अंतरराष्ट्रीय नृत्यांगना ने झालावाड़ में दी भरतनाट्यम की प्रस्तुति:डॉ. संगीता कबीलन ने भरतनाट्यम से दर्शाया राम और शिव का स्वरूप
झालावाड़ की एक निजी एकेडमी उच्च माध्यमिक स्कूल में स्पीक मैके की कार्यशाला के तहत भरतनाट्यम की शानदार प्रस्तुति हुई। बेंगलुरु से आईं अंतरराष्ट्रीय नृत्यांगना डॉ. संगीता कबीलन ने कार्यक्रम की शुरुआत महादेव शिव शंभू स्रोत से की। उन्होंने भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन किया। नृत्यांगना ने तुलसीदास रचित भजन 'ठुमक ठुमक चलत रामचंद्र बाजे पैजनिया' पर भगवान राम के बाल स्वरूप को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यशाला में संमपाद अरमंडी मूरमंडी और नाट्यशास्त्र के श्लोकों का अभ्यास करवाया गया। कार्यक्रम का समापन आई गिरी नंदिनी स्रोत पर महिषासुर वध की प्रस्तुति से हुआ। स्पिक मैके की जिला संयोजक सपना जैन ने बताया कि डॉ. संगीता ने गुरु कृष्ण कुमारी नरेंद्रण से शिक्षा प्राप्त की है। वे तमिलनाडु के राज्य स्तरीय पुरस्कार कलेमा मणी से सम्मानित हैं। उन्होंने भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया और श्रीलंका में भी प्रस्तुतियां दी हैं। कार्यक्रम में बेंगलुरु से आईं कीर्तना शशि कुमार ने नट्टू वांगम वाद्य यंत्र पर संगत की। स्कूल निदेशक उदयभान सिंह ने नृत्यांगना का स्वागत किया। आरोग्य भारती विभाग संयोजक सुरेंद्र कुमार जैन ने शास्त्रीय नृत्य के लाभों पर प्रकाश डाला।



