भारतीय महिला क्रिकेट की स्तंभ, पूर्व कप्तान और स्टार खिलाड़ी मिताली राज आज यानी की 03 दिसंबर को अपना 43वां जन्मदिन मना रही हैं। मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया है। मिताली राज ने टीम को दो बार वर्ल्ड कप में पहुंचाया और महिलाओं का हौसला बुलंद रखा। वहीं हाल ही में भारतीय टीम ने पहली बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया है। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर महिला क्रिकेट को नए अयाम तक पहुंचाने वाली मिताली राज के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
राजस्थान के जोधपुर में 03 दिसंबर 1982 को मिताली राज का जन्म हुआ था। हालांकि मिताली राज का मूल निवास हैदराबाद है। वह बचपन से ही क्रिकेटर बनने का सपना देखती थीं। वहीं महज 16 साल की उम्र में मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा।
क्रिकेट करियर
बता दें कि 29 जून 1999 को मिताली राज ने आयरलैंड के विरुद्ध मैच खेला। अपने पहले वनडे मैच में मिताली राज ने नाबाद 114 रन की शतकीय पारी खेलकर दुनिया को बता दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम को एक नई दिशा मिलने वाली है। इस पारी के बाद मिताली राज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
मजबूत तकनीक
मिताली राज की बल्लेबाजी काफी अद्भुत थी, फिर चाहे वह शानदार वर्कफुट हो, फ्लिक हो, कट हो या स्विप हो। हर शॉट में मिताली राज तकनीकि रूप से बेहद मजबूत थीं। वह टीम के लिए अकेले विकेट पर टीम के लिए डट जाती थीं। यह वो दौर था, जब महिला क्रिकेट में आर्थिक संपन्नता नहीं थी। वहीं क्रिकेटरों को इतने पैसे भी नहीं मिलते थे कि वह अपनी लाइफ को अच्छे से गुजार सकें। अभावों के बाद भी मिताली राज के मन में खेल और देश के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने का जज्बा था। यही जज्बा उनके समय के बल्लेबाजों को आगे लेकर आया। मिताली ने तीनों फॉर्मेट में अपनी क्षमता को बखूबी साबित कर दिखाया।
मिताली राज का क्रिकेट करियर
मिताली राज के नाम महिला वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। वह 200 वनडे खेलने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। साल 1999 से लेकर 2022 के बीच 232 मैचों की 211 नाबाद पारियों में 57 बार नाबाद रहते हुए मिताली राज ने 7 शतक और 64 अर्धशतक की सहायता से 7,805 रन बनाए। मिताली राज के नाम वनडे में सबसे अधिक अर्धशतक और लगातार 7 वनडे अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान
बतौर कैप्टन मिताली राज का शानदार रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने साल 2004 से लेकर 2022 तक भारतीय टीम की कप्तानी की। इस दौरान वह साल 2005-2006 तक कैप्टन नहीं रही थीं। मिताली ने दो वनडे विश्व कप फाइनल में कप्तानी करने वाली एकमात्र भारतीय कप्तान हैं। साल 2004 और 2017 में मिताली की कैप्टेनसी में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी। हालांकि दोनों ही मौकों पर टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
साल 2017 के फाइनल मैच में भारतीय टीम इंग्लैंड से सिर्फ 9 रन से हारी थी। यह वो मौका था, जब मिताली राज विश्व कप जीतने वाली पहली महिला कप्तान बन सकती थीं। बतौर भारतीय कप्तान मिताली ने रिकॉर्ड 155 मैच खेले हैं।
क्रिकेट को कहा अलविदा
साल 2019 में मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20 साल पूरे किए। ऐसा करने वाली मिताली राज पहली महिला क्रिकेटर थीं। फिर साल 2022 में उन्होंने संन्यास ले लिया। करीब 23 साल लंबे करियर में बतौर बल्लेबाज और कैप्टन मिताली राज ने बड़ी सफलता हासिल की। हालांकि विश्व कप न जीत पाना मिताली राज के करियर का एक अधूरा किस्सा रहा। मिताली के संन्यास के 3 साल बाद भारतीय टीम वनडे चैंपियन बनीं। इस दौरान जब टीम ने ट्रॉफी उठाई, तो मिताली स्टेडियम में मौजूद थीं। मौजूदा टीम की खिलाड़ियों ने मिताली को ट्रॉफी दी और उन्होंने गर्व से ट्