इंजीनियर ने आर्मी अफसर बनकर 20 लड़कियों को फंसाया:यूपी की लड़की से बोला- ऑपरेशन सिंदूर में बिजी हूं, मिल नहीं सकता; ब्लैकमेल कर लाखों ठगे
1- अब तुम मेरी पत्नी बनने वाली हो..इतना विश्वास तो करना ही पड़ेगा, मैं जो भी कर रहा हूं, वो हमारी भलाई के लिए है। 2- मुझे हमारे लिए घर बनवाना है, उसकी किस्त के लिए ढाई लाख रुपए चाहिए। 3- अचानक से मेरे पापा की तबीयत बिगड़ गई है, क्या कुछ पैसों की मदद हो सकती है? 4- देखो अभी मैं ऑपरेशन सिंदूर में बिजी हूं, अभी मैं किसी से नहीं मिल सकता…। ऊपर लिखी चारों इमोशनल बातों का सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। क्योंकि मैट्रिमोनियल साइट पर कुलदीप उर्फ नवीन सिंह ये बातें हर उस लड़की से बोलता था, जो उसके झांसे में आती थीं। कुलदीप खुद एक सिविल इंजीनियर है। वह 4 साल में लगभग 20 लड़कियों को धोखा देकर लाखों रुपए ठग चुका है। उसके पासे मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स यानी गृह मंत्रालय का फर्जी आईडी कार्ड मिला। बागपत पुलिस कुलदीप को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है। आरोपी कुलदीप को ऐसे ठगी करने का आइडिया कैसे आया, कब से वह ये सब कर रहा है, कैसे-कैसे उसने बड़े घर की लड़कियों को फंसाया? पढ़िए रिपोर्ट.. पहले जानिए कैसे गिरफ्तार हुआ? आरोपी कुलदीप के खिलाफ बागपत की एक युवती ने शिकायत की थी। युवती को आरोपी ने अपना नाम नवीन सिंह बताया था। युवती ने पुलिस को बताया, नवीन ने जीवन साथी और मेट्रोमोनियल साइटों पर खुद को सेना में मेजर बताकर अपना प्रोफाइल अपलोड कर रखा था। आरोपी पिछले 4 महीने से बात कर रहा था। शादी करने का वादा किया। बाद में इमोशनल ब्लैकमेल करके 2.73 लाख रुपए की ठगी कर ली। पुलिस ने मुकदमा लिखा और कुलदीप का लोकेशन ट्रेस किया। पता चला कि कुलदीप बुलंदशहर में अपने एक परिचित से मिलने आने वाला है। पुलिस टीम पहले से अलर्ट थी। जैसे ही वह 14 अगस्त को बुलंदशहर पहुंचा, चौकी निवाड़ा के पास से उसे दबोच लिया। परिवार से बोला- नोएडा में प्राइवेट जॉब करता हूं इंजीनियर कुलदीप बुलंदशहर में जिनमाई, छतारी का रहने वाला है। परिवार में पत्नी, भाई, पिता और मां हैं। उसकी एक 9 महीने 10 दिन की बेटी भी थी, जिसकी बीमारी के चलते कुछ दिन पहले ही मौत हो गई। वह खुद नोएडा में रहता है। जबकि परिवार गांव में रहता है। आरोपी ने परिवार को बताया है कि वह नोएडा में रहकर प्राइवेट जॉब करता है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अभी कोई भी उसके परिवार से मिलने नहीं आया। अब तक आर्मी के 15 अफसरों की फोटो इस्तेमाल की कुलदीप इतना शातिर था कि वह हर बार नई पहचान के साथ लड़कियों को धोखा देता था। वह मैट्रिमोनियल साइट पर गूगल से किसी स्मार्ट और लंबी कद-काठी के सेना के अफसरों की फोटो निकालकर उसकी डीपी लगाता। नाम भी उसी अफसर का रखता। जब कोई अमीर घर की लड़की उसको रिक्वेस्ट भेजती तो वो उसको बातों में फंसाकर पैसे ऐंठता। आरोपी अब तक लगभग 15 सेना के अफसरों की फोटो इस्तेमाल कर चुका है। कई राज्यों की लड़कियों को बनाया शिकार
आरोपी कुलदीप ने सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ़, हरियाणा समेत दक्षिण भारतीय लड़कियों को अपना शिकार बनाया है। लेकिन बागपत की युवती पुलिस के पास शिकायत करने पहुंची। मेरठ से इंजीनियरिंग की, शादी के बाद नौकरी छूटी
