पूर्व DGP के बेटे की डैथ मिस्ट्री:चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जाएगी आज SIT, सुसाइड नोट राइटिंग मैचिंग को 3-4 पेज का सैंपल मांगा

पंचकूला में पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत मामले की जांच को लेकर एसआईटी आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जाएगी। जहां पर अकील अख्तर ने पढ़ाई की। अखिल अख्तर की राइटिंग सैंपल के लिए एसआईटी यूनिवर्सिटी अधिकारियों से मुलाकात करेगी। पंचकूला एसआईटी को राइटिंग मैचिंग के लिए यूनिवर्सिटी से 3 से 4 पेज का राइटिंग सैंपल लेना चाह रही है, जो कि अकील अख्तर की एग्जाम सीट से लिया जाएगा। अकील अख्तर के करीब 10 सुसाइड नोट पुलिस ने उसकी डायरी से बरामद किए थे। जिसमें अकील अख्तर ने लिखने से पहले प्रत्येक पर डेट भी दर्ज की। 2 बार कीटनाशक मंगवाने का जिक्र डायरी में करीब 10 सुसाइड नोट मिले हैं। उनमें से 2 में उसने अपनी नशे की आदत के बारे में लिखा है। अकील ने यह भी लिखा कि "ये लोग मुझे रास्ते से हटा सकते हैं।" हर नोट लिखने से पहले तारीख डाली गई। डायरी के मुताबिक, अकील ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में 2 बार ऑनलाइन कीटनाशक और एल्यूमीनियम फॉस्फाइड (जहरीला पदार्थ) ऑर्डर किए, लेकिन दोनों बार मां रजिया सुल्ताना को पता चल गया और उन्होंने फेंक दिया। VIDEO जैसी बात लिखी मिली पंचकूला SIT की जांच में सामने आया है कि डायरी में भी वैसा ही कुछ लिखा मिला, जो अकील ने अपने 27 अगस्त को सोशल मीडिया पर अपलोड किए वीडियो में कहा था। डायरी में कुछ कंट्राडिक्टरी (विरोध में) भी लिखा हुआ मिला। क्राइम सीन की 7 घंटे की जांच के दौरान, SIT और फोरेंसिक टीम को अकील के कमरे से कुछ ऐसी चीजें मिली हैं, जिन पर शक है कि वे ड्रग्स से जुड़ी हुई हैं। पुलिस इन चीजों की भी फोरेंसिक जांच करवाएगी। जिस मुस्तफा फैमिली पर FIR हुई, उनके बारे में जानिए... 1985 बैच के IPS, कैप्टन अमरिंदर के करीबी रहे मुस्तफा: मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के IPS रहे। पंजाब में कांग्रेस सरकार के वक्त मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबियों में मुस्तफा की गिनती होती थी। हालांकि, जब कैप्टन ने मुस्तफा को पंजाब पुलिस का DGP नहीं बनाया तो उनके रिश्ते बिगड़ गए। कैप्टन ने जब दिनकर गुप्ता को DGP बना दिया तो सिनियरिटी का हवाला देकर मुस्तफा सुप्रीम कोर्ट तक गए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद 2021 में मुस्तफा रिटायर हो गए। कांग्रेस ने साल 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाया तो मुस्तफा कांग्रेस में सक्रिय हो गए। उन्होंने खुलकर कैप्टन के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान वह नवजोत सिद्धू के सलाहकार भी रहे। कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं पत्नी रजिया सुल्ताना: मुस्तफा की पत्नी रजिया सुल्ताना ने साल 2000 की शुरुआत में राजनीति में एंट्री की। इसके बाद 2002 और 2007 में लगातार 2 बार मालेरकोटला से कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहीं। 2012 में वह चुनाव हार गईं, लेकिन 2017 में फिर चुनाव जीतकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई वाली सरकार में मंत्री रहीं। 2021 में कैप्टन की जगह चरणजीत चन्नी सीएम बन गए। फिर से रजिया को मंत्री बनाया गया। इसी बीच चन्नी से नाराज होकर सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी पद से इस्तीफा दे दिया। इसके समर्थन में रजिया ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में एक कैबिनेट मीटिंग में शामिल होकर उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया। 2022 के चुनाव में वह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से चुनाव हार गईं।

Nov 6, 2025 - 11:53
