भिवानी के सामर्थ्य का ऑस्ट्रेलिया के शूटिंग कैंप में चयन:पर्थ हवाई अड्डे से कैनबरा रवाना, 12 वर्षीय खिलाड़ी करेगा देश का प्रतिनिधित्व
भिवानी जिले के 12 वर्षीय सामर्थ्य सांगवान ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय शूटिंग प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के लिए पर्थ हवाई अड्डे से कैनबरा रवाना हुए हैं। सामर्थ्य भू-वैज्ञानिक प्रवीण सांगवान के बेटे और सज्जन सिंह सांगवान के पोते हैं। शिविर में सबसे कम उम्र के प्रतिभागी हैं। सामर्थ्य की यह उपलब्धि हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। योग्यता पूरी कर रचा इतिहास हरियाणा की मिट्टी से जुड़े युवा खिलाड़ी का विदेशी धरती पर राष्ट्रीय स्तर के शिविर में शामिल होना प्रदेश की खेल परंपरा को दर्शाता है। प्रदेश के खेल प्रेरक वकील राजनारायण पंघाल ने उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय शूटिंग संघ के नियमों के अनुसार 12 वर्ष से कम आयु का कोई खिलाड़ी शूटिंग में भाग नहीं ले सकता। सामर्थ्य ने योग्यता पूरी करते ही इतिहास रच दिया है। दादा-दादी से मिलने भिवानी आए थे पंघाल ने बताया कि सामर्थ्य जब 11 वर्ष के थे, तब वे अपने दादा-दादी से मिलने भिवानी आए थे। इसी दौरान उनके पिता प्रवीण सांगवान ने अपने बचपन के दोस्त राजनारायण पंघाल से शूटिंग प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली थी। प्रवीण सांगवान ने लक्ष्य शूटिंग स्पोर्ट्स अकादमी और कोच प्रदीप बेनीवाल की प्रशंसा सुनकर अकादमी का दौरा करने का मन बनाया। भिवानी प्रवास के दौरान सामर्थ्य ने अकादमी का दौरा किया, जहां कोच प्रदीप बेनीवाल ने उन्हें शूटिंग की मूलभूत जानकारी दी और प्रेरित किया। इन अनुभवों ने सामर्थ्य में खेल के प्रति गहरी रुचि जगाई। शूटरों में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी वापस ऑस्ट्रेलिया लौटने के बाद सामर्थ्य ने शौकिया तौर पर शूटिंग शुरू की और बहुत कम समय में वह स्तर प्राप्त कर लिया, जो राष्ट्रीय ट्रेनिंग कैम्प के लिए आवश्यक था। अब कैनबरा में आयोजित कैम्प में शामिल 15 जूनियर शूटरों में सामर्थ्य सबसे छोटी उम्र के खिलाड़ी होंगे। उसके साथ पिता प्रवीण सांगवान भी रवाना हुए हैं। चरखी दादरी विधायक ने दी बधाई इस उपलब्धि का पता लगते ही चरखी दादरी के विधायक सुनील सतपाल सांगवान ने अपने सोशल मीडिया मंच पर सामर्थ्य को बधाई दी और फोन पर उसके पिता प्रवीण सांगवान से बातचीत कर शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि यह हमारे क्षेत्र और पूरे हरियाणा के लिए गर्व का क्षण है। सामर्थ्य ने कम उम्र में जो उपलब्धि हासिल की है, वह आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। इस सफलता पर भिवानी सहित पूरे हरियाणा में गर्व की लहर है। यह उपलब्धि प्रदेश के तमाम जूनियर खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी कि जब संकल्प, मार्गदर्शन और परिश्रम साथ हों, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं रहती।
भिवानी जिले के 12 वर्षीय सामर्थ्य सांगवान ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय शूटिंग प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के लिए पर्थ हवाई अड्डे से कैनबरा रवाना हुए हैं। सामर्थ्य भू-वैज्ञानिक प्रवीण सांगवान के बेटे और सज्जन सिंह सांगवान के पोते हैं। शिविर में सबसे कम उम्र के प्रतिभागी हैं। सामर्थ्य की यह उपलब्धि हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। योग्यता पूरी कर रचा इतिहास हरियाणा की मिट्टी से जुड़े युवा खिलाड़ी का विदेशी धरती पर राष्ट्रीय स्तर के शिविर में शामिल होना प्रदेश की खेल परंपरा को दर्शाता है। प्रदेश के खेल प्रेरक वकील राजनारायण पंघाल ने उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय शूटिंग संघ के नियमों के अनुसार 12 वर्ष से कम आयु का कोई खिलाड़ी शूटिंग में भाग नहीं ले सकता। सामर्थ्य ने योग्यता पूरी करते ही इतिहास रच दिया है। दादा-दादी से मिलने भिवानी आए थे पंघाल ने बताया कि सामर्थ्य जब 11 वर्ष के थे, तब वे अपने दादा-दादी से मिलने भिवानी आए थे। इसी दौरान उनके पिता प्रवीण सांगवान ने अपने बचपन के दोस्त राजनारायण पंघाल से शूटिंग प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली थी। प्रवीण सांगवान ने लक्ष्य शूटिंग स्पोर्ट्स अकादमी और कोच प्रदीप बेनीवाल की प्रशंसा सुनकर अकादमी का दौरा करने का मन बनाया। भिवानी प्रवास के दौरान सामर्थ्य ने अकादमी का दौरा किया, जहां कोच प्रदीप बेनीवाल ने उन्हें शूटिंग की मूलभूत जानकारी दी और प्रेरित किया। इन अनुभवों ने सामर्थ्य में खेल के प्रति गहरी रुचि जगाई। शूटरों में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी वापस ऑस्ट्रेलिया लौटने के बाद सामर्थ्य ने शौकिया तौर पर शूटिंग शुरू की और बहुत कम समय में वह स्तर प्राप्त कर लिया, जो राष्ट्रीय ट्रेनिंग कैम्प के लिए आवश्यक था। अब कैनबरा में आयोजित कैम्प में शामिल 15 जूनियर शूटरों में सामर्थ्य सबसे छोटी उम्र के खिलाड़ी होंगे। उसके साथ पिता प्रवीण सांगवान भी रवाना हुए हैं। चरखी दादरी विधायक ने दी बधाई इस उपलब्धि का पता लगते ही चरखी दादरी के विधायक सुनील सतपाल सांगवान ने अपने सोशल मीडिया मंच पर सामर्थ्य को बधाई दी और फोन पर उसके पिता प्रवीण सांगवान से बातचीत कर शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि यह हमारे क्षेत्र और पूरे हरियाणा के लिए गर्व का क्षण है। सामर्थ्य ने कम उम्र में जो उपलब्धि हासिल की है, वह आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। इस सफलता पर भिवानी सहित पूरे हरियाणा में गर्व की लहर है। यह उपलब्धि प्रदेश के तमाम जूनियर खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी कि जब संकल्प, मार्गदर्शन और परिश्रम साथ हों, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं रहती।