नालंदा में 21.77 लाख वोटर्स, 1.38 लाख के नाम छूटे:7 विधानसभा में सबसे अधिक बिहारशरीफ में 3.74 लाख वोटर्स, DEO बोले- फॉर्म 6 भरकर जुड़वाएं नाम
नालंदा जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के तहत प्रारूप निर्वाचक सूची का प्रकाशन किया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मतदाता सूची की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, नालंदा जिले में कुल 21,77,576 मतदाता पंजीकृत हैं। जिले की सात विधानसभा सीटों में बिहारशरीफ विधानसभा में सबसे अधिक 3,74,570 मतदाता हैं, जबकि इस्लामपुर विधानसभा में सबसे कम 2,90,503 मतदाता दर्ज हैं। चिंताजनक बात यह है कि जिलेभर में 1,38,505 योग्य मतदाता अभी भी सूची से छूटे हुए हैं, जो निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और समावेशिता के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है। राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील जिला निर्वाचन पदाधिकारी कुंदन कुमार ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मतदाता सूची का गहन निरीक्षण करने का आग्रह किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई योग्य व्यक्ति निर्वाचक सूची में शामिल नहीं है, तो वह प्रारूप-6 में आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकता है। "यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें सभी योग्य मतदाताओं को शामिल करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन मतदाताओं ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्धारित दस्तावेज नहीं दिए हैं, वे विशेष शिविर में बीएलओ या सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी के समक्ष अपने दस्तावेज जमा कर सकते हैं। विधानसभावार मतदाता वितरण नालंदा जिले की सात विधानसभा सीटों में मतदाताओं का वितरण इस प्रकार है: बिहारशरीफ विधानसभा: 3,74,570 मतदाता नालंदा विधानसभा: 3,18,853 मतदाता हरनौत विधानसभा: 3,11,156 मतदाता अस्थावां विधानसभा: 2,96,353 मतदाता हिलसा विधानसभा: 2,93,421 मतदाता राजगीर विधानसभा: 2,92,720 मतदाता इस्लामपुर विधानसभा: 2,90,503 मतदाता व्यापक राजनीतिक सहभागिता बैठक में लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे, जिनमें आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट), जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, राष्ट्रीय कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस शामिल थे। सभी प्रतिनिधियों को प्रारूप निर्वाचक सूची की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी के साथ-साथ छूटे हुए निर्वाचकों की सूची और जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित अपील पत्र की प्रति भी उपलब्ध कराई गई। अब आगे क्या? दावा-आपत्ति प्रक्रिया और विशेष कैम्प के आयोजन पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है। यह विशेष गहन पुनरीक्षण लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन 1.38 लाख छूटे हुए मतदाताओं को शामिल करना एक बड़ी चुनौती होगी।
नालंदा जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के तहत प्रारूप निर्वाचक सूची का प्रकाशन किया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मतदाता सूची की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, नालंदा जिले में कुल 21,77,576 मतदाता पंजीकृत हैं। जिले की सात विधानसभा सीटों में बिहारशरीफ विधानसभा में सबसे अधिक 3,74,570 मतदाता हैं, जबकि इस्लामपुर विधानसभा में सबसे कम 2,90,503 मतदाता दर्ज हैं। चिंताजनक बात यह है कि जिलेभर में 1,38,505 योग्य मतदाता अभी भी सूची से छूटे हुए हैं, जो निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और समावेशिता के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है। राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील जिला निर्वाचन पदाधिकारी कुंदन कुमार ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मतदाता सूची का गहन निरीक्षण करने का आग्रह किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई योग्य व्यक्ति निर्वाचक सूची में शामिल नहीं है, तो वह प्रारूप-6 में आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकता है। "यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें सभी योग्य मतदाताओं को शामिल करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन मतदाताओं ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्धारित दस्तावेज नहीं दिए हैं, वे विशेष शिविर में बीएलओ या सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी के समक्ष अपने दस्तावेज जमा कर सकते हैं। विधानसभावार मतदाता वितरण नालंदा जिले की सात विधानसभा सीटों में मतदाताओं का वितरण इस प्रकार है: बिहारशरीफ विधानसभा: 3,74,570 मतदाता नालंदा विधानसभा: 3,18,853 मतदाता हरनौत विधानसभा: 3,11,156 मतदाता अस्थावां विधानसभा: 2,96,353 मतदाता हिलसा विधानसभा: 2,93,421 मतदाता राजगीर विधानसभा: 2,92,720 मतदाता इस्लामपुर विधानसभा: 2,90,503 मतदाता व्यापक राजनीतिक सहभागिता बैठक में लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे, जिनमें आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट), जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, राष्ट्रीय कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस शामिल थे। सभी प्रतिनिधियों को प्रारूप निर्वाचक सूची की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी के साथ-साथ छूटे हुए निर्वाचकों की सूची और जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित अपील पत्र की प्रति भी उपलब्ध कराई गई। अब आगे क्या? दावा-आपत्ति प्रक्रिया और विशेष कैम्प के आयोजन पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है। यह विशेष गहन पुनरीक्षण लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन 1.38 लाख छूटे हुए मतदाताओं को शामिल करना एक बड़ी चुनौती होगी।