देवरिया में बाढ़ से बचाव का अभ्यास:एनडीआरएफ ने दिखाए 5 तरह के रेस्क्यू, ग्रामीणों को दी ट्रेनिंग

देवरिया के बरहज क्षेत्र में एनडीआरएफ ने बाढ़ से बचाव का व्यापक अभ्यास किया। यह मॉक ड्रिल मंगलवार को तहसील बरहज के गौरा घाट पर आयोजित की गई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देश और आईजी मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में यह अभ्यास हुआ। एनडीआरएफ गोरखपुर के उपकमांडेंट कुलदीप सिंह ने इसका नेतृत्व किया। अपर जिलाधिकारी राम शंकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। पहले 5 तस्वीरें देखिए... एनडीआरएफ के 30 जवानों ने पांच अलग-अलग आपदा स्थितियों में बचाव का प्रदर्शन किया। पहले दृश्य में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने पर दो बोटों से 10 ग्रामीणों को बचाया गया। दूसरे में नाव से गिरे यात्रियों के बचाव और प्राथमिक उपचार का प्रदर्शन किया गया। जवानों ने सीपीआर देने का तरीका भी बताया। तीसरे दृश्य में गोताखोरों ने नदी में लापता व्यक्ति की खोज की। चौथे में पलटी नाव से यात्रियों के बचाव का अभ्यास किया गया। पांचवें दृश्य में ग्रामीणों को घरेलू सामान से अस्थायी लाइफ जैकेट बनाने और उसके उपयोग की जानकारी दी गई। अपर जिलाधिकारी राम शंकर ने बताया कि बरहज क्षेत्र बाढ़ प्रभावित रहता है। ऐसे अभ्यास से ग्रामीणों का आत्मविश्वास बढ़ता है। मौके पर उप जिलाधिकारी विपिन द्विवेदी, तहसीलदार अरुण कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे। सैकड़ों ग्रामीणों ने बचाव के तरीके सीखे।

Sep 2, 2025 - 17:52
 0
देवरिया में बाढ़ से बचाव का अभ्यास:एनडीआरएफ ने दिखाए 5 तरह के रेस्क्यू, ग्रामीणों को दी ट्रेनिंग
देवरिया के बरहज क्षेत्र में एनडीआरएफ ने बाढ़ से बचाव का व्यापक अभ्यास किया। यह मॉक ड्रिल मंगलवार को तहसील बरहज के गौरा घाट पर आयोजित की गई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देश और आईजी मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में यह अभ्यास हुआ। एनडीआरएफ गोरखपुर के उपकमांडेंट कुलदीप सिंह ने इसका नेतृत्व किया। अपर जिलाधिकारी राम शंकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। पहले 5 तस्वीरें देखिए... एनडीआरएफ के 30 जवानों ने पांच अलग-अलग आपदा स्थितियों में बचाव का प्रदर्शन किया। पहले दृश्य में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने पर दो बोटों से 10 ग्रामीणों को बचाया गया। दूसरे में नाव से गिरे यात्रियों के बचाव और प्राथमिक उपचार का प्रदर्शन किया गया। जवानों ने सीपीआर देने का तरीका भी बताया। तीसरे दृश्य में गोताखोरों ने नदी में लापता व्यक्ति की खोज की। चौथे में पलटी नाव से यात्रियों के बचाव का अभ्यास किया गया। पांचवें दृश्य में ग्रामीणों को घरेलू सामान से अस्थायी लाइफ जैकेट बनाने और उसके उपयोग की जानकारी दी गई। अपर जिलाधिकारी राम शंकर ने बताया कि बरहज क्षेत्र बाढ़ प्रभावित रहता है। ऐसे अभ्यास से ग्रामीणों का आत्मविश्वास बढ़ता है। मौके पर उप जिलाधिकारी विपिन द्विवेदी, तहसीलदार अरुण कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे। सैकड़ों ग्रामीणों ने बचाव के तरीके सीखे।