पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को मैच रैफरी एंड पायक्रॉफ्ट पर भारत के खिलाफ एशिया कप 2025 मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्हें टूर्नामेंट से तुरंत हटाने की मांग की। जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर 69 वर्ष के पायक्रॉफ्ट भारत और पाकिस्तान के बीच मैच में मैच रैफरी थे, जिसमें मैच खत्म होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने विरोधी टीम से हाथ नहीं मिलाया। पीसीबी ने आईसीसी के समक्ष पायक्रॉफ्ट के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करा दी है। हालांकि, टूर्नामेंट आईसीसी नहीं बल्कि एशियाई क्रिकेट परिषद करा रहा है।
वहीं पीसीबी के प्रमुख मोहसिन नकवी ने एक्स पर लिखा कि, पीसीबी ने क्रिकेट की भावना से जुड़े एमसीसी के नियम और आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर मैच रैफरी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है। पीसीबी ने मैच रैफरी को एशिया कप से तुरंत हटाने की मांग की है। नकवी इस समय एसीसी के अध्यक्ष भी हैं। पाकिस्तान ने पहले एशियाई क्रिकेट परिषद के समक्ष मसला उठाकर भारतीय खिलाड़ियों के बर्ताव को खेलभावना के विपरीत बताया था। पीसीबी ने इससे पहले बयान में कहा कि टीम मैनेजर नवीद चीमा ने मैच के बाद हाथ नहीं मिलाने वाले भारतीय खिलाड़ियों के बर्ताव का कड़ा विरोध किया है। ये खेल भावना और खेल के विपरीत आचरण है। विरोध के तौर पर हमने अपने कप्तान को मैच के बाद समारोह में नहीं भेजा।
ये मामला अब तूल पकड़ गया है जिसकी शुरुआत ग्रुप ए के मैच में सिक्के की उछाल के साथ हुई जब सूर्यकुमार यादव और पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने एक दूसरे से हाथ नहीं मिलाया। पीसीबी ने दावा किया है कि रैफरी पायक्रॉफ्ट ने दोनों कप्तानों से मैच से पहले हाथ मिलाने की परंपरा का पालन नहीं करने के लिए कहा था। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार और पाकिस्तान के सलमान अली आगा ने एक-दूसरे की तरफ देखा भी नहीं। दोनों टीमों के बीच एशिया कप में दो बार और टक्कर हो सकती है और भारत आगे भी हाथ नहीं मिलाने की नीति दोहरा सकता है।
सूर्यकुमार ने इससे पहले कहा था कि विरोधी टीम से हाथ नहीं मिलाना पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने का उनका तरीका था।