Disha Patani House Firing Case : कैसे मारे गए दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले बदमाश? किस गैंग के थे, पढ़िए ऑपरेशन की पूरी कहानी

बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने फायरिंग करने वाले बदमाशों को ढेर कर दिया है। 2 बदमाशों को पुलिस ने बुधवार को गाजियाबाद में ट्रोनिका सिटी के पास एक मुठभेड़ में मार गिराया। यूपी ...

Sep 18, 2025 - 10:03
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Disha Patani House Firing Case : कैसे मारे गए दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले बदमाश? किस गैंग के थे, पढ़िए ऑपरेशन की पूरी कहानी

बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने फायरिंग करने वाले बदमाशों को ढेर कर दिया है। 2 बदमाशों को पुलिस ने बुधवार को गाजियाबाद में ट्रोनिका सिटी के पास एक मुठभेड़ में मार गिराया। यूपी एसटीएफ, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और हरियाणा एसटीएफ ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। मीडिया खबरों के मुताबिक मारे गए दोनों शूटर कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य थे।

 

खबरों के मुताबिक मुठभेड़ दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ, उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और हरियाणा एसटीएफ के एक संयुक्त अभियान के तहत हुई। अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान हरियाणा के रोहतक निवासी रविंदर और सोनीपत निवासी अरुण के रूप में हुई है। हरियाणा एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मुठभेड़ के दौरान दोनों बदमाशों की गोली लगने से मौत की पुष्टि की और बताया कि विशेष प्रकोष्ठ का एक जवान भी घायल हुआ है।

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दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बताया कि बरेली गोलीबारी मामले में दोनों बदमाशों की स्पष्ट भूमिका थी, जिसने हाई-प्रोफाइल हस्तियों के आसपास सुरक्षा चिंताओं को जन्म दिया। इस घटना के जबरन वसूली से जुड़े होने का संदेह था।  वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गिरोह के अन्य फरार सदस्यों का पता लगाने के लिए मामले की जांच जारी है।

 

12 सितंबर को चलाई थी गोली

अज्ञात हमलावरों ने 12 सितंबर को तड़के पौने चार बजे पाटनी के बरेली स्थित आवास के बाहर कई गोली चलाई थीं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। बरेली कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराध के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की राज्य सरकार की नीति को दोहराते हुए मामले में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

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पुलिस ने बताई पूरी कहानी

अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) कानून एवं व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली, खुफिया जानकारी जुटाई और पड़ोसी राज्यों के रिकॉर्ड का मिलान किया, जिससे शूटरों की पहचान रोहतक के काहनी निवासी रविंद्र और सोनीपत के गोहाना रोड स्थित इंडियन कॉलोनी निवासी अरुण के रूप में हुई।  इससे पूर्व अधिकारियों ने बताया था कि एसटीएफ की नोएडा इकाई और दिल्ली पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी में दोनों को पकड़ा। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था।

 

अमिताभ यश ने रवींद्र और अरुण दोनों के रोहित गोदारा-गोल्डी बराड़ गिरोह के सक्रिय सदस्य होने की पुष्टि की थी। रवींद्र का आपराधिक इतिहास रहा है और वह पहले भी कई मामलों में शामिल रहा है। उन्होंने बताया कि मौके से एक ग्लॉक और एक जिगाना पिस्तौल के साथ भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं।

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लाल जूते कैसे बने कॉल 

बदमाशों पर ऊपर पर एक-एक लाख का इनाम भी घोषित था। मीडिया खबरों के अनुसार आरोपियों की पहचान ‘लाल जूते’ के कारण हुई। फायरिंग की इस घटना के बाद बरेली पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो यह सामने आया कि 2 बदमाश विदेशी पिस्टल स्पोर्ट्स बाइक से लेकर आए थे। इनमें से एक ने लाल रंग के जूते पहने हुए थे। एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma