सेल ने आईएनएस अजय, आईएनएस निस्तार के लिए की इस्पात आपूर्ति

देश की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने भारतीय नौसेना के आईएनएस अजय और आईएनएस निस्तार के लिए इस्पात की आपूर्ति की है। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह कहा। आईएनएस ‘अजय’ को गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) और आईएनएस निस्तार कोहिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) ने पिछले महीने जुलाई में पेश किया था। बयान के अनुसार, इन दोनों जहाजों के लिए इस्पात की समूचीआपूर्ति कंपनी ने की है। इसके साथ कंपनी देश के रक्षा स्वदेशीकरण प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है कंपनी ने बयान में कहा कि आईएनएस अजय के लिए सेल ने ‘डीएमआर ग्रेड स्टील प्लेट’ की आपूर्ति की है, जो इस उच्च-गुणवत्ता वाले इस्पात पोत की संरचनात्मक मजबूती और ‘स्टील्थ’ क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण है। आईएनएस निस्तार के लिए विशेष ‘ग्रेड प्लेट’ की आपूर्ति की। आईएनएस निस्तार भारत का पहला स्वदेशी रूप से तैयार व विनिर्मित गोताखोरी सहायता पोत (डीएसवी) है। इसमें कहा गया गया कि सेल, भारत की नौसैनिक शक्ति को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो राष्ट्रीय रक्षा लक्ष्यों के लिए कंपनी के रणनीतिक सहयोग को दिखाता है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में सेल की अभिन्न भूमिका को भी रेखांकित करता है।

Aug 5, 2025 - 09:22
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सेल ने आईएनएस अजय, आईएनएस निस्तार के लिए की इस्पात आपूर्ति

देश की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने भारतीय नौसेना के आईएनएस अजय और आईएनएस निस्तार के लिए इस्पात की आपूर्ति की है। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह कहा।

आईएनएस ‘अजय’ को गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) और आईएनएस निस्तार कोहिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) ने पिछले महीने जुलाई में पेश किया था।

बयान के अनुसार, इन दोनों जहाजों के लिए इस्पात की समूचीआपूर्ति कंपनी ने की है। इसके साथ कंपनी देश के रक्षा स्वदेशीकरण प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है कंपनी ने बयान में कहा कि आईएनएस अजय के लिए सेल ने ‘डीएमआर ग्रेड स्टील प्लेट’ की आपूर्ति की है, जो इस उच्च-गुणवत्ता वाले इस्पात पोत की संरचनात्मक मजबूती और ‘स्टील्थ’ क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण है।

आईएनएस निस्तार के लिए विशेष ‘ग्रेड प्लेट’ की आपूर्ति की। आईएनएस निस्तार भारत का पहला स्वदेशी रूप से तैयार व विनिर्मित गोताखोरी सहायता पोत (डीएसवी) है।

इसमें कहा गया गया कि सेल, भारत की नौसैनिक शक्ति को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो राष्ट्रीय रक्षा लक्ष्यों के लिए कंपनी के रणनीतिक सहयोग को दिखाता है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में सेल की अभिन्न भूमिका को भी रेखांकित करता है।