जांच में शामिल एक पुलिसकर्मी ने बताया, कुलदीप सिंह ने साल 2014 में मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग किया था। उसके बाद वहीं पर उसकी नौकरी लग गई। साल 2015 में उसकी शादी घरवालों ने करवा दी। शादी के कुछ दिनों बाद उसकी नौकरी छूट गई। कुछ दिन आरोपी गांव में रहा, उसके बाद फिर से नौकरी ढूंढने लगा। साल 2020 तक आरोपी ने नौकरी की। लेकिन कम सैलरी की वजह से उसके घर का खर्चा नहीं चल पा रहा था। साल 2021 में मैंने ठगी का काम शुरू किया
आरोपी कुलदीप ने पुलिस को बताया, मुझे मेरे एक साथी से पता चला कि मैट्रिमोनियल साइट पर शादी के लिए आईडी बनाते हैं। वहीं से मुझे मैट्रिमोनियल साइट के जरिए ठगी करने का आइडिया आया। साल 2021 में मैंने इस काम के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। कुछ दिन मैंने ये काम अपने घर से किया। उसके बाद घरवालों से नौकरी लगने की झूठी बात बोलकर नोएडा चला गया। सबसे पहले मुझे नोएडा की ही लड़की मिली थी। उससे मैंने 7 महीने बात की। उससे मैंने 20, 30 हजार करके 7-8 बार पैसे लिए। फिर वो मुझसे मिलने की जिद करने लगी। तो मैंने उसको ब्लॉक कर दिया। मैं कभी किसी लड़की से वीडियो कॉल पर बात नहीं करता था। मैं सबसे झूठ बोल देता था कि हमारे काम में वीडियो कॉल करने की परमिशन नहीं है। 1 साल बाद छुट्टी मिलेगी, तभी सीधे मिलने आऊंगा। सवाल-जवाब करने पर लड़कियों को ब्लॉक कर देता था कुलदीप ने बताया, लड़कियों से फोन और मैसेज पर बात करता था, वो भी नाम बदलकर। आज तक किसी लड़की को उसने अपना असली नाम नहीं बताया। सेना के नाम पर सब उसकी बातें सच समझती थीं। जब कोई लड़की ज्यादा जिद करती या फिर सवाल-जवाब करती तो उसका नंबर ब्लॉक कर देता था। मुझे एक लड़की अंबाला की मिली थी। अभी जब मई में ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था, तभी उससे बात शुरू हुई थी। वो लड़की मुझसे मिलने कश्मीर आने की बात कह रही थी। बोल रही थी, मुझे सामने से मिलना है। मैंने ऑपरेशन सिंदूर में बिजी होने की बात कहकर उसको कुछ दिन रोका, लेकिन फिर वो पीछे पड़ गई तो उसको ब्लॉक कर दिया। बागपत वाली लड़की 4 महीने से टच में थी। इस लड़की को मुझ पर शक हो गया था। सीओ बोले- आरोपी के बैंक खातों की भी जांच हो रही
सीओ अंशु जैन ने बताया, आरोपी कुलदीप के पास से 2 मोबाइल, 3 सिमकार्ड, 2 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 2 ड्राइविंग लाइसेंस, 2 डेबिट कार्ड, 1 क्रेडिट कार्ड, 1 आईडी कार्ड (मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स) और 1610 रुपए नकद मिले हैं। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हम लोग अन्य लड़कियों का पता लगा रहे हैं, जिनके साथ ये ठगी कर चुका है। इसके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। 4 साल से ये ठगी का काम कर रहा था, लेकिन पता नहीं क्यों किसी लड़की ने शिकायत नहीं की। अभी जो केस दर्ज हुआ है, वो नवीन के नाम से हुआ है। यही नाम बताकर इसने बागपत की लड़की से बात की थी। ---------------- यह खबर भ
