यमुना में 2.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया:सोनीपत में डीसी ने किया अलर्ट; 30 घंटे में पहुंचेगा, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 2.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके अगले 30 घंटों में सोनीपत पहुंचने की संभावना है। इसके मद्देनजर, जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। अधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नज़र रखने और जान-माल तथा पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सोनीपत में डीसी ने 5 सितंबर, 2025 तक सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। डीसी ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
डीसी सुशील सारवान ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से 7 घंटों तक बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को यमुना के आसपास के क्षेत्रों में मुनादी कराने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यमुना बांध के भीतर कोई भी व्यक्ति मौजूद न रहे। किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी गई है। इसके अतिरिक्त, अधिकारियों को गांवों के सरपंचों और नंबरदारों के साथ मिलकर स्कूलों, चौपालों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर ग्रामीणों और पशुओं के ठहरने की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है। जलस्तर बढ़ने की संभावना
सिंचाई विभाग के अधिकारी अश्वनी कुमार ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण अगले 24 से 48 घंटों में सोनीपत में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा। सोमवार को स्थिति सामान्य रही, लेकिन धीरे-धीरे पानी का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है। सोनीपत से दिल्ली बॉर्डर तक करीब 30 गांव यमुना नदी से सटे हुए हैं, और प्रशासन ने सभी को सतर्क रहने को कहा है। किसानों पर दोहरी मार
यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सोनीपत के बख्तावरपुर, गढ़ी, मेहंदीपुर, और जैनपुर जैसे गांवों में यमुना से सटे खेतों में मिट्टी का कटाव हो रहा है। इससे न सिर्फ खड़ी फसलें बह गई हैं, बल्कि उपजाऊ मिट्टी के बह जाने से किसानों की चिंता और भी बढ़ गई है। दिल्ली के निचले इलाकों में भी पानी भरने की संभावना है, जिसका असर सोनीपत और पानीपत जैसे जिलों पर भी पड़ सकता है। कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की गई भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा आगामी दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद सोनीपत जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संभावित बाढ़ और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए, डीसी सुशील सारवान ने 5 सितंबर, 2025 तक सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। उन्हें अपने-अपने मुख्यालय पर मौजूद रहने और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों की तैनाती और निर्देश डीसी ने स्पष्ट किया कि इस अवधि के दौरान कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना पूर्व अनुमति के छुट्टी पर नहीं जा सकेगा। सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी तरह से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके। नागरिकों से अपील
डीसी सुशील सारवान ने जिले के नागरिकों से भी अपील की है कि वे मौसम विभाग की एडवाइजरी का पालन करें। उन्होंने लोगों को अनावश्यक रूप से जलभराव वाले और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है। यह अपील नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है, ताकि किसी भी तरह के जोखिम को टाला जा सके।
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 2.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके अगले 30 घंटों में सोनीपत पहुंचने की संभावना है। इसके मद्देनजर, जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। अधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नज़र रखने और जान-माल तथा पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सोनीपत में डीसी ने 5 सितंबर, 2025 तक सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। डीसी ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
डीसी सुशील सारवान ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से 7 घंटों तक बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को यमुना के आसपास के क्षेत्रों में मुनादी कराने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यमुना बांध के भीतर कोई भी व्यक्ति मौजूद न रहे। किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी गई है। इसके अतिरिक्त, अधिकारियों को गांवों के सरपंचों और नंबरदारों के साथ मिलकर स्कूलों, चौपालों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर ग्रामीणों और पशुओं के ठहरने की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है। जलस्तर बढ़ने की संभावना
सिंचाई विभाग के अधिकारी अश्वनी कुमार ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण अगले 24 से 48 घंटों में सोनीपत में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा। सोमवार को स्थिति सामान्य रही, लेकिन धीरे-धीरे पानी का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है। सोनीपत से दिल्ली बॉर्डर तक करीब 30 गांव यमुना नदी से सटे हुए हैं, और प्रशासन ने सभी को सतर्क रहने को कहा है। किसानों पर दोहरी मार
यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सोनीपत के बख्तावरपुर, गढ़ी, मेहंदीपुर, और जैनपुर जैसे गांवों में यमुना से सटे खेतों में मिट्टी का कटाव हो रहा है। इससे न सिर्फ खड़ी फसलें बह गई हैं, बल्कि उपजाऊ मिट्टी के बह जाने से किसानों की चिंता और भी बढ़ गई है। दिल्ली के निचले इलाकों में भी पानी भरने की संभावना है, जिसका असर सोनीपत और पानीपत जैसे जिलों पर भी पड़ सकता है। कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की गई भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा आगामी दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद सोनीपत जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संभावित बाढ़ और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए, डीसी सुशील सारवान ने 5 सितंबर, 2025 तक सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। उन्हें अपने-अपने मुख्यालय पर मौजूद रहने और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों की तैनाती और निर्देश डीसी ने स्पष्ट किया कि इस अवधि के दौरान कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना पूर्व अनुमति के छुट्टी पर नहीं जा सकेगा। सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी तरह से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके। नागरिकों से अपील
डीसी सुशील सारवान ने जिले के नागरिकों से भी अपील की है कि वे मौसम विभाग की एडवाइजरी का पालन करें। उन्होंने लोगों को अनावश्यक रूप से जलभराव वाले और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है। यह अपील नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है, ताकि किसी भी तरह के जोखिम को टाला जा सके।