एफबीआई निदेशक काश पटेल ने सीनेट न्यायिक समिति में अपना पक्ष रखा, जबकि डेमोक्रेट्स ने उन पर एजेंसी का राजनीतिकरण और ट्रम्प आलोचकों से बदला लेने के आरोप लगाए। सुनवाई यूटा में चार्ली किर्क की हत्या के बाद हुई। सुनवाई में शीर्ष डेमोक्रेट नेता डिक डर्बिन ने आरोप लगाया कि पटेल ने बहुत पहले ही संदिग्ध की गिरफ्तारी का संकेत देकर बड़े पैमाने पर भ्रम फैलाया। डर्बिन ने कहा, 'जांच के अहम चरणों में चुप रहें और पेशेवरों को काम करने दें।'
पटेल ने सफाई दी कि घटना के कुछ घंटों बाद उनका सोशल मीडिया पोस्ट किसी गलत दावे के लिए नहीं, बल्कि जनता को यह बताने के लिए था कि एक व्यक्ति हिरासत में है, भले ही वह मुख्य संदिग्ध न हो। पटेल ने कहा कि प्रोफेशनल टीम काम कर रही है और संदिग्ध 33 घंटे में पकड़ लिया गया। रिपब्लिकन सीनेटर टेड क्रूज ने एजेंसी से आचरण पर फोकस रखने और हिंसा की फंडिंग का पीछा करने को कहा। डेमोक्रेट कोरी बुकर ने एजेंसी में बर्खास्तियों पर पटेल को घेरा, तो तीखी नोकझोंक हुई। वहीं राष्ट्रपति ट्रम्प ने तेज कार्रवाई के लिए पटेल की सराहना की।