1- अब तुम मेरी पत्नी बनने वाली हो..इतना विश्वास तो करना ही पड़ेगा, मैं जो भी कर रहा हूं, वो हमारी भलाई के लिए है। 2- मुझे हमारे लिए घर बनवाना है, उसकी किस्त के लिए ढाई लाख रुपए चाहिए। 3- अचानक से मेरे पापा की तबीयत बिगड़ गई है, क्या कुछ पैसों की मदद हो सकती है? 4- देखो अभी मैं ऑपरेशन सिंदूर में बिजी हूं, अभी मैं किसी से नहीं मिल सकता…। ऊपर लिखी चारों इमोशनल बातों का सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। क्योंकि मैट्रिमोनियल साइट पर कुलदीप उर्फ नवीन सिंह ये बातें हर उस लड़की से बोलता था, जो उसके झांसे में आती थीं। कुलदीप खुद एक सिविल इंजीनियर है। वह 4 साल में लगभग 20 लड़कियों को धोखा देकर लाखों रुपए ठग चुका है। उसके पासे मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स यानी गृह मंत्रालय का फर्जी आईडी कार्ड मिला। बागपत पुलिस कुलदीप को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है। आरोपी कुलदीप को ऐसे ठगी करने का आइडिया कैसे आया, कब से वह ये सब कर रहा है, कैसे-कैसे उसने बड़े घर की लड़कियों को फंसाया? पढ़िए रिपोर्ट.. पहले जानिए कैसे गिरफ्तार हुआ? आरोपी कुलदीप के खिलाफ बागपत की एक युवती ने शिकायत की थी। युवती को आरोपी ने अपना नाम नवीन सिंह बताया था। युवती ने पुलिस को बताया, नवीन ने जीवन साथी और मेट्रोमोनियल साइटों पर खुद को सेना में मेजर बताकर अपना प्रोफाइल अपलोड कर रखा था। आरोपी पिछले 4 महीने से बात कर रहा था। शादी करने का वादा किया। बाद में इमोशनल ब्लैकमेल करके 2.73 लाख रुपए की ठगी कर ली। पुलिस ने मुकदमा लिखा और कुलदीप का लोकेशन ट्रेस किया। पता चला कि कुलदीप बुलंदशहर में अपने एक परिचित से मिलने आने वाला है। पुलिस टीम पहले से अलर्ट थी। जैसे ही वह 14 अगस्त को बुलंदशहर पहुंचा, चौकी निवाड़ा के पास से उसे दबोच लिया। परिवार से बोला- नोएडा में प्राइवेट जॉब करता हूं इंजीनियर कुलदीप बुलंदशहर में जिनमाई, छतारी का रहने वाला है। परिवार में पत्नी, भाई, पिता और मां हैं। उसकी एक 9 महीने 10 दिन की बेटी भी थी, जिसकी बीमारी के चलते कुछ दिन पहले ही मौत हो गई। वह खुद नोएडा में रहता है। जबकि परिवार गांव में रहता है। आरोपी ने परिवार को बताया है कि वह नोएडा में रहकर प्राइवेट जॉब करता है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अभी कोई भी उसके परिवार से मिलने नहीं आया। अब तक आर्मी के 15 अफसरों की फोटो इस्तेमाल की कुलदीप इतना शातिर था कि वह हर बार नई पहचान के साथ लड़कियों को धोखा देता था। वह मैट्रिमोनियल साइट पर गूगल से किसी स्मार्ट और लंबी कद-काठी के सेना के अफसरों की फोटो निकालकर उसकी डीपी लगाता। नाम भी उसी अफसर का रखता। जब कोई अमीर घर की लड़की उसको रिक्वेस्ट भेजती तो वो उसको बातों में फंसाकर पैसे ऐंठता। आरोपी अब तक लगभग 15 सेना के अफसरों की फोटो इस्तेमाल कर चुका है। कई राज्यों की लड़कियों को बनाया शिकार
आरोपी कुलदीप ने सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ़, हरियाणा समेत दक्षिण भारतीय लड़कियों को अपना शिकार बनाया है। लेकिन बागपत की युवती पुलिस के पास शिकायत करने पहुंची। मेरठ से इंजीनियरिंग की, शादी के बाद नौकरी छूटी
