हिसार के खरबला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान:महिलाओं ने निकाली रैली, बेटियों को समान अधिकार दिलाना उद्देश्य
हिसार जिले के बास क्षेत्र स्थित उपस्वास्थ्य केंद्र खरबला में बुधवार को महिलाओं की विशेष मीटिंग हुई। एसएमओ सोरखी डॉ. कामिद मोंगा के निर्देश पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल गोयत ने की। अनिल गोयत ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना शुरू की थी। इसका उद्देश्य लिंगानुपात में सुधार और बेटियों को समान अधिकार दिलाना है। यह अभियान मेवात को छोड़कर हरियाणा के सभी जिलों में चल रहा है। बेटी को आगे बढ़ाओ लगाए नारे कार्यक्रम के बाद गांव की महिलाएं, स्वास्थ्य कर्मचारी और छात्राएं गलियों में रैली लेकर निकलीं। उन्होंने 'बेटी है तो कल है' और 'बेटी को पढ़ाओ, समाज को आगे बढ़ाओ' जैसे नारे लगाए। रैली का मकसद था कि बेटियां किसी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। गोयत ने बताया कि हरियाणा की बेटी मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में देश का नाम रोशन किया है। प्रदेश सरकार ने उन्हें अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। शिक्षा और सुरक्षा को प्राथमिकता सभी ने संकल्प लिया कि गांव में बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दी जाएगी। कार्यक्रम में बताया गया कि यह योजना सिर्फ सरकारी प्रयास नहीं है। इसमें समाज की भी अहम भूमिका है। बैठक में एम पीएचडब्ल्यू सुषमा गोयत, शीलावती, आशा वर्कर और गांव की सैकड़ों महिलाएं मौजूद रहीं।
