चुनाव आयोग की एससी कमिशन चेयरमैन को दो टूक:जिला निर्वाचन अधिकारी को तलब करना आयोग के निर्णय में हस्तक्षेप, रिटर्निंग अफसर समेत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की थी पेशी

तरनतारण के रिटर्निंग अफसर को एससी कमिशन चेयरमैन द्वारा पेश होने के लिए बुलाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने जवाब दिया है। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर तरनतारन के जिला निर्वाचन अधिकारी और सहायक निर्वाचन अधिकारी को तलब करने के फैसले को वापिस लेने के लिए कहा है। उनका कहना है कि जिला निर्वाचन अधिकारी को तलब करना आयोग के निर्णय में हस्तक्षेप है। विवाद तरनतारन उपचुनाव के दौरान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की तरफ से दिवंगत पूर्व गृह मंत्री बूटा सिंह पर की गई विवादित टिप्पणी के कारण पैदा हुआ है। एससी कमिश्नर के चेयरमैन जसबीर सिंह गड़ी की तरफ से इसे लेकर अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को आज यानि 6 नवंबर 2025 को पेश होने के लिए कहा था। जिस पर आयोग ने कड़ी आपत्ति जताई है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा यह अधिकार सिर्फ चुनाव आयोग के पास मुख्य चुनाव अधिकारी सिबन सी ने आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखकर भारतीय संविधान और जन अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का हवाला देते हुए कहा है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने का सीधा अधिकार चुनाव आयोग के पास है। चुनाव से जुड़े किसी भी मामले में कोई भी कार्रवाई चुनाव आयोग द्वारा की जाती है और उन्होंने आयोग के इस फैसले को चुनाव आयोग के मामले में दखलंदाजी करार दिया है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने पत्र में यह भी लिखा है कि तरनतारन विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी प्रबंध किए जा रहे हैं, इसलिए उन्हें तलब करने का फैसला वापस लिया जाए। राजा वडिंग के आने पर भी संशय पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भी एससी कमिशन के चेयरमैन की तरफ से आज अपना जवाब देने के लिए बुलाया गया था। मगर अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के बेहद नजदीकी साथी के अनुसार वह पेश नहीं हो रहे हैं। वह अपना लिखित जवाब आयोग के समक्ष पेश कर देंगे। क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय एससी कमिशनर की तरफ से भी तलब किया गया है और वह इस समय तरनतारन चुनाव प्रचार में भी व्यस्त हैं। पढ़िए वड़िंग का बयान और उस पर सफाई तरनतारन उपचुनाव में प्रचार के दौरान कांग्रेस का महिमामंडन करने की कोशिश में वड़िंग ने दलित बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री स्वर्गीय बूटा सिंह को लेकर एक टिप्पणी की थी। वड़िंग ने कहा था- कांग्रेस पार्टी ने काले रंग के एक शख्स को, जो लोगों के घरों में चारा काटने का काम करता था, केंद्रीय गृहमंत्री बना दिया था इसके बाद विवाद बढ़ता देखकर राजा वड़िंग को सोशल मीडिया पर आकर सफाई देनी पड़ी। वड़िंग ने सफाई देते हुए कहा- मेरे बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया। मेरा मकसद किसी का अपमान करना नहीं था। फिर भी यदि किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। विवाद के बाद सोशल मीडिया पर सफाई देते राजा वड़िंग। हालांकि वड़िंग की टिप्पणी से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) नेता हरनूर सिंह मान, जो बूटा सिंह के भांजे हैं, ने वड़िंग को पद से हटाने की मांग की है। हरनूर ने कहा कि बूटा सिंह ने गरीबी के बीच संघर्ष करते हुए जालंधर खालसा कॉलेज से पढ़ाई की और फिर कांग्रेस में अपनी मेहनत से केंद्रीय गृहमंत्री, रेलमंत्री, बिहार के राज्यपाल और एससी आयोग के चेयरमैन के पद तक पहुंचे।

Nov 6, 2025 - 11:53
