दिखने में असली या नकली? कहीं आपका नया फोन फर्स्ट कॉपी तो नहीं! ऐसे करें ऑनलाइन चेक अपने नए फोन की असलियत

आजकल मोबाइल फोन बाजार में नकली या फर्स्ट कॉपी फोन धड़ल्ले से बिक रहे हैं। ये दिखने में बिलकुल असली लगते हैं, लेकिन असलियत जानना बेहद जरूरी है। अगर आपने हाल ही में कोई नया फोन खरीदा है और उसके असली-नकली होने पर शक है, तो आप आसानी से इसकी जांच कर सकते हैं। इसके लिए दूरसंचार विभाग (DoT) की आधिकारिक वेबसाइट संचार साथी (Sanchar Saathi) आपकी मदद कर सकती है। आइए जानें पूरी प्रक्रिया:संचार साथी: फोन की असलियत जानने का आसान तरीकासंचार साथी (https://sancharsaathi.gov.in/) एक सरकारी पोर्टल है, जिसे DoT ने मोबाइल यूजर्स को सुरक्षित और जागरूक बनाने के लिए लॉन्च किया है। इस पोर्टल पर जाकर आप न केवल यह पता लगा सकते हैं कि आपका फोन असली है या नकली, बल्कि—- चोरी हुए फोन की शिकायत कर सकते हैं।- फ्रॉड से संबंधित रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं।- यह जांच सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर एक्टिव हैं।इसे भी पढ़ें: अपराधियों का नया खेल, फर्जी कंपनियों के लिए आपके आधार-पैन का इस्तेमाल, जानिये अपने आधार-पैन को कैसे रखें सुरक्षितइस वेबसाइट के जरिए कोई भी यूजर अपने फोन की जेनुइननेस चेक कर सकता है।फोन की असलियत जांचने के लिए जरूरी चीजेंअपने मोबाइल की असलियत जानने के लिए आपको केवल दो जानकारियों की जरूरत होगी:1. मोबाइल नंबर – जो वर्तमान में आपके फोन में एक्टिव हो।2. IMEI नंबर – जो हर मोबाइल डिवाइस का यूनिक आईडेंटिटी नंबर होता है।ध्यान रखें, फोन आपके पास होना चाहिए, क्योंकि ओटीपी (OTP) उसी नंबर पर आएगा।IMEI नंबर कैसे पता करें?अगर आपको अपने फोन का IMEI नंबर नहीं पता है, तो इन तरीकों से पता करें:- अपने फोन से *#06# डायल करें। स्क्रीन पर तुरंत IMEI नंबर दिख जाएगा।- फोन की Settings - About Phone - Status - IMEI Information में जाकर भी देख सकते हैं।- फोन की पैकेजिंग बॉक्स पर भी IMEI नंबर लिखा होता है।स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस: असली या नकली फोन की जांच1. सबसे पहले Sanchar Saathi Portal पर जाएं।2. होम पेज पर नीचे स्क्रॉल करें और “Know Genuineness of your Mobile” विकल्प चुनें।3. अब नए पेज पर अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालें।4. Get OTP पर क्लिक करें।5. आपके मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करके Submit करें।6. सबमिट करने के बाद आपके फोन की जानकारी जैसे – ब्रांड नेम, मॉडल नंबर और मार्केट वैल्यू नंबर स्क्रीन पर आ जाएंगे।7. इस मार्केट नंबर को गूगल पर सर्च करें। इससे साफ हो जाएगा कि आपका फोन असली है या नकली।क्यों जरूरी है यह जांच?- नकली फोन में अक्सर कमज़ोर बैटरी और घटिया हार्डवेयर होता है।- ये फोन सुरक्षा खतरों का कारण बन सकते हैं।- ऐसे फोन पर कंपनी की ओर से वारंटी या आफ्टर-सेल्स सपोर्ट नहीं मिलता।- कई बार फर्स्ट कॉपी फोन असली ब्रांड के नाम पर ज्यादा कीमत में बेचे जाते हैं।असली और नकली फोन में अंतर: एक झलक   विशेषता असली फोन नकली (फर्स्ट कॉपी) फोन IMEI नंबर यूनिक और वैध (संचार साथी पर रजिस्टर) डुप्लीकेट या इनवैलिड वारंटीकंपनी की ओर से मिलती है कोई आधिकारिक वारंटी नहीं सॉफ़्टवेयर अपडेट नियमित अपडेट मिलते हैं अपडेट सपोर्ट नहीं मिलता हार्डवेयर क्वालिटी ओरिजिनल और टिकाऊ घटिया क्वालिटी कीमत ब्रांड के हिसाब से तयअसली से कम लेकिन धोखे वाली सपोर्ट सर्विस ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर सर्विस का कोई भरोसा नहीं - डॉ. अमिनेष शर्मा

