Astrology Tips: पूजा का दीपक बुझना अपशगुन नहीं लापरवाही का संकेत, जानें असली वजह और निवारण

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करने के दौरान दीपक जलाना शुभ माना जाता है। पूजा के दीपक को ऊर्जा, पवित्रता और दिव्यता का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि पूजा के समय दीपक जलाने से हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। जब भी हम पूजा करते हैं, तो सबसे पहले दीपक जलाते हैं। जिससे घर का वातावरण सकारात्मक और पवित्र होता है। पूजा के दीपक में अलग-अलग तेलों को डालकर जलाया जाता है और इसकी बाती भी अलग तरीके से बनी रहती है।हालांकि कई बार ऐसा होता है कि पूजा के समय अचानक से दीपक किसी वजह से बुझ जाता है। इससे मन में पहला ख्याल आता है कि यह किसी तरह का अपशकुन है। कई बार दीपक बुझ जाने से लोग इतने भयभीत हो जाते हैं कि पूजा को बीच में रोककर चिंतन करने लगते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर पूजा का दीपक किसी वजह से बुझ जाए, तो क्या करना चाहिए।इसे भी पढ़ें: Love Horoscope For 11 October 2025 | आज का प्रेम राशिफल 11 अक्टूबर | प्रेमियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिनपूजा के समय दीपक के बुझने की वजहमाना जाता है कि जब भी पूजा के समय हम दीपक जलाते हैं, तो मन में श्रद्धा भाव छिपा होता है। यह दीपक पूजा की पूर्णता के लिए जलाया जाता है। लेकिन दीपक का बुझना अक्सर लापरवाही या फिर बाहरी कारण जैसे तेल की खराबी और हवा के कारण भी हो सकता है।पूजा के समय दीपक का बुझना शुभ या अशुभ संकेत न होकर संयोग मात्र होता है। लेकिन हम इसको अपशगुन मान बैठते हैं। यह सिर्फ हमारा अंधविश्वास हो सकता है। अगर किसी कारणवश पूजा के बीच में दीपक बुझ जाता है, तो इसको अपशगुन मानकर पूजा रोकनी नहीं चाहिए, बल्कि पूजा और मंत्रों को जारी रखना चाहिए।पूजा के बीच दीपक बुझना अशुभमाना जाता है कि अगर पूजा के दौरान दीपक बीच में अचानक से बुझ जाता है, तो यह भविष्य में होने वाली किसी घटना का संकेत हो सकता है। अचानक से दीपक का बुझना किसी घटना का संकेत नहीं बल्कि एक संयोग होता है। जिसको हम अशुभ मान बैठते हैं। वहीं इस डर से हमारा पूजा में मन नहीं लगता है। ज्योतिष में कोई ऐसे संकेत नहीं बताए जाते हैं और अगर पूजा के बीच अचानक दीपक बुझ जाता है, तो इसको दोबारा जलाना चाहिए और पूजा आगे बढ़ानी चाहिए।पूजा के बीच में दीपक बुझने पर क्या करेंअगर पूजा के समय किसी भी कारण से दीपक बुझ जाता है, तो बिना घबराए इसको दोबारा जला लेना चाहिए। बिना डरे और पूरी श्रद्धा के साथ दीपक फिर से जलाना चाहिए और पूजा आगे बढ़ाना चाहिए।कई बार खराब तेल के कारण पूजा के बीच में दीपक बुझ जाता है। ऐसे में आपको परेशान होने की बजाय दीपक के तेल को साफ करें और उसमें फिर से तेल डालें। साथ ही आपको बत्ती का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर दीपक की बत्ती खराब है तो इसको भी बदल दें।जिस भी स्थान पर दीपक जल रहा है, वहां पर आसपास के हवा के स्त्रोत को बंद कर देना चाहिए। इसके लिए आप खिड़कियों और पंखों को बंद कर दें। दीपक को ऐसी जगह पर रखें, जहां से हवा न आती हो।आमतौर पर दीपक का बुझ जाना शुभ या अशुभ संकेत न होकर आपकी लापरवाही का संकेत होता है। हमेशा आपका पूरा ध्यान दीपक जलाने पर केंद्रित करना चाहिए और अच्छे तेल के साथ अच्छी बत्ती का इस्तेमाल करना चाहिए।पूजा के समय दीपक बुझ जाने से आपको परेशान नहीं होना चाहिए। साथ ही दीपक को फिर से जला लेना चाहिए और पूजा की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