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चुनाव आयोग की एससी कमिशन चेयरमैन को दो टूक:जिला निर्वाचन अधिकारी को तलब करना आयोग के निर्णय में हस्तक्षेप, रिटर्निंग अफसर समेत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की थी पेशी
तरनतारण के रिटर्निंग अफसर को एससी कमिशन चेयरमैन द्वारा पेश होने के लिए बुलाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने जवाब दिया है। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर तरनतारन के जिला निर्वाचन अधिकारी और सहायक निर्वाचन अधिकारी को तलब करने के फैसले को वापिस लेने के लिए कहा है। उनका कहना है कि जिला निर्वाचन अधिकारी को तलब करना आयोग के निर्णय में हस्तक्षेप है। विवाद तरनतारन उपचुनाव के दौरान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की तरफ से दिवंगत पूर्व गृह मंत्री बूटा सिंह पर की गई विवादित टिप्पणी के कारण पैदा हुआ है। एससी कमिश्नर के चेयरमैन जसबीर सिंह गड़ी की तरफ से इसे लेकर अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को आज यानि 6 नवंबर 2025 को पेश होने के लिए कहा था। जिस पर आयोग ने कड़ी आपत्ति जताई है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा यह अधिकार सिर्फ चुनाव आयोग के पास मुख्य चुनाव अधिकारी सिबन सी ने आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखकर भारतीय संविधान और जन अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का हवाला देते हुए कहा है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने का सीधा अधिकार चुनाव आयोग के पास है। चुनाव से जुड़े किसी भी मामले में कोई भी कार्रवाई चुनाव आयोग द्वारा की जाती है और उन्होंने आयोग के इस फैसले को चुनाव आयोग के मामले में दखलंदाजी करार दिया है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने पत्र में यह भी लिखा है कि तरनतारन विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी प्रबंध किए जा रहे हैं, इसलिए उन्हें तलब करने का फैसला वापस लिया जाए। राजा वडिंग के आने पर भी संशय पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भी एससी कमिशन के चेयरमैन की तरफ से आज अपना जवाब देने के लिए बुलाया गया था। मगर अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के बेहद नजदीकी साथी के अनुसार वह पेश नहीं हो रहे हैं। वह अपना लिखित जवाब आयोग के समक्ष पेश कर देंगे। क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय एससी कमिशनर की तरफ से भी तलब किया गया है और वह इस समय तरनतारन चुनाव प्रचार में भी व्यस्त हैं। पढ़िए वड़िंग का बयान और उस पर सफाई तरनतारन उपचुनाव में प्रचार के दौरान कांग्रेस का महिमामंडन करने की कोशिश में वड़िंग ने दलित बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री स्वर्गीय बूटा सिंह को लेकर एक टिप्पणी की थी। वड़िंग ने कहा था- कांग्रेस पार्टी ने काले रंग के एक शख्स को, जो लोगों के घरों में चारा काटने का काम करता था, केंद्रीय गृहमंत्री बना दिया था इसके बाद विवाद बढ़ता देखकर राजा वड़िंग को सोशल मीडिया पर आकर सफाई देनी पड़ी। वड़िंग ने सफाई देते हुए कहा- मेरे बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया। मेरा मकसद किसी का अपमान करना नहीं था। फिर भी यदि किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। विवाद के बाद सोशल मीडिया पर सफाई देते राजा वड़िंग। हालांकि वड़िंग की टिप्पणी से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) नेता हरनूर सिंह मान, जो बूटा सिंह के भांजे हैं, ने वड़िंग को पद से हटाने की मांग की है। हरनूर ने कहा कि बूटा सिंह ने गरीबी के बीच संघर्ष करते हुए जालंधर खालसा कॉलेज से पढ़ाई की और फिर कांग्रेस में अपनी मेहनत से केंद्रीय गृहमंत्री, रेलमंत्री, बिहार के राज्यपाल और एससी आयोग के चेयरमैन के पद तक पहुंचे।