छात्रसंघ चुनाव बहाली की मांग:एसएफआई कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रिंसिपल का किया घेराव, आंदोलन की दी चेतावनी
हनुमानगढ़ में छात्रसंघ चुनाव पर लगी रोक हटाने की छात्र संगठनों की मांग तेज होती जा रही है। इस मांग को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) तहसील कमेटी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राजकीय नेहरू मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. रामपाल अहरोदिया का घेराव किया। घेराव-प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाकर चाबी कहीं रख दी और भूल गए। वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उस ताले को खोलना ही नहीं चाहते। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीधा-सीधा युवाओं के लोकतांत्रिक अधिकारों पर कुठाराघात है। तहसील अध्यक्ष मोहित कुमार ने कहा कि बड़े-बड़े राजनेता, जो कभी छात्रसंघ से निकलकर मुख्यमंत्री तक पहुंचे, आज युवाओं के भविष्य पर प्रहार कर रहे हैं, यह शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारें चुनाव नहीं कराकर अपनी खामियों को छिपाना चाहती है, क्योंकि महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में मौजूद समस्याएं चुनावी बहस के जरिए सामने आ सकती हैं। एसएफआई कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेतावनी दी कि यदि समय रहते छात्रसंघ चुनाव बहाल नहीं किए गए तो छात्र संगठन एसएफआई की ओर से प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर तहसील उपाध्यक्ष मोहित भाटीवाल, तहसील सचिव सेवन भाटीवाल, योगेश भाटी, दिव्या, बसकरी वर्मा, राहुल, उमाशंकर, पुष्पा, कशिश अरोड़ा सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
हनुमानगढ़ में छात्रसंघ चुनाव पर लगी रोक हटाने की छात्र संगठनों की मांग तेज होती जा रही है। इस मांग को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) तहसील कमेटी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राजकीय नेहरू मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. रामपाल अहरोदिया का घेराव किया। घेराव-प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाकर चाबी कहीं रख दी और भूल गए। वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उस ताले को खोलना ही नहीं चाहते। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीधा-सीधा युवाओं के लोकतांत्रिक अधिकारों पर कुठाराघात है। तहसील अध्यक्ष मोहित कुमार ने कहा कि बड़े-बड़े राजनेता, जो कभी छात्रसंघ से निकलकर मुख्यमंत्री तक पहुंचे, आज युवाओं के भविष्य पर प्रहार कर रहे हैं, यह शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारें चुनाव नहीं कराकर अपनी खामियों को छिपाना चाहती है, क्योंकि महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में मौजूद समस्याएं चुनावी बहस के जरिए सामने आ सकती हैं। एसएफआई कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेतावनी दी कि यदि समय रहते छात्रसंघ चुनाव बहाल नहीं किए गए तो छात्र संगठन एसएफआई की ओर से प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर तहसील उपाध्यक्ष मोहित भाटीवाल, तहसील सचिव सेवन भाटीवाल, योगेश भाटी, दिव्या, बसकरी वर्मा, राहुल, उमाशंकर, पुष्पा, कशिश अरोड़ा सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।