जांच में शामिल एक पुलिसकर्मी ने बताया, कुलदीप सिंह ने साल 2014 में मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग किया था। उसके बाद वहीं पर उसकी नौकरी लग गई। साल 2015 में उसकी शादी घरवालों ने करवा दी। शादी के कुछ दिनों बाद उसकी नौकरी छूट गई। कुछ दिन आरोपी गांव में रहा, उसके बाद फिर से नौकरी ढूंढने लगा। साल 2020 तक आरोपी ने नौकरी की। लेकिन कम सैलरी की वजह से उसके घर का खर्चा नहीं चल पा रहा था। साल 2021 में मैंने ठगी का काम शुरू किया
आरोपी कुलदीप ने पुलिस को बताया, मुझे मेरे एक साथी से पता चला कि मैट्रिमोनियल साइट पर शादी के लिए आईडी बनाते हैं। वहीं से मुझे मैट्रिमोनियल साइट के जरिए ठगी करने का आइडिया आया। साल 2021 में मैंने इस काम के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। कुछ दिन मैंने ये काम अपने घर से किया। उसके बाद घरवालों से नौकरी लगने की झूठी बात बोलकर नोएडा चला गया। सबसे पहले मुझे नोएडा की ही लड़की मिली थी। उससे मैंने 7 महीने बात की। उससे मैंने 20, 30 हजार करके 7-8 बार पैसे लिए। फिर वो मुझसे मिलने की जिद करने लगी। तो मैंने उसको ब्लॉक कर दिया। मैं कभी किसी लड़की से वीडियो कॉल पर बात नहीं करता था। मैं सबसे झूठ बोल देता था कि हमारे काम में वीडियो कॉल करने की परमिशन नहीं है। 1 साल बाद छुट्टी मिलेगी, तभी सीधे मिलने आऊंगा। सवाल-जवाब करने पर लड़कियों को ब्लॉक कर देता था कुलदीप ने बताया, लड़कियों से फोन और मैसेज पर बात करता था, वो भी नाम बदलकर। आज तक किसी लड़की को उसने अपना असली नाम नहीं बताया। सेना के नाम पर सब उसकी बातें सच समझती थीं। जब कोई लड़की ज्यादा जिद करती या फिर सवाल-जवाब करती तो उसका नंबर ब्लॉक कर देता था। मुझे एक लड़की अंबाला की मिली थी। अभी जब मई में ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था, तभी उससे बात शुरू हुई थी। वो लड़की मुझसे मिलने कश्मीर आने की बात कह रही थी। बोल रही थी, मुझे सामने से मिलना है। मैंने ऑपरेशन सिंदूर में बिजी होने की बात कहकर उसको कुछ दिन रोका, लेकिन फिर वो पीछे पड़ गई तो उसको ब्लॉक कर दिया। बागपत वाली लड़की 4 महीने से टच में थी। इस लड़की को मुझ पर शक हो गया था। सीओ बोले- आरोपी के बैंक खातों की भी जांच हो रही
सीओ अंशु जैन ने बताया, आरोपी कुलदीप के पास से 2 मोबाइल, 3 सिमकार्ड, 2 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 2 ड्राइविंग लाइसेंस, 2 डेबिट कार्ड, 1 क्रेडिट कार्ड, 1 आईडी कार्ड (मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स) और 1610 रुपए नकद मिले हैं। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हम लोग अन्य लड़कियों का पता लगा रहे हैं, जिनके साथ ये ठगी कर चुका है। इसके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। 4 साल से ये ठगी का काम कर रहा था, लेकिन पता नहीं क्यों किसी लड़की ने शिकायत नहीं की। अभी जो केस दर्ज हुआ है, वो नवीन के नाम से हुआ है। यही नाम बताकर इसने बागपत की लड़की से बात की थी। ---------------- यह खबर भी पढ़ें- मेरठ में बर्थडे पार्टी में गए दिव्यांग युवक की हत्या:घर से 30 किमी दूर हाईवे पर फेंकी लाश, दोस्त बोले- बदमाश उठा ले गए थे मेरठ में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर दी गई। उसका हॉफ न्यूड शव घर से 30 किमी दूर मिला। युवक की बेल्ट लगी पैंट खुली थी। मौके की परिस्थितियां ऐसी थी कि युवक ने हत्यारों से संघर्ष किया हो। यहां पढ़ें पूरी खबर