डुमरिया स्टेट की बहू को बच्चों संग घर से निकाला:ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप,पुलिस से मांगी हेल्प
पश्चिम चंपारण के डुमरिया स्टेट में पारिवारिक कलह का मामला उस समय सुर्खियों में आ गया जब स्टेट की बहू मोहिता शाही को उनके ही ससुरालवालों ने बच्चों समेत घर में घुसने नहीं दिया। बताया जा रहा है कि, दोपहर से लेकर देर शाम तक मोहिता अपने दो छोटे बच्चों के साथ ससुराल के दरवाजे पर खड़ी रहीं, लेकिन घर का दरवाजा तक नहीं खोला गया। थक-हार कर उन्होंने शुक्रवार देर शाम शिकारपुर थाना पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। 2005 में हुई थी शादी मोहिता शाही ने अपने आवेदन में पति कुंवर धनंजय शाही, ससुर अजय कुमार शाही, सास रानी माधवी शाही और जेठ रनजय शाही को आरोपित किया है। उन्होंने बताया कि उनकी शादी वर्ष 2005 में हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज को लेकर ससुरालवालों की ओर से मानसिक उत्पीड़न किया जाता रहा। वर्ष 2024 में उनके पति उन्हें और दो बच्चों को छोड़कर गुड़गांव चले गए, तब से वह डुमरिया स्टेट में ही रह रही थीं। नहीं मिली कोई आर्थिक मदद मोहिता का कहना है कि, पति के चले जाने के बाद ससुराल पक्ष की ओर से न तो किसी तरह की आर्थिक सहायता दी गई और न ही बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी निभाई गई। हाल ही में, 16 अक्टूबर को उनके ससुरालवालों ने फोन कर दीपावली मनाने के लिए घर बुलाया। वह इस उम्मीद से दिल्ली से डुमरिया पहुंचीं कि रिश्तों में सुधार होगा, लेकिन पहुंचने पर घर का दरवाजा तक नहीं खोला गया। बच्चों की तबीयत खराब हाेने पर नहीं पूछा पानी उन्होंने बताया कि, वह पूरे दिन बच्चों के साथ दरवाजे पर खड़ी रहीं। बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बावजूद किसी ने पानी तक नहीं पूछा। अंततः उन्होंने शिकारपुर थाना को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें थाने आकर शिकायत दर्ज कराने को कहा। इसके बाद उन्होंने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह ने बताया कि, आवेदन मिला है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला पारिवारिक है। हालांकि यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर सहानुभूति जताई है।
पश्चिम चंपारण के डुमरिया स्टेट में पारिवारिक कलह का मामला उस समय सुर्खियों में आ गया जब स्टेट की बहू मोहिता शाही को उनके ही ससुरालवालों ने बच्चों समेत घर में घुसने नहीं दिया। बताया जा रहा है कि, दोपहर से लेकर देर शाम तक मोहिता अपने दो छोटे बच्चों के साथ ससुराल के दरवाजे पर खड़ी रहीं, लेकिन घर का दरवाजा तक नहीं खोला गया। थक-हार कर उन्होंने शुक्रवार देर शाम शिकारपुर थाना पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। 2005 में हुई थी शादी मोहिता शाही ने अपने आवेदन में पति कुंवर धनंजय शाही, ससुर अजय कुमार शाही, सास रानी माधवी शाही और जेठ रनजय शाही को आरोपित किया है। उन्होंने बताया कि उनकी शादी वर्ष 2005 में हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज को लेकर ससुरालवालों की ओर से मानसिक उत्पीड़न किया जाता रहा। वर्ष 2024 में उनके पति उन्हें और दो बच्चों को छोड़कर गुड़गांव चले गए, तब से वह डुमरिया स्टेट में ही रह रही थीं। नहीं मिली कोई आर्थिक मदद मोहिता का कहना है कि, पति के चले जाने के बाद ससुराल पक्ष की ओर से न तो किसी तरह की आर्थिक सहायता दी गई और न ही बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी निभाई गई। हाल ही में, 16 अक्टूबर को उनके ससुरालवालों ने फोन कर दीपावली मनाने के लिए घर बुलाया। वह इस उम्मीद से दिल्ली से डुमरिया पहुंचीं कि रिश्तों में सुधार होगा, लेकिन पहुंचने पर घर का दरवाजा तक नहीं खोला गया। बच्चों की तबीयत खराब हाेने पर नहीं पूछा पानी उन्होंने बताया कि, वह पूरे दिन बच्चों के साथ दरवाजे पर खड़ी रहीं। बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बावजूद किसी ने पानी तक नहीं पूछा। अंततः उन्होंने शिकारपुर थाना को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें थाने आकर शिकायत दर्ज कराने को कहा। इसके बाद उन्होंने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह ने बताया कि, आवेदन मिला है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला पारिवारिक है। हालांकि यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर सहानुभूति जताई है।