पटना में घर-घर पहुंचेगा छठ के लिए गंगाजल:12 टैंकर 6 अंचलों में घूमेंगे, छोटे तालाबों-कृत्रिम जलाशयों में भी डाला जाएगा गंगाजल
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पटना नगर निगम की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक विशेष पहल की गई है। व्रतियों को गंगाजल लाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए निगम की ओर से घर-घर गंगाजल पहुंचाने की व्यवस्था शुरू की गई है। इसके लिए आज से करीब 12 टैंकर पटना निगम क्षेत्र के 6 अंचलों में घूमेंगे। ये टैंकर गंगा नदी से शुद्ध जल लेकर सभी वार्डों के गली-मोहल्लों तक पहुंचाएंगे। हर अंचल के लिए दो-दो टैंकर हैं। निगमकर्मियों की देखरेख गंगाजल वितरण का कार्य किया जाएगा। नगर निगम की ओर से यह भी व्यवस्था की गई है कि जिन छोटे तालाबों या कृत्रिम जलाशयों में श्रद्धालु अर्घ्य देंगे, उनमें भी गंगाजल डाला जाएगा, जिससे छठ महापर्व की पवित्रता और आस्था बनी रहे। नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने बताया कि छठ महापर्व लोक आस्था का प्रतीक है। श्रद्धालुओं को गंगाजल के लिए कठिनाई न झेलनी पड़े, यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। यह पहल श्रद्धा, स्वच्छता और सुविधा का अद्भुत संगम है। गंगा घाट पर स्थापित किया गया स्वच्छता कलश वहीं, दूसरी ओर निगम की ओर से गंगा घाट पर 'स्वच्छता कलश' स्थापित किया गया है, जिसमें श्रद्धालु पूजा के बाद निकलने वाले फूल, माला, दीप या अन्य विसर्जन सामग्री डाल सकेंगे। गंगा नदी के किनारे स्वच्छता के लिए यह कदम उठाया गया है। हर दिन इन स्वच्छता कलश को नगर निगम की टीम की ओर खाली कर साफ किया जाएगा, ताकि गंगा में किसी प्रकार का प्रदूषण न हो। अभी इस स्वच्छता कलश को पांच घाट- कलेक्ट्रेट घाट, गांधी घाट, कंगन घाट, भद्र घाट और 93 घाट पर रखा गया है।
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पटना नगर निगम की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक विशेष पहल की गई है। व्रतियों को गंगाजल लाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए निगम की ओर से घर-घर गंगाजल पहुंचाने की व्यवस्था शुरू की गई है। इसके लिए आज से करीब 12 टैंकर पटना निगम क्षेत्र के 6 अंचलों में घूमेंगे। ये टैंकर गंगा नदी से शुद्ध जल लेकर सभी वार्डों के गली-मोहल्लों तक पहुंचाएंगे। हर अंचल के लिए दो-दो टैंकर हैं। निगमकर्मियों की देखरेख गंगाजल वितरण का कार्य किया जाएगा। नगर निगम की ओर से यह भी व्यवस्था की गई है कि जिन छोटे तालाबों या कृत्रिम जलाशयों में श्रद्धालु अर्घ्य देंगे, उनमें भी गंगाजल डाला जाएगा, जिससे छठ महापर्व की पवित्रता और आस्था बनी रहे। नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने बताया कि छठ महापर्व लोक आस्था का प्रतीक है। श्रद्धालुओं को गंगाजल के लिए कठिनाई न झेलनी पड़े, यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। यह पहल श्रद्धा, स्वच्छता और सुविधा का अद्भुत संगम है। गंगा घाट पर स्थापित किया गया स्वच्छता कलश वहीं, दूसरी ओर निगम की ओर से गंगा घाट पर 'स्वच्छता कलश' स्थापित किया गया है, जिसमें श्रद्धालु पूजा के बाद निकलने वाले फूल, माला, दीप या अन्य विसर्जन सामग्री डाल सकेंगे। गंगा नदी के किनारे स्वच्छता के लिए यह कदम उठाया गया है। हर दिन इन स्वच्छता कलश को नगर निगम की टीम की ओर खाली कर साफ किया जाएगा, ताकि गंगा में किसी प्रकार का प्रदूषण न हो। अभी इस स्वच्छता कलश को पांच घाट- कलेक्ट्रेट घाट, गांधी घाट, कंगन घाट, भद्र घाट और 93 घाट पर रखा गया है।