बेतिया में पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम का जनसंपर्क अभियान फेल:गम्हरिया गांव में ग्रामीणों ने किया विरोध, पूछा-आप वोट मांगने आए हैं या बाप-दादा निहारने?

पश्चिम चंपारण।सिकटा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम के जनसंपर्क अभियान को गम्हरिया गांव में करारा झटका लगा। ग्रामीणों ने उनके कार्यक्रम का विरोध किया और उन्हें गांव छोड़ने के लिए कह दिया। घटना भले ही पांच दिन पुरानी हो, लेकिन इसका वीडियो गुरुवार शाम को सामने आते ही स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है। 15 दिनों से ‘हाल-चाल सलामत पदयात्रा’ पर खुर्शीद आलम पिछले 15 दिनों से सिकटा क्षेत्र में “हाल-चाल सलामत पदयात्रा” निकाल रहे हैं। इसी क्रम में वे गम्हरिया गांव पहुंचे थे। हाथ में कागज लिए वे ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भीड़ ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों के तंज और तीखी नोकझोंक वायरल वीडियो में दिख रहा है कि ग्रामीणों और पूर्व मंत्री के बीच तीखी बहस हुई। एक ग्रामीण ने तंज कसा– “लोग पंचायत में मुखिया के पास नहीं जाते, पटना कौन जाएगा?” दूसरे युवक ने पूछा– “आप वोट मांगने आए हैं या बाप-दादा निहारने?” इस पर खुर्शीद आलम भड़क उठे और बोले– “फालतू बेऔकाती बात मत बोलो।” “तुम्हारा वोट नहीं चाहिए” कहकर लौटे मंत्री नोकझोंक बढ़ने पर खुर्शीद आलम ने गुस्से में कहा– “मैं वोट मांगने नहीं आया हूं, तुम्हारा वोट हमको नहीं चाहिए।”ग्रामीण ने पलटवार किया– “हम देंगे भी नहीं, गांव वालों को भी नहीं देने देंगे।”इस पर पूर्व मंत्री ने व्यंग्य में कहा– “आप तोप हैं, मत दीजिएगा।” तभी एक युवक ने साफ कह दिया– “आप जाइए यहां से।” माहौल बिगड़ता देख पूर्व मंत्री को वहां से लौटना पड़ा। वीडियो सामने आने पर मिली प्रतिक्रियाएं गुरुवार शाम से यह इस घटना का वीडियो सामने आया है। लोग इसे जनता का आक्रोश बता रहे हैं, तो कुछ इसे चुनावी राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। फिलहाल गम्हरिया की यह घटना सिकटा विधानसभा में चर्चा का सबसे गर्म मुद्दा बन चुकी है।

Aug 22, 2025 - 09:16
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बेतिया में पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम का जनसंपर्क अभियान फेल:गम्हरिया गांव में ग्रामीणों ने किया विरोध, पूछा-आप वोट मांगने आए हैं या बाप-दादा निहारने?
पश्चिम चंपारण।सिकटा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम के जनसंपर्क अभियान को गम्हरिया गांव में करारा झटका लगा। ग्रामीणों ने उनके कार्यक्रम का विरोध किया और उन्हें गांव छोड़ने के लिए कह दिया। घटना भले ही पांच दिन पुरानी हो, लेकिन इसका वीडियो गुरुवार शाम को सामने आते ही स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है। 15 दिनों से ‘हाल-चाल सलामत पदयात्रा’ पर खुर्शीद आलम पिछले 15 दिनों से सिकटा क्षेत्र में “हाल-चाल सलामत पदयात्रा” निकाल रहे हैं। इसी क्रम में वे गम्हरिया गांव पहुंचे थे। हाथ में कागज लिए वे ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भीड़ ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों के तंज और तीखी नोकझोंक वायरल वीडियो में दिख रहा है कि ग्रामीणों और पूर्व मंत्री के बीच तीखी बहस हुई। एक ग्रामीण ने तंज कसा– “लोग पंचायत में मुखिया के पास नहीं जाते, पटना कौन जाएगा?” दूसरे युवक ने पूछा– “आप वोट मांगने आए हैं या बाप-दादा निहारने?” इस पर खुर्शीद आलम भड़क उठे और बोले– “फालतू बेऔकाती बात मत बोलो।” “तुम्हारा वोट नहीं चाहिए” कहकर लौटे मंत्री नोकझोंक बढ़ने पर खुर्शीद आलम ने गुस्से में कहा– “मैं वोट मांगने नहीं आया हूं, तुम्हारा वोट हमको नहीं चाहिए।”ग्रामीण ने पलटवार किया– “हम देंगे भी नहीं, गांव वालों को भी नहीं देने देंगे।”इस पर पूर्व मंत्री ने व्यंग्य में कहा– “आप तोप हैं, मत दीजिएगा।” तभी एक युवक ने साफ कह दिया– “आप जाइए यहां से।” माहौल बिगड़ता देख पूर्व मंत्री को वहां से लौटना पड़ा। वीडियो सामने आने पर मिली प्रतिक्रियाएं गुरुवार शाम से यह इस घटना का वीडियो सामने आया है। लोग इसे जनता का आक्रोश बता रहे हैं, तो कुछ इसे चुनावी राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। फिलहाल गम्हरिया की यह घटना सिकटा विधानसभा में चर्चा का सबसे गर्म मुद्दा बन चुकी है।