सिरसा की विवाहिता की झाड़-फूंक चक्कर में बिगड़ी तबीयत:5 दिन डेरे में रखी, अस्पताल में मायके-ससुराल वाले आपस में भिड़े
सिरसा की रहने वाली एक विवाहिता की झाड़ फूंक के चक्कर में तबीयत बिगड़ गई। विवाहिता के परिजनों ने उसे 5 दिन तक डेरे में बाबा के पास रखा। ज्यादा हालत खराब होने पर शुक्रवार शाम करीब 7 बजे उसे लेकर सिरसा के सिविल अस्पताल में लेकर पहुंचे। इसकी भनक लगते ही विवाहिता का पति और ससुराल वाले अस्पताल पहुंचे। इस दौरान विवाहिता के ससुराल और मायके वालों में आपस में बहस भी हो गई। ससुराल वालों ने मायके वालों पर आरोप लगाए कि डॉक्टर को दिखाने के बजाय बाबा के पास झाड़- फूंक करवाने चले गए, जिस कारण उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़न गई। वहीं, परिजनों ने डेरे या बाबा का नाम नहीं बताया। जिले के गांव सलारपुर निवासी निहाल सिंह ने बताया कि वह बिजली का काम करता है। करीब पांच साल पहले उसकी शादी रानियां के बाईयां गांव निवासी रबिना के साथ हुई थी। उसका एक ढाई साल का बेटा भी है। उसकी पत्नी करीब दो सालों से बीमार चल रही है, जिसका डॉक्टरों से इलाज चल रहा है। राजस्थान में किसी डेरे में ले गए परिजन बोले कि, पिछले करीब 15 दिनों से उसकी पत्नी रबिना अपने मायके में गई हुई थी। उसे शुगर की शिकायत ज्यादा थी और लीवर में भी दिक्कत थी। ऐसे में उसके मायके वाले उसे राजस्थान के एक डेरे में बाबा के पास ले गए। वहां पर उसे करीब 5 दिनों तक रखा और उसका इलाज करवाया। अब जब उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी तो उसे सिरसा के सिविल अस्पताल में लेकर पहुंचे। अब यहां भी डॉक्टरों ने गंभीर हालत के चलते उसे रेफर करने को कहा है।
