ट्रंप से मिलकर जो भी आया, उसने झट से PM मोदी को फोन मिलाया, अब फिनलैंड के राष्ट्रपति का कॉल क्यों आया?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और यूक्रेन में शांति के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के उद्देश्य से वाशिंगटन में यूरोपीय, अमेरिकी और यूक्रेनी नेताओं की हालिया बैठक पर भी विचार-विमर्श किया। इसे भी पढ़ें: सबसे बड़ा खिलाड़ी तो अपना भारत निकला, 13 साल में अमेरिका से आगे निकल जाएगी Indian Economy, ट्रंप के टैरिफ को मुंह चिढ़ाती ये रिपोर्ट आपने पढ़ी?पीएमओे के बयान के अनुसार स्टब ने यूक्रेन में संघर्ष के समाधान पर वाशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हुई हालिया बैठकों पर अपना आकलन मोदी के साथ साझा किया। बयान में कहा गया है कि मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ अच्छी बातचीत हुई। फिनलैंड यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण साझेदार है। व्यापार, प्रौद्योगिकी और सतत विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई। मोदी ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चल रहे प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।इसे भी पढ़ें: 24 घंटे में कम हो सकता है 25% टैरिफ, ट्रंप के करीबी ने भारत के सामने रख दी कौन सी शर्तफिनलैंड के राष्ट्रपति ने एआई इम्पैक्ट समिट के लिए भी समर्थन व्यक्त किया, जिसकी मेजबानी भारत 2026 में करेगा, जो दोनों देशों के बीच बढ़ती तकनीकी साझेदारी को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण भी दिया। बयान में कहा गया, उन्होंने 2026 में भारत द्वारा आयोजित एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए भी समर्थन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति स्टब को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण दिया। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।

Aug 28, 2025 - 21:26
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ट्रंप से मिलकर जो भी आया, उसने झट से PM मोदी को फोन मिलाया, अब फिनलैंड के राष्ट्रपति का कॉल क्यों आया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और यूक्रेन में शांति के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के उद्देश्य से वाशिंगटन में यूरोपीय, अमेरिकी और यूक्रेनी नेताओं की हालिया बैठक पर भी विचार-विमर्श किया। 

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पीएमओे के बयान के अनुसार स्टब ने यूक्रेन में संघर्ष के समाधान पर वाशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हुई हालिया बैठकों पर अपना आकलन मोदी के साथ साझा किया। बयान में कहा गया है कि मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ अच्छी बातचीत हुई। फिनलैंड यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण साझेदार है। व्यापार, प्रौद्योगिकी और सतत विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई। मोदी ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चल रहे प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

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फिनलैंड के राष्ट्रपति ने एआई इम्पैक्ट समिट के लिए भी समर्थन व्यक्त किया, जिसकी मेजबानी भारत 2026 में करेगा, जो दोनों देशों के बीच बढ़ती तकनीकी साझेदारी को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण भी दिया। बयान में कहा गया, उन्होंने 2026 में भारत द्वारा आयोजित एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए भी समर्थन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति स्टब को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण दिया। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।