Oct 12, 2025 - 09:23
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Astrology Tips: पूजा का दीपक बुझना अपशगुन नहीं लापरवाही का संकेत, जानें असली वजह और निवारण
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करने के दौरान दीपक जलाना शुभ माना जाता है। पूजा के दीपक को ऊर्जा, पवित्रता और दिव्यता का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि पूजा के समय दीपक जलाने से हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। जब भी हम पूजा करते हैं, तो सबसे पहले दीपक जलाते हैं। जिससे घर का वातावरण सकारात्मक और पवित्र होता है। पूजा के दीपक में अलग-अलग तेलों को डालकर जलाया जाता है और इसकी बाती भी अलग तरीके से बनी रहती है।

हालांकि कई बार ऐसा होता है कि पूजा के समय अचानक से दीपक किसी वजह से बुझ जाता है। इससे मन में पहला ख्याल आता है कि यह किसी तरह का अपशकुन है। कई बार दीपक बुझ जाने से लोग इतने भयभीत हो जाते हैं कि पूजा को बीच में रोककर चिंतन करने लगते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर पूजा का दीपक किसी वजह से बुझ जाए, तो क्या करना चाहिए।

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पूजा के समय दीपक के बुझने की वजह

माना जाता है कि जब भी पूजा के समय हम दीपक जलाते हैं, तो मन में श्रद्धा भाव छिपा होता है। यह दीपक पूजा की पूर्णता के लिए जलाया जाता है। लेकिन दीपक का बुझना अक्सर लापरवाही या फिर बाहरी कारण जैसे तेल की खराबी और हवा के कारण भी हो सकता है।

पूजा के समय दीपक का बुझना शुभ या अशुभ संकेत न होकर संयोग मात्र होता है। लेकिन हम इसको अपशगुन मान बैठते हैं। यह सिर्फ हमारा अंधविश्वास हो सकता है। अगर किसी कारणवश पूजा के बीच में दीपक बुझ जाता है, तो इसको अपशगुन मानकर पूजा रोकनी नहीं चाहिए, बल्कि पूजा और मंत्रों को जारी रखना चाहिए।

पूजा के बीच दीपक बुझना अशुभ

माना जाता है कि अगर पूजा के दौरान दीपक बीच में अचानक से बुझ जाता है, तो यह भविष्य में होने वाली किसी घटना का संकेत हो सकता है। अचानक से दीपक का बुझना किसी घटना का संकेत नहीं बल्कि एक संयोग होता है। जिसको हम अशुभ मान बैठते हैं। वहीं इस डर से हमारा पूजा में मन नहीं लगता है। ज्योतिष में कोई ऐसे संकेत नहीं बताए जाते हैं और अगर पूजा के बीच अचानक दीपक बुझ जाता है, तो इसको दोबारा जलाना चाहिए और पूजा आगे बढ़ानी चाहिए।

पूजा के बीच में दीपक बुझने पर क्या करें

अगर पूजा के समय किसी भी कारण से दीपक बुझ जाता है, तो बिना घबराए इसको दोबारा जला लेना चाहिए। बिना डरे और पूरी श्रद्धा के साथ दीपक फिर से जलाना चाहिए और पूजा आगे बढ़ाना चाहिए।

कई बार खराब तेल के कारण पूजा के बीच में दीपक बुझ जाता है। ऐसे में आपको परेशान होने की बजाय दीपक के तेल को साफ करें और उसमें फिर से तेल डालें। साथ ही आपको बत्ती का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर दीपक की बत्ती खराब है तो इसको भी बदल दें।

जिस भी स्थान पर दीपक जल रहा है, वहां पर आसपास के हवा के स्त्रोत को बंद कर देना चाहिए। इसके लिए आप खिड़कियों और पंखों को बंद कर दें। दीपक को ऐसी जगह पर रखें, जहां से हवा न आती हो।

आमतौर पर दीपक का बुझ जाना शुभ या अशुभ संकेत न होकर आपकी लापरवाही का संकेत होता है। हमेशा आपका पूरा ध्यान दीपक जलाने पर केंद्रित करना चाहिए और अच्छे तेल के साथ अच्छी बत्ती का इस्तेमाल करना चाहिए।

पूजा के समय दीपक बुझ जाने से आपको परेशान नहीं होना चाहिए। साथ ही दीपक को फिर से जला लेना चाहिए और पूजा की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।