो गए हैं। LG Electronics इंडिया के इस IPO से भविष्य में बड़े IPOs के लिए एक नया रुझान बन सकता है।
कुल मिलाकर, यह IPO न केवल निवेशकों के उत्साह को दिखाता है बल्कि भारतीय स्टॉक मार्केट में मजबूत लिस्टिंग संभावनाओं और निवेश के नए अवसरों का संकेत भी देता है।