अमेरिका: न्यायाधीश ने सरकार को ग्वाटेमाला के बच्चों को निर्वासित करने से रोका

अमेरिका के एक न्यायाधीश ने अपने परिवारों के बिना सीमा पार कर देश में घुसने वाले ग्वाटेमाला के बच्चों के एक समूह को निर्वासित करने के सरकार के फैसले पर रविवार को अस्थायी रूप से रोक लगा दी। बच्चों के वकीलों ने कहा कि इन्हें रातोंरात विमानों में सवार कर दिया गया, जो प्रवासी बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने वाले कानूनों का उल्लंघन है। मूल रूप से ग्वाटेमाला के रहने वाले 10 से 17 वर्ष की आयु के 10 नाबालिगों के वकीलों ने शनिवार देर रात अदालत में दायर की गयी अर्जी में कहा कि ऐसी खबरें हैं कि विमान कुछ ही घंटों में मध्य अमेरिकी देश के लिए उड़ान भरने वाले थे। वाशिंगटन में एक संघीय न्यायाधीश ने कहा कि इन बच्चों को कम से कम 14 दिनों तक निर्वासित नहीं किया जा सकता। न्यायाधीश ने रविवार को जल्दबाजी में निर्धारित सुनवाई के बाद आदेश दिया कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक बच्चों को विमानों से उतारकर शरणार्थी पुनर्वास केंद्र कार्यालय वापस भेज दिया जाए। न्यायाधीश स्पार्कल एल. सूकननन ने कहा, “मैं नहीं चाहती कि इसमें कोई अस्पष्टता रहे।” उन्होंने कहा कि अदालत का यह फैसला व्यापक रूप से ग्वाटेमाला के उन नाबालिगों पर लागू होता है, जो अपने माता-पिता या अभिभावकों के बिना अमेरिका पहुंचे हैं।

Sep 1, 2025 - 13:13
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अमेरिका: न्यायाधीश ने सरकार को ग्वाटेमाला के बच्चों को निर्वासित करने से रोका

अमेरिका के एक न्यायाधीश ने अपने परिवारों के बिना सीमा पार कर देश में घुसने वाले ग्वाटेमाला के बच्चों के एक समूह को निर्वासित करने के सरकार के फैसले पर रविवार को अस्थायी रूप से रोक लगा दी।

बच्चों के वकीलों ने कहा कि इन्हें रातोंरात विमानों में सवार कर दिया गया, जो प्रवासी बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने वाले कानूनों का उल्लंघन है। मूल रूप से ग्वाटेमाला के रहने वाले 10 से 17 वर्ष की आयु के 10 नाबालिगों के वकीलों ने शनिवार देर रात अदालत में दायर की गयी

अर्जी में कहा कि ऐसी खबरें हैं कि विमान कुछ ही घंटों में मध्य अमेरिकी देश के लिए उड़ान भरने वाले थे। वाशिंगटन में एक संघीय न्यायाधीश ने कहा कि इन बच्चों को कम से कम 14 दिनों तक निर्वासित नहीं किया जा सकता।

न्यायाधीश ने रविवार को जल्दबाजी में निर्धारित सुनवाई के बाद आदेश दिया कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक बच्चों को विमानों से उतारकर शरणार्थी पुनर्वास केंद्र कार्यालय वापस भेज दिया जाए।

न्यायाधीश स्पार्कल एल. सूकननन ने कहा, “मैं नहीं चाहती कि इसमें कोई अस्पष्टता रहे।” उन्होंने कहा कि अदालत का यह फैसला व्यापक रूप से ग्वाटेमाला के उन नाबालिगों पर लागू होता है, जो अपने माता-पिता या अभिभावकों के बिना अमेरिका पहुंचे हैं।