भिवानी के रिटायर्ड CRPF जवान वीरता पदक से सम्मानित:नक्सलियों का डटकर किया था मुकाबला; रिटायरमेंट के सवा साल बाद मिला सम्मान

हरियाणा के भिवानी के रहने वाले CRPF के रिटायर्ड DSP जयभगवान को दिल्ली में वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। रिटायरमेंट के सवा साल बाद 61 वर्ष की उम्र में उन्हें यह सम्मान मिला। ड्यूटी के दौरान उन्होंने नक्सलियों के नापाक इरादों को कामयाब नहीं होने दिया और डटकर मुकाबला किया। उनके अदम्य साहस ने न केवल सुरक्षा बलों बल्कि आम जनता के लिए भी सुरक्षा की मिसाल कायम की। गुरुवार (28 अगस्त) को शौर्य CRPF ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में आयोजित समारोह में गृह मंत्रालय के विशेष सचिव प्रवीण वशिष्ठ और CRPF महानिदेशक जीपी सिंह ने उन्हें पदक पहनाकर सम्मानित किया। सम्मान मिलने के बाद रिटायर्ड DSP ने मीडिया से कहा कि वे इस पदक के साथ मिलने वाली राशि गांव के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित करेंगे। उनका सपना है कि यह राशि गांव के बच्चों के खेल और शिक्षा में काम आए, ताकि युवा अपने भविष्य को संवार सकें और देश के लिए कुछ कर सकें। सम्मान मिलने के बाद रिटायर्ड डीएसपी ने कही 3 बातें... 41 साल 7 महीने की सेवा में समर्पण और साहस भिवानी जिले के गांव कितलाना निवासी रिटायर्ड CRPF DSP जयभगवान ने अपने पेशेवर जीवन में 41 साल 7 महीने तक देश की सेवा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में वे चीफ इलेक्शन कमिश्नर के सिक्योरिटी एडवाइजर के पद पर तैनात हैं। अपने लंबे करियर में उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाते हुए कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया और साहसिक कार्यों को अंजाम दिया। सेवानिवृत्ति के बाद भी सम्मान की प्रतीक्षा जयभगवान ने बताया कि वे 30 जून 2024 को CRPF के DSP पद से सेवानिवृत्त हुए थे। हालांकि, उनके बहादुरी भरे कार्यों और समर्पण को देखते हुए उनके नाम को पहले ही वीरता पदक के लिए नोमिनेट किया गया था। इस सम्मान का फैसला उन्हें उनके सेवानिवृत्त होने के लगभग सवा साल बाद मिला, जो उनके अथक प्रयास और साहस का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

Aug 30, 2025 - 13:07
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भिवानी के रिटायर्ड CRPF जवान वीरता पदक से सम्मानित:नक्सलियों का डटकर किया था मुकाबला; रिटायरमेंट के सवा साल बाद मिला सम्मान
हरियाणा के भिवानी के रहने वाले CRPF के रिटायर्ड DSP जयभगवान को दिल्ली में वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। रिटायरमेंट के सवा साल बाद 61 वर्ष की उम्र में उन्हें यह सम्मान मिला। ड्यूटी के दौरान उन्होंने नक्सलियों के नापाक इरादों को कामयाब नहीं होने दिया और डटकर मुकाबला किया। उनके अदम्य साहस ने न केवल सुरक्षा बलों बल्कि आम जनता के लिए भी सुरक्षा की मिसाल कायम की। गुरुवार (28 अगस्त) को शौर्य CRPF ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में आयोजित समारोह में गृह मंत्रालय के विशेष सचिव प्रवीण वशिष्ठ और CRPF महानिदेशक जीपी सिंह ने उन्हें पदक पहनाकर सम्मानित किया। सम्मान मिलने के बाद रिटायर्ड DSP ने मीडिया से कहा कि वे इस पदक के साथ मिलने वाली राशि गांव के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित करेंगे। उनका सपना है कि यह राशि गांव के बच्चों के खेल और शिक्षा में काम आए, ताकि युवा अपने भविष्य को संवार सकें और देश के लिए कुछ कर सकें। सम्मान मिलने के बाद रिटायर्ड डीएसपी ने कही 3 बातें... 41 साल 7 महीने की सेवा में समर्पण और साहस भिवानी जिले के गांव कितलाना निवासी रिटायर्ड CRPF DSP जयभगवान ने अपने पेशेवर जीवन में 41 साल 7 महीने तक देश की सेवा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में वे चीफ इलेक्शन कमिश्नर के सिक्योरिटी एडवाइजर के पद पर तैनात हैं। अपने लंबे करियर में उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाते हुए कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया और साहसिक कार्यों को अंजाम दिया। सेवानिवृत्ति के बाद भी सम्मान की प्रतीक्षा जयभगवान ने बताया कि वे 30 जून 2024 को CRPF के DSP पद से सेवानिवृत्त हुए थे। हालांकि, उनके बहादुरी भरे कार्यों और समर्पण को देखते हुए उनके नाम को पहले ही वीरता पदक के लिए नोमिनेट किया गया था। इस सम्मान का फैसला उन्हें उनके सेवानिवृत्त होने के लगभग सवा साल बाद मिला, जो उनके अथक प्रयास और साहस का प्रत्यक्ष प्रमाण है।