Oct 4, 2025 - 20:03
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दिखने में असली या नकली? कहीं आपका नया फोन फर्स्ट कॉपी तो नहीं! ऐसे करें ऑनलाइन चेक अपने नए फोन की असलियत
आजकल मोबाइल फोन बाजार में नकली या फर्स्ट कॉपी फोन धड़ल्ले से बिक रहे हैं। ये दिखने में बिलकुल असली लगते हैं, लेकिन असलियत जानना बेहद जरूरी है। अगर आपने हाल ही में कोई नया फोन खरीदा है और उसके असली-नकली होने पर शक है, तो आप आसानी से इसकी जांच कर सकते हैं। इसके लिए दूरसंचार विभाग (DoT) की आधिकारिक वेबसाइट संचार साथी (Sanchar Saathi) आपकी मदद कर सकती है। आइए जानें पूरी प्रक्रिया:

संचार साथी: फोन की असलियत जानने का आसान तरीका

संचार साथी (https://sancharsaathi.gov.in/) एक सरकारी पोर्टल है, जिसे DoT ने मोबाइल यूजर्स को सुरक्षित और जागरूक बनाने के लिए लॉन्च किया है। इस पोर्टल पर जाकर आप न केवल यह पता लगा सकते हैं कि आपका फोन असली है या नकली, बल्कि—
- चोरी हुए फोन की शिकायत कर सकते हैं।
- फ्रॉड से संबंधित रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं।
- यह जांच सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर एक्टिव हैं।

इसे भी पढ़ें: अपराधियों का नया खेल, फर्जी कंपनियों के लिए आपके आधार-पैन का इस्तेमाल, जानिये अपने आधार-पैन को कैसे रखें सुरक्षित

इस वेबसाइट के जरिए कोई भी यूजर अपने फोन की जेनुइननेस चेक कर सकता है।

फोन की असलियत जांचने के लिए जरूरी चीजें

अपने मोबाइल की असलियत जानने के लिए आपको केवल दो जानकारियों की जरूरत होगी:
1. मोबाइल नंबर – जो वर्तमान में आपके फोन में एक्टिव हो।
2. IMEI नंबर – जो हर मोबाइल डिवाइस का यूनिक आईडेंटिटी नंबर होता है।

ध्यान रखें, फोन आपके पास होना चाहिए, क्योंकि ओटीपी (OTP) उसी नंबर पर आएगा।

IMEI नंबर कैसे पता करें?

अगर आपको अपने फोन का IMEI नंबर नहीं पता है, तो इन तरीकों से पता करें:
- अपने फोन से *#06# डायल करें। स्क्रीन पर तुरंत IMEI नंबर दिख जाएगा।
- फोन की Settings - About Phone - Status - IMEI Information में जाकर भी देख सकते हैं।
- फोन की पैकेजिंग बॉक्स पर भी IMEI नंबर लिखा होता है।

स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस: असली या नकली फोन की जांच

1. सबसे पहले Sanchar Saathi Portal पर जाएं।
2. होम पेज पर नीचे स्क्रॉल करें और “Know Genuineness of your Mobile” विकल्प चुनें।
3. अब नए पेज पर अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालें।
4. Get OTP पर क्लिक करें।
5. आपके मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करके Submit करें।
6. सबमिट करने के बाद आपके फोन की जानकारी जैसे – ब्रांड नेम, मॉडल नंबर और मार्केट वैल्यू नंबर स्क्रीन पर आ जाएंगे।
7. इस मार्केट नंबर को गूगल पर सर्च करें। इससे साफ हो जाएगा कि आपका फोन असली है या नकली।

क्यों जरूरी है यह जांच?

- नकली फोन में अक्सर कमज़ोर बैटरी और घटिया हार्डवेयर होता है।
- ये फोन सुरक्षा खतरों का कारण बन सकते हैं।
- ऐसे फोन पर कंपनी की ओर से वारंटी या आफ्टर-सेल्स सपोर्ट नहीं मिलता।
- कई बार फर्स्ट कॉपी फोन असली ब्रांड के नाम पर ज्यादा कीमत में बेचे जाते हैं।

असली और नकली फोन में अंतर: एक झलक

  
 विशेषता असली फोन नकली (फर्स्ट कॉपी) फोन
 IMEI नंबर यूनिक और वैध (संचार साथी पर रजिस्टर) डुप्लीकेट या इनवैलिड
 वारंटीकंपनी की ओर से मिलती है कोई आधिकारिक वारंटी नहीं
 सॉफ़्टवेयर अपडेट नियमित अपडेट मिलते हैं अपडेट सपोर्ट नहीं मिलता
 हार्डवेयर क्वालिटी ओरिजिनल और टिकाऊ घटिया क्वालिटी
 कीमत ब्रांड के हिसाब से तयअसली से कम लेकिन धोखे वाली

 सपोर्ट सर्विस ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर सर्विस का कोई भरोसा नहीं
 - डॉ. अमिनेष शर्मा