विकसित भारत - यूथ कनेक्ट कार्यक्रम:युवाओं को स्वावलंबी और सशक्त बनाने के लिए दिया मार्गदर्शन

केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से गुरुवार को "विकसित भारत - यूथ कनेक्ट कार्यक्रम" का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में परिसर के निदेशक प्रोफेसर वाई एस रमेश, सह निदेशक बोध कुमार झा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अध्यक्ष राजस्थान युवा बोर्ड (युवा मामले एवं खेल विभाग, राजस्थान सरकार) के शासन सचिव नीरज के पवन ने भी भाग लिया। साथ ही सदस्य सचिव राजस्थान युवा बोर्ड कैलाश पहाड़िया और आदर्श मित्तल भी मौजूद थे। UNFPA (United Nations Population Fund) India से निधि जैन और परेश गुप्ता ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर राज्य के युवाओं को व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व क्षमता विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व पर मार्गदर्शन दिया गया। विशेषज्ञों ने युवाओं को करियर मार्गदर्शन भी प्रदान किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वावलंबी, सक्षम और सशक्त बनाना था। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ सीमा अग्रवाल और कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुरेन्द्र जाखड़ भी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के विभिन्न प्राध्यापकगण और विद्यार्थीगण ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में युवाओं को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने पर जोर दिया गया।

Aug 1, 2025 - 22:32
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विकसित भारत - यूथ कनेक्ट कार्यक्रम:युवाओं को स्वावलंबी और सशक्त बनाने के लिए दिया मार्गदर्शन
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से गुरुवार को "विकसित भारत - यूथ कनेक्ट कार्यक्रम" का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में परिसर के निदेशक प्रोफेसर वाई एस रमेश, सह निदेशक बोध कुमार झा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अध्यक्ष राजस्थान युवा बोर्ड (युवा मामले एवं खेल विभाग, राजस्थान सरकार) के शासन सचिव नीरज के पवन ने भी भाग लिया। साथ ही सदस्य सचिव राजस्थान युवा बोर्ड कैलाश पहाड़िया और आदर्श मित्तल भी मौजूद थे। UNFPA (United Nations Population Fund) India से निधि जैन और परेश गुप्ता ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर राज्य के युवाओं को व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व क्षमता विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व पर मार्गदर्शन दिया गया। विशेषज्ञों ने युवाओं को करियर मार्गदर्शन भी प्रदान किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वावलंबी, सक्षम और सशक्त बनाना था। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ सीमा अग्रवाल और कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुरेन्द्र जाखड़ भी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के विभिन्न प्राध्यापकगण और विद्यार्थीगण ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में युवाओं को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने पर जोर दिया गया।