कुरुक्षेत्र में साइबर ठगी का इंटरनेशनल कनेक्शन:कंबोडिया तक फैला नेटवर्क, उत्तराखंड से हाईटेक ठग गिरफ्तार; एक टाइम में 256 कॉल एकसाथ
कुरुक्षेत्र पुलिस ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर फ्रॉड करने वाले आरोपी को दबोचा है। आरोपी कंबोडिया में बैठे अपने आकाओं के इशारों पर देहरादून से ऑपरेट कर रहा था। इस गिरफ्तारी से साइबर ठगी के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन उजागर हुए हैं। विदेशी ठग भारतीय नंबरों से कॉल कर लोगों को डरा- धमकाकर पैसे ऐंठते हैं। पुलिस ने आरोपी अनिकांत भट्ट निवासी दीप नगर देहरादून (उत्तराखंड) के कब्जे से 278 सिम कार्ड, 6 सिम बैंक सर्वर, लैपटॉप, 2 वाईफाई, पासपोर्ट और पर्स जब्त किए। आरोपी मिनी एक्सचेंज जैसे गैजेट्स से लोकल कॉल करके लोगों को अपने जाल में फंसाता था। रिटायर फौजी से किया 80 लाख का फ्रॉड कुरुक्षेत्र के सेक्टर-2 निवासी और सेना से रिटायर बाल किशन इस स्कैम के शिकार बने। 24 अगस्त 2025 को उनके पास एक अनजान नंबर से एक लड़की का कॉल आया। खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए उसने दावा किया कि बाल कृष्ण के क्रेडिट कार्ड पर 1 लाख रुपए का बकाया है। इनकार करने पर कॉल को सीनियर डिपार्टमेंट में ट्रांसफर कर दिया गया। डराने का सिलसिला हुआ शुरू फिर शुरू हुआ डराने का सिलसिला। अलग-अलग नंबरों से कॉल आते रहे, कॉल करने वालों ने उनको डराया कि उनके आधार कार्ड के इस्तेमाल से करोड़ों रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है। उन्होंने जेल भेजने का डर दिखाकर 30 लाख रुपए मांगे। गिरफ्तारी के डर से बाल किशन ने बताए गए खाते में 28 अगस्त को करीब 30 लाख और एक सितंबर को 49 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए। कंबोडिया तक जुड़े मिले तार
मीडिया से बातचीत में SP नीतीश अग्रवाल ने बताया कि साइबर थाना पुलिस ने आरोपी अनिकांत भट्ट को देहरादून से गिरफ्तार किया। अनिकांत भट्ट के तार कंबोडिया से जुड़े मिले। आरोपी अपने आकाओं के इशारे पर काम कर रहा था। कंबोडिया से ट्रेनिंग लेकर आया पूछताछ में आरोपी अनिकांत भट्ट ने कबूल किया कि वह कंबोडिया से ट्रेनिंग लेकर भारत लौटा था। यहां उसके पास सिम बैंक सर्वर (सिम बॉक्स) की मदद से ठगी का धंधा चला रहा था। कंबोडिया में उसके बॉस कैमरे से उस पर नजर रखते थे, ताकि कोई गड़बड़ी न हो। सिम बॉक्स बना हाईटेक हथियार SP ने बताया कि सिम बॉक्स एक मिनी टेलीकॉम एक्सचेंज की तरह काम करता है। यह आम आदमी की पहुंच से बाहर है और विदेश से मंगवाया जाता है। एक सिम बॉक्स में 256 सिम कार्ड लगाए जा सकते हैं, जिससे आरोपी बिना किसी मोबाइल के 256 लोगों को एक साथ कॉल कर सकता है। आरोपी उसे कंबोडिया से अपने साथ लेकर आया था।
कुरुक्षेत्र पुलिस ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर फ्रॉड करने वाले आरोपी को दबोचा है। आरोपी कंबोडिया में बैठे अपने आकाओं के इशारों पर देहरादून से ऑपरेट कर रहा था। इस गिरफ्तारी से साइबर ठगी के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन उजागर हुए हैं। विदेशी ठग भारतीय नंबरों से कॉल कर लोगों को डरा- धमकाकर पैसे ऐंठते हैं। पुलिस ने आरोपी अनिकांत भट्ट निवासी दीप नगर देहरादून (उत्तराखंड) के कब्जे से 278 सिम कार्ड, 6 सिम बैंक सर्वर, लैपटॉप, 2 वाईफाई, पासपोर्ट और पर्स जब्त किए। आरोपी मिनी एक्सचेंज जैसे गैजेट्स से लोकल कॉल करके लोगों को अपने जाल में फंसाता था। रिटायर फौजी से किया 80 लाख का फ्रॉड कुरुक्षेत्र के सेक्टर-2 निवासी और सेना से रिटायर बाल किशन इस स्कैम के शिकार बने। 24 अगस्त 2025 को उनके पास एक अनजान नंबर से एक लड़की का कॉल आया। खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए उसने दावा किया कि बाल कृष्ण के क्रेडिट कार्ड पर 1 लाख रुपए का बकाया है। इनकार करने पर कॉल को सीनियर डिपार्टमेंट में ट्रांसफर कर दिया गया। डराने का सिलसिला हुआ शुरू फिर शुरू हुआ डराने का सिलसिला। अलग-अलग नंबरों से कॉल आते रहे, कॉल करने वालों ने उनको डराया कि उनके आधार कार्ड के इस्तेमाल से करोड़ों रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है। उन्होंने जेल भेजने का डर दिखाकर 30 लाख रुपए मांगे। गिरफ्तारी के डर से बाल किशन ने बताए गए खाते में 28 अगस्त को करीब 30 लाख और एक सितंबर को 49 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए। कंबोडिया तक जुड़े मिले तार
मीडिया से बातचीत में SP नीतीश अग्रवाल ने बताया कि साइबर थाना पुलिस ने आरोपी अनिकांत भट्ट को देहरादून से गिरफ्तार किया। अनिकांत भट्ट के तार कंबोडिया से जुड़े मिले। आरोपी अपने आकाओं के इशारे पर काम कर रहा था। कंबोडिया से ट्रेनिंग लेकर आया पूछताछ में आरोपी अनिकांत भट्ट ने कबूल किया कि वह कंबोडिया से ट्रेनिंग लेकर भारत लौटा था। यहां उसके पास सिम बैंक सर्वर (सिम बॉक्स) की मदद से ठगी का धंधा चला रहा था। कंबोडिया में उसके बॉस कैमरे से उस पर नजर रखते थे, ताकि कोई गड़बड़ी न हो। सिम बॉक्स बना हाईटेक हथियार SP ने बताया कि सिम बॉक्स एक मिनी टेलीकॉम एक्सचेंज की तरह काम करता है। यह आम आदमी की पहुंच से बाहर है और विदेश से मंगवाया जाता है। एक सिम बॉक्स में 256 सिम कार्ड लगाए जा सकते हैं, जिससे आरोपी बिना किसी मोबाइल के 256 लोगों को एक साथ कॉल कर सकता है। आरोपी उसे कंबोडिया से अपने साथ लेकर आया था।