बहादुरगढ़ में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन फिर खराब:AQI डेटा गलत दिखा रहा, एक साल बाद हुआ था ठीक, केलीब्रेशन में गड़बड़ी
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ शहर की वायु गुणवत्ता की सही स्थिति जानने के लिए लगाया गया, सतत परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (CAAQMS) स्टेशन एक बार फिर तकनीकी खराबी का शिकार हो गया है। करीब एक साल तक बंद रहने के बाद पिछले महीने ही इस स्टेशन को दोबारा चालू किया गया था, लेकिन अब इसकी केलिब्रेशन में गड़बड़ी आ गई है। जिसके कारण यह गलत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) दिखा रहा है। पिछले तीन दिनों से यह स्टेशन बहादुरगढ़ का एक्यूआई ग्रीन जोन यानी 50 से कम दिखा रहा है, जबकि वास्तविकता में शहर का प्रदूषण स्तर 200 से अधिक है। विशेषज्ञों के अनुसार, स्टेशन की तकनीकी गड़बड़ी के कारण डेटा सटीक नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टेशन का संचालन कर रही कंपनी को केलिब्रेशन दोबारा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि डेटा सही और विश्वसनीय रूप में मिल सके। पिछले महीने हुआ था चालू दरअसल, यह स्टेशन पिछले एक साल से बंद पड़ा था। कंपनी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच एग्रीमेंट नवीनीकरण में देरी के कारण यह संचालन से बाहर था। अक्टूबर माह में तकनीकी सुधार और एग्रीमेंट पूरा होने के बाद इसे पुनः शुरू किया गया था। स्टेशन के शुरू होते ही उम्मीद जगी थी कि अब बहादुरगढ़ की वायु गुणवत्ता का रियल टाइम डेटा मिलेगा और प्रशासन प्रदूषण नियंत्रण के बेहतर निर्णय ले सकेगा। CAAQMS स्टेशन वायु में मौजूद पीएम 2.5, पीएम 10, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों का स्तर मापने का काम करता है। यह डेटा सीधे केंद्रीय सर्वर पर भेजा जाता है, जिससे दिल्ली-एनसीआर की समग्र वायु गुणवत्ता की निगरानी में मदद मिलती है। खराबी के कारण नहीं मिल रहा आंकड़ा बहादुरगढ़ दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण यहां की वायु गुणवत्ता का असर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु स्थिति पर भी पड़ता है। यही डेटा आगे चलकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रतिबंध लगाने में भी अहम भूमिका निभाता है। लेकिन स्टेशन की खराबी से फिलहाल बहादुरगढ़ की वायु स्थिति का वास्तविक आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पा रहा। ठीक करवाया जा रहा स्टेशन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन की केलिब्रेशन में कुछ गड़बड़ी है। उसे ठीक करवाया जा रहा है, इसी वजह से डेटा गलत दिख रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में बहादुरगढ़ के प्रदूषण स्तर में सुधार जरूर हुआ है।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ शहर की वायु गुणवत्ता की सही स्थिति जानने के लिए लगाया गया, सतत परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (CAAQMS) स्टेशन एक बार फिर तकनीकी खराबी का शिकार हो गया है। करीब एक साल तक बंद रहने के बाद पिछले महीने ही इस स्टेशन को दोबारा चालू किया गया था, लेकिन अब इसकी केलिब्रेशन में गड़बड़ी आ गई है। जिसके कारण यह गलत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) दिखा रहा है। पिछले तीन दिनों से यह स्टेशन बहादुरगढ़ का एक्यूआई ग्रीन जोन यानी 50 से कम दिखा रहा है, जबकि वास्तविकता में शहर का प्रदूषण स्तर 200 से अधिक है। विशेषज्ञों के अनुसार, स्टेशन की तकनीकी गड़बड़ी के कारण डेटा सटीक नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टेशन का संचालन कर रही कंपनी को केलिब्रेशन दोबारा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि डेटा सही और विश्वसनीय रूप में मिल सके। पिछले महीने हुआ था चालू दरअसल, यह स्टेशन पिछले एक साल से बंद पड़ा था। कंपनी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच एग्रीमेंट नवीनीकरण में देरी के कारण यह संचालन से बाहर था। अक्टूबर माह में तकनीकी सुधार और एग्रीमेंट पूरा होने के बाद इसे पुनः शुरू किया गया था। स्टेशन के शुरू होते ही उम्मीद जगी थी कि अब बहादुरगढ़ की वायु गुणवत्ता का रियल टाइम डेटा मिलेगा और प्रशासन प्रदूषण नियंत्रण के बेहतर निर्णय ले सकेगा। CAAQMS स्टेशन वायु में मौजूद पीएम 2.5, पीएम 10, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों का स्तर मापने का काम करता है। यह डेटा सीधे केंद्रीय सर्वर पर भेजा जाता है, जिससे दिल्ली-एनसीआर की समग्र वायु गुणवत्ता की निगरानी में मदद मिलती है। खराबी के कारण नहीं मिल रहा आंकड़ा बहादुरगढ़ दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण यहां की वायु गुणवत्ता का असर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु स्थिति पर भी पड़ता है। यही डेटा आगे चलकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रतिबंध लगाने में भी अहम भूमिका निभाता है। लेकिन स्टेशन की खराबी से फिलहाल बहादुरगढ़ की वायु स्थिति का वास्तविक आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पा रहा। ठीक करवाया जा रहा स्टेशन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन की केलिब्रेशन में कुछ गड़बड़ी है। उसे ठीक करवाया जा रहा है, इसी वजह से डेटा गलत दिख रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में बहादुरगढ़ के प्रदूषण स्तर में सुधार जरूर हुआ है।