Mumbai kidnapping case : मुंबई किडनैपिंग कांड का सच, 17 बच्चों को बंधक बनाने और रोहित आर्य के एनकाउंटर की सनसनीखेज कहानी

मुंबई में राहुल आर्या द्वारा बच्चों को बंधक बनाए जाने और फिर उसके एनकाउंटर पर विवाद खड़ा हो गया है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। ऑडिशन के बहाने 17 बच्चों को बंधक बना लिया। बच्चों को बचाने के दौरान पुलिस फायरिंग में उसे गोली लगी थी ...

Oct 30, 2025 - 21:42
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Mumbai kidnapping case : मुंबई किडनैपिंग कांड का सच, 17 बच्चों को बंधक बनाने और रोहित आर्य के एनकाउंटर की सनसनीखेज कहानी

Mumbai kidnapping case News : मायानगरी मुंबई में उस वक्त हड़कंप मच गया जब रोहित आर्य नाम के व्यक्ति ने एक्टिंग के ऑडिशन के बहाने 17 बच्चों को बंधक बना लिया। मुंबई पुलिस ने कई घंटे की मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार किया और बच्चों को उसके कब्जे से मुक्त करवाया। हालांकि बाद में खबर आई कि बच्चों को बचाने के दौरान पुलिस फायरिंग में उसे गोली लगी थी और जब उसे अस्पताल में ले जाया गया तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।

ALSO READ: CBSE Borad Exam Datesheet 2026 : सीबीएसई ने जारी की 10वीं-12 वीं के बोर्ड परीक्षा डेटशीट, जानिए क्या है तारीख हालांकि उसके मौत के बाद कई सवाल खड़े हुए हैं कि क्या सचमुच उसकी मौत पुलिस की गोली से हुई या फिर उसने सुसाइड किया। उसने बच्चों की किडनैपिंग क्यों की। उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और क्या वह वाकई मानसिक रूप से अस्थिर है। मुंबई में राहुल आर्या द्वारा बच्चों को बंधक बनाए जाने और फिर उसके एनकाउंटर पर विवाद खड़ा हो गया है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। 

 

क्या बकाया चुकाने के लिए किडनैपिंग

रोहित आर्या पुणे का रहने वाला था। आरोपी रोहित आर्य स्टूडियो में ही काम करता है। खबरों के अनुसार रोहित आर्या को एक स्कूल के काम का सरकारी टेंडर मिला हुआ था। मीडिया खबरों के मुताबिक उसे अपने द्वारा किए गए काम के पैसे नही मिले थे। रोहित ने अपने बकाया पैसे के लिए कई बार आंदोलन भी किया था। उसका दो करोड़ रुपया बकाया था। कहा जा रहा है कि उसने इसी कारण बच्चों को बंधक बनाया था। राहुल आर्या के परिजनों का आरोप है कि उसे विभाग की तरफ से पेमेंट नहीं दिए गए थे। इसके कारण वह आंदोलन भी कर चुका था। उसे पैसे के भुगतान का आश्वासन भी मिला था लेकिन इसके बाद भी उसे भुगतान नहीं किया गया।

 

अनशन के दौरान हालत हुई थी खराब

परिजनों का आरोप है कि 12 दिन पहले पुणे में अनशन करने के दौरान रोहित आर्या की हालत खराब हुई थी। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले 3 अगस्त को पूर्व मंत्री के आवास के बाहर भी भूख हड़ताल किया था। तब आश्वासन मिला था कि उसका भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन इसके बाद भी भुगतान नहीं किया गया था।  

    

वीडियो जारी कर दी थी धमकी, क्या थी डिमांड 

रोहित ने एक वीडियो भी जारी किया था। इसमें उसने धमकी दी- मैं रोहित आर्य। मैंने आत्महत्या करने की जगह एक प्लान बनाया और कुछ बच्चों को यहां बंधक बनाया। मेरी कुछ ज्यादा मांगें नहीं हैं। मेरी कुछ नैतिक मांगें हैं। कुछ लोगों से सवाल पूछने हैं। मुझे उनके जवाब चाहिए। न मैं आतंकी हूं, न मेरी पैसों की कोई मांग है। मुझे आसानी से बात करनी है, इसी के लिए बच्चों को बंधक बनाया है। अगर जिंदा रहा तो मैं यह करूंगा, लेकिन होगा जरूर। आपकी तरफ से एक छोटा सा कदम मुझे उकसा देगा और मैं पूरी जगह को आग लगाकर मर जाऊंगा। इससे बच्चों को बेवजह नुकसान होगा, वे निश्चित तौर पर डर जाएंगे। इसका जिम्मेदार मुझे न माना जाए। मैं सिर्फ बात करना चाहता हूं। मैं अकेला नहीं हूं, मेरे साथ कई सारे लोग हैं, जिन्हें परेशानियां हैं।

 

कमांडोज और पुलिस कार्रवाई, एयरगन से किया था फायर 

रोहित के बंधकों में 17 बच्चे थे। इनके अलावा दो और लोग थे, जिनमें एक बुजुर्ग भी शामिल थे। ये सभी अब सुरक्षित हैं। बच्चों को उनके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया है। कमांडोज और पुलिस के संयुक्‍त ऑपरेशन में बच्‍चों को मुक्त कराया गया। मीडिया खबरों के मुताबिक रोहित ने पुलिस और कमांडोज पर एयरगन से फायर किया।

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100 बच्चे आए थे ऑडिशन के लिए

इस शख्‍स ने आरए स्टूडियो में ऑडिशन देने आए बच्चों को बंधक बना लिया था। जानकारी के मुताबिक आरए स्टूडियो में करीब 100 बच्चे ऑडिशन के लिए आए थे। इन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से स्टूडियो में बुलाया गया था। इसी दौरान करीब 20 बच्चों को बंधक बना लिया गया। इसकी खबर मिलते ही हड़कंप मच गया। तुरंत स्पेशल ऑपरेशन शुरू कर बंधकों को मुक्त करवाया गया।  Edited by : Sudhir Sharma