गुरुग्राम में CPWD के रिटायर डीजी से 1.37 लाख ठगे:हैदराबाद के फाइव स्टार होटल Novotel में सूइट बुक कराना था, एनएचएआई में मेम्बर
गुरुग्राम में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त अधिकारी से होटल बुकिंग के नाम पर ₹1,37,611 की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) में डीआरबी सदस्य के रूप में कार्यरत और वारंगल जिले में एक परियोजना स्थल की आधिकारिक यात्रा के लिए फाइव स्टार होटल नोवोटेल में सूइट बुकिंग के नाम पर ठगी का शिकार हुए।
साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-81 की बेस्टेक ग्रैंड स्पा पार्क व्यू सोसाइटी में रहने वाले पुनीत कुमार वत्स ने बताया कि उनकी उम्र 65 वर्ष है और उसे वारंगल जिले में एक परियोजना स्थल की आधिकारिक यात्रा के लिए होटल बुकिंग करानी थी। फाइव स्टार होटल की फर्जी पोर्टल पर बनाया शिकार उसने https://www.novotelhotelhyderabad.com नामक वेबसाइट के माध्यम से हैदराबाद में एक सुइट बुक करने का प्रयास किया। यह वेबसाइट बाद में फर्जी पाई गई। उन्होंने वेबसाइट पर दिए गए संपर्क नंबर 91-9798168780 पर कॉल किया और अजीत नाम के व्यक्ति से बात की। उसने व्हाट्सएप के जरिए बुकिंग विवरण मांगा।
उसने 3-4 अगस्त और 5-6 अगस्त 2025 के लिए सुइट बुक करने की प्रक्रिया शुरू की। अजीत ने ₹15,200 बुकिंग शुल्क और ₹99 रद्दीकरण शुल्क के लिए एक क्यूआर कोड और भुगतान लिंक दिया। पीड़ित ने ₹15,299 का भुगतान किया और स्क्रीनशॉट साझा किए। बातों में उलझा कर पेमेंट ली
आरोपी अजीत ने दावा किया कि बुकिंग और रद्दीकरण शुल्क अलग-अलग जमा करने होंगे और पहले भुगतान की राशि वापस करने का आश्वासन दिया। वत्स ने ₹15,200 और ₹199 के दो अलग-अलग भुगतान किए। वापस पेमेंट करने के बहाने भी रुपए मंगवाए धोखेबाज ने ₹15,299 वापस करने के लिए रिवर्स पेमेंट की प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए वत्स को ₹10 का भुगतान करने को कहा गया, जिसके बाद उन्हें ₹20 प्राप्त हुए, जिससे उनका विश्वास बढ़ गया। इसके बाद अजीत ने ₹15,289 के रिवर्स पेमेंट के लिए एक क्यूआर कोड भेजा, लेकिन वत्स ने गलती से ₹15,279 का भुगतान किया। धोखेबाज ने इसे सिस्टम की खराबी बताकर ₹30,578 का अतिरिक्त भुगतान मांगा, जिसे पीड़ित अधिकारी ने कर दिया।
बहाने बनाकर रुपए मांगते रहे पीड़ित अधिकारी ने जब अपनी राशि वापसी की मांग की तो दूसरे कथित मैनेजर ने आधार कार्ड (महेश कुमार, नंबर 3906-8577-8656) साझा किया और ₹61,156 के अतिरिक्त भुगतान की मांग की। रिटायर्ड अधिकारी ने दो लेनदेन में ₹30,578 और ₹30,578 का भुगतान किया। बेटे ने बताया फर्जी पोर्टल है जब उसके बेटे ने वेबसाइट की जांच की तो वह फर्जी पाई गई। जिसके बाद उन्होंने आगे के लेनदेन बंद कर दिए। कुल मिलाकर, उनकी ₹1,37,611 ठग ली गई। साइबर थाने के एसएचओ का कहना है कि रिटायर अधिकारी की शिकायत पर थाना साइबर मानेसर ने मामला दर्ज किया है।
