अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर:नालंदा में आने वाले त्योहार को लेकर अभियान, अचानक कार्रवाई से व्यापारियों में गुस्सा

बिहार शरीफ शहर की मुख्य सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने मंगलवार को कार्रवाई शुरू की। महल पर समेत कई प्रमुख क्षेत्रों में फुटपाथी दुकानदारों की ओर से सड़क किनारे लगाई गई दुकानों को हटाया गया, जिससे लंबे समय से बाधित यातायात व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जगी है। शहर के व्यस्त इलाकों में फुटपाथी दुकानदारों की ओर से सड़क पर ही दुकान लगाने की बढ़ती प्रवृत्ति से आम नागरिकों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। विशेषकर महल पर बाजार क्षेत्र में स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि गाड़ी की आवाजाही लगभग ठप हो गई थी। पैदल यात्रियों के लिए भी फुटपाथ का उपयोग करना मुश्किल हो गया था। स्थानीय निवासियों का कहना है कि त्योहारी सीजन में यह समस्या और भी गंभीर रूप ले लेती है, जब दुकानदारों की संख्या बढ़ जाती है और सड़कों पर भीड़ का दबाव और बढ़ जाता है। अचानक कार्रवाई से व्यापारियों में गुस्सा महल पर निवासी मीना देवी, जो अपनी फल की दुकान बाजार में लगाती हैं, उसने बताया कि नगर निगम की टीम अचानक पहुंची और बिना किसी पहले से दिए सूचना के सारा सामान हटाने लगी। "हमें कोई समय नहीं दिया गया। अपना सामान समेटने का भी मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा की इस कार्रवाई में उन पर 1000 रुपए का अतिक्रमण शुल्क भी लगाया गया। अन्य फुटपाथी दुकानदारों ने भी इसी तरह की शिकायत की है। उनका कहना है कि अचानक की गई इस कार्रवाई से उनके व्यवसाय पर गंभीर प्रभाव पड़ा है और वे अपनी आजीविका को लेकर चिंतित हैं। निजी संपत्ति भी नहीं बची स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निगम की कार्रवाई में केवल फुटपाथी दुकानें ही नहीं, बल्कि कुछ निजी संपत्तियां भी प्रभावित हुई हैं। महल पर निवासी चंदन कुमार ने बताया कि नाली के अंदर उनके घर का छज्जा आता था, लेकिन निगम ने उसे भी तोड़ दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन अतिक्रमण के मामले में कोई छूट नहीं दे रहा। बिहार शरीफ नगर निगम के नगर आयुक्त दीपक कुमार मिश्रा ने इस कार्रवाई को उचित बताते हुए कहा कि अतिक्रमण करने वाले लोगों पर ढाई हजार रुपए का चालान काटा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आगामी पर्व-त्योहारों को देखते हुए यह अभियान लगातार चलता रहेगा। नगर आयुक्त ने आगामी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि कल अस्पताल चौराहा से लेकर सोहसराय की तरफ अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने दुकानदारों को सलाह दी कि वे सड़क की व्हाइट लाइन के बाहर अपना ठेला या दुकान का सामान न रखें और जहां नाला बना है, वहां नाले के पीछे ही अपना व्यवसायिक सामान रखें। सभी अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस दे दी गई थी, बावजूद कुछ लोग अतिक्रमण नहीं हटा रहे थे।

Sep 2, 2025 - 17:47
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अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर:नालंदा में आने वाले त्योहार को लेकर अभियान, अचानक कार्रवाई से व्यापारियों में गुस्सा
बिहार शरीफ शहर की मुख्य सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने मंगलवार को कार्रवाई शुरू की। महल पर समेत कई प्रमुख क्षेत्रों में फुटपाथी दुकानदारों की ओर से सड़क किनारे लगाई गई दुकानों को हटाया गया, जिससे लंबे समय से बाधित यातायात व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जगी है। शहर के व्यस्त इलाकों में फुटपाथी दुकानदारों की ओर से सड़क पर ही दुकान लगाने की बढ़ती प्रवृत्ति से आम नागरिकों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। विशेषकर महल पर बाजार क्षेत्र में स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि गाड़ी की आवाजाही लगभग ठप हो गई थी। पैदल यात्रियों के लिए भी फुटपाथ का उपयोग करना मुश्किल हो गया था। स्थानीय निवासियों का कहना है कि त्योहारी सीजन में यह समस्या और भी गंभीर रूप ले लेती है, जब दुकानदारों की संख्या बढ़ जाती है और सड़कों पर भीड़ का दबाव और बढ़ जाता है। अचानक कार्रवाई से व्यापारियों में गुस्सा महल पर निवासी मीना देवी, जो अपनी फल की दुकान बाजार में लगाती हैं, उसने बताया कि नगर निगम की टीम अचानक पहुंची और बिना किसी पहले से दिए सूचना के सारा सामान हटाने लगी। "हमें कोई समय नहीं दिया गया। अपना सामान समेटने का भी मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा की इस कार्रवाई में उन पर 1000 रुपए का अतिक्रमण शुल्क भी लगाया गया। अन्य फुटपाथी दुकानदारों ने भी इसी तरह की शिकायत की है। उनका कहना है कि अचानक की गई इस कार्रवाई से उनके व्यवसाय पर गंभीर प्रभाव पड़ा है और वे अपनी आजीविका को लेकर चिंतित हैं। निजी संपत्ति भी नहीं बची स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निगम की कार्रवाई में केवल फुटपाथी दुकानें ही नहीं, बल्कि कुछ निजी संपत्तियां भी प्रभावित हुई हैं। महल पर निवासी चंदन कुमार ने बताया कि नाली के अंदर उनके घर का छज्जा आता था, लेकिन निगम ने उसे भी तोड़ दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन अतिक्रमण के मामले में कोई छूट नहीं दे रहा। बिहार शरीफ नगर निगम के नगर आयुक्त दीपक कुमार मिश्रा ने इस कार्रवाई को उचित बताते हुए कहा कि अतिक्रमण करने वाले लोगों पर ढाई हजार रुपए का चालान काटा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आगामी पर्व-त्योहारों को देखते हुए यह अभियान लगातार चलता रहेगा। नगर आयुक्त ने आगामी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि कल अस्पताल चौराहा से लेकर सोहसराय की तरफ अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने दुकानदारों को सलाह दी कि वे सड़क की व्हाइट लाइन के बाहर अपना ठेला या दुकान का सामान न रखें और जहां नाला बना है, वहां नाले के पीछे ही अपना व्यवसायिक सामान रखें। सभी अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस दे दी गई थी, बावजूद कुछ लोग अतिक्रमण नहीं हटा रहे थे।