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पूर्व DGP के बेटे की डैथ मिस्ट्री:चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जाएगी आज SIT, सुसाइड नोट राइटिंग मैचिंग को 3-4 पेज का सैंपल मांगा
पंचकूला में पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत मामले की जांच को लेकर एसआईटी आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जाएगी। जहां पर अकील अख्तर ने पढ़ाई की। अखिल अख्तर की राइटिंग सैंपल के लिए एसआईटी यूनिवर्सिटी अधिकारियों से मुलाकात करेगी। पंचकूला एसआईटी को राइटिंग मैचिंग के लिए यूनिवर्सिटी से 3 से 4 पेज का राइटिंग सैंपल लेना चाह रही है, जो कि अकील अख्तर की एग्जाम सीट से लिया जाएगा। अकील अख्तर के करीब 10 सुसाइड नोट पुलिस ने उसकी डायरी से बरामद किए थे। जिसमें अकील अख्तर ने लिखने से पहले प्रत्येक पर डेट भी दर्ज की। 2 बार कीटनाशक मंगवाने का जिक्र डायरी में करीब 10 सुसाइड नोट मिले हैं। उनमें से 2 में उसने अपनी नशे की आदत के बारे में लिखा है। अकील ने यह भी लिखा कि "ये लोग मुझे रास्ते से हटा सकते हैं।" हर नोट लिखने से पहले तारीख डाली गई। डायरी के मुताबिक, अकील ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में 2 बार ऑनलाइन कीटनाशक और एल्यूमीनियम फॉस्फाइड (जहरीला पदार्थ) ऑर्डर किए, लेकिन दोनों बार मां रजिया सुल्ताना को पता चल गया और उन्होंने फेंक दिया। VIDEO जैसी बात लिखी मिली पंचकूला SIT की जांच में सामने आया है कि डायरी में भी वैसा ही कुछ लिखा मिला, जो अकील ने अपने 27 अगस्त को सोशल मीडिया पर अपलोड किए वीडियो में कहा था। डायरी में कुछ कंट्राडिक्टरी (विरोध में) भी लिखा हुआ मिला। क्राइम सीन की 7 घंटे की जांच के दौरान, SIT और फोरेंसिक टीम को अकील के कमरे से कुछ ऐसी चीजें मिली हैं, जिन पर शक है कि वे ड्रग्स से जुड़ी हुई हैं। पुलिस इन चीजों की भी फोरेंसिक जांच करवाएगी। जिस मुस्तफा फैमिली पर FIR हुई, उनके बारे में जानिए... 1985 बैच के IPS, कैप्टन अमरिंदर के करीबी रहे मुस्तफा: मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के IPS रहे। पंजाब में कांग्रेस सरकार के वक्त मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबियों में मुस्तफा की गिनती होती थी। हालांकि, जब कैप्टन ने मुस्तफा को पंजाब पुलिस का DGP नहीं बनाया तो उनके रिश्ते बिगड़ गए। कैप्टन ने जब दिनकर गुप्ता को DGP बना दिया तो सिनियरिटी का हवाला देकर मुस्तफा सुप्रीम कोर्ट तक गए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद 2021 में मुस्तफा रिटायर हो गए। कांग्रेस ने साल 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाया तो मुस्तफा कांग्रेस में सक्रिय हो गए। उन्होंने खुलकर कैप्टन के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान वह नवजोत सिद्धू के सलाहकार भी रहे। कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं पत्नी रजिया सुल्ताना: मुस्तफा की पत्नी रजिया सुल्ताना ने साल 2000 की शुरुआत में राजनीति में एंट्री की। इसके बाद 2002 और 2007 में लगातार 2 बार मालेरकोटला से कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहीं। 2012 में वह चुनाव हार गईं, लेकिन 2017 में फिर चुनाव जीतकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई वाली सरकार में मंत्री रहीं। 2021 में कैप्टन की जगह चरणजीत चन्नी सीएम बन गए। फिर से रजिया को मंत्री बनाया गया। इसी बीच चन्नी से नाराज होकर सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी पद से इस्तीफा दे दिया। इसके समर्थन में रजिया ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में एक कैबिनेट मीटिंग में शामिल होकर उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया। 2022 के चुनाव में वह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से चुनाव हार गईं।