गुरुग्राम में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त अधिकारी से होटल बुकिंग के नाम पर ₹1,37,611 की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) में डीआरबी सदस्य के रूप में कार्यरत और वारंगल जिले में एक परियोजना स्थल की आधिकारिक यात्रा के लिए फाइव स्टार होटल नोवोटेल में सूइट बुकिंग के नाम पर ठगी का शिकार हुए।
साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-81 की बेस्टेक ग्रैंड स्पा पार्क व्यू सोसाइटी में रहने वाले पुनीत कुमार वत्स ने बताया कि उनकी उम्र 65 वर्ष है और उसे वारंगल जिले में एक परियोजना स्थल की आधिकारिक यात्रा के लिए होटल बुकिंग करानी थी। फाइव स्टार होटल की फर्जी पोर्टल पर बनाया शिकार उसने https://www.novotelhotelhyderabad.com नामक वेबसाइट के माध्यम से हैदराबाद में एक सुइट बुक करने का प्रयास किया। यह वेबसाइट बाद में फर्जी पाई गई। उन्होंने वेबसाइट पर दिए गए संपर्क नंबर 91-9798168780 पर कॉल किया और अजीत नाम के व्यक्ति से बात की। उसने व्हाट्सएप के जरिए बुकिंग विवरण मांगा।
उसने 3-4 अगस्त और 5-6 अगस्त 2025 के लिए सुइट बुक करने की प्रक्रिया शुरू की। अजीत ने ₹15,200 बुकिंग शुल्क और ₹99 रद्दीकरण शुल्क के लिए एक क्यूआर कोड और भुगतान लिंक दिया। पीड़ित ने ₹15,299 का भुगतान किया और स्क्रीनशॉट साझा किए। बातों में उलझा कर पेमेंट ली
आरोपी अजीत ने दावा किया कि बुकिंग और रद्दीकरण शुल्क अलग-अलग जमा करने होंगे और पहले भुगतान की राशि वापस करने का आश्वासन दिया। वत्स ने ₹15,200 और ₹199 के दो अलग-अलग भुगतान किए। वापस पेमेंट करने के बहाने भी रुपए मंगवाए धोखेबाज ने ₹15,299 वापस करने के लिए रिवर्स पेमेंट की प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए वत्स को ₹10 का भुगतान करने को कहा गया, जिसके बाद उन्हें ₹20 प्राप्त हुए, जिससे उनका विश्वास बढ़ गया। इसके बाद अजीत ने ₹15,289 के रिवर्स पेमेंट के लिए एक क्यूआर कोड भेजा, लेकिन वत्स ने गलती से ₹15,279 का भुगतान किया। धोखेबाज ने इसे सिस्टम की खराबी बताकर ₹30,578 का अतिरिक्त भुगतान मांगा, जिसे पीड़ित अधिकारी ने कर दिया।
बहाने बनाकर रुपए मांगते रहे पीड़ित अधिकारी ने जब अपनी राशि वापसी की मांग की तो दूसरे कथित मैनेजर ने आधार कार्ड (महेश कुमार, नंबर 3906-8577-8656) साझा किया और ₹61,156 के अतिरिक्त भुगतान की मांग की। रिटायर्ड अधिकारी ने दो लेनदेन में ₹30,578 और ₹30,578 का भुगतान किया। बेटे ने बताया फर्जी पोर्टल है जब उसके बेटे ने वेबसाइट की जांच की तो वह फर्जी पाई गई। जिसके बाद उन्होंने आगे के लेनदेन बंद कर दिए। कुल मिलाकर, उनकी ₹1,37,611 ठग ली गई। साइबर थाने के एसएचओ का कहना है कि रिटायर अधिकारी की शिकायत पर थाना साइबर मानेसर ने मामला दर्ज किया है।