स्पाइसजेट अगले साल अप्रैल तक 10 खड़े विमानों का परिचालन बहाल करेगी
जून तिमाही में घाटे में रही एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने कहा है कि वह अप्रैल, 2026 तक उड़ान सेवाओं से बाहर चल रहे अपने 10 विमानों का परिचालन फिर शुरू करने की योजना बना रही है। जून तिमाही के अंत में स्पाइसजेट के 56 विमानों के बेड़े में से केवल 21 विमान ही परिचालन में थे जबकि 35 विमान तकनीकी या परिचालन कारणों से जमीन पर खड़े थे। कंपनी ने निवेशकों के समक्ष एक प्रस्तुति में कहा कि अप्रैल, 2026 तक ठप खड़े 10 विमानों को फिर से उड़ान में लाया जायेगा। इनमें से चार-पांच विमानों की उड़ान सेवाएं इस साल सर्दियों की शुरुआत में ही बहाल की जाएंगी ताकि त्योहारी और व्यस्त सत्र की मांग को पूरा किया जा सके। अप्रैल-जून, 2025 की तिमाही में स्पाइसजेट को 238 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ जबकि पिछले साल इसी अवधि में उसे 150 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। कंपनी ने बताया कि जमीन पर खड़े विमानों की परिचालन सेवाएं बहाल करने के लिए उसने रखरखाव और मरम्मत स्लॉट सुनिश्चित कर लिए हैं। अबतक कुल 19 विमान इंजन मरम्मत के लिये दुनिया भर के केंद्रों में भेजे गए हैं जिनमें सात इंजन बोइंग 737 एनजी, छह इंजन बोइंग 737 मैक्स और छह इंजन क्यू400 विमानों के हैं।
 
                                जून तिमाही में घाटे में रही एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने कहा है कि वह अप्रैल, 2026 तक उड़ान सेवाओं से बाहर चल रहे अपने 10 विमानों का परिचालन फिर शुरू करने की योजना बना रही है।
जून तिमाही के अंत में स्पाइसजेट के 56 विमानों के बेड़े में से केवल 21 विमान ही परिचालन में थे जबकि 35 विमान तकनीकी या परिचालन कारणों से जमीन पर खड़े थे।
कंपनी ने निवेशकों के समक्ष एक प्रस्तुति में कहा कि अप्रैल, 2026 तक ठप खड़े 10 विमानों को फिर से उड़ान में लाया जायेगा। इनमें से चार-पांच विमानों की उड़ान सेवाएं इस साल सर्दियों की शुरुआत में ही बहाल की जाएंगी ताकि त्योहारी और व्यस्त सत्र की मांग को पूरा किया जा सके।
अप्रैल-जून, 2025 की तिमाही में स्पाइसजेट को 238 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ जबकि पिछले साल इसी अवधि में उसे 150 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। कंपनी ने बताया कि जमीन पर खड़े विमानों की परिचालन सेवाएं बहाल करने के लिए उसने रखरखाव और मरम्मत स्लॉट सुनिश्चित कर लिए हैं।
अबतक कुल 19 विमान इंजन मरम्मत के लिये दुनिया भर के केंद्रों में भेजे गए हैं जिनमें सात इंजन बोइंग 737 एनजी, छह इंजन बोइंग 737 मैक्स और छह इंजन क्यू400 विमानों के हैं।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 


 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                                                                                                                            

 
                                             
                                             
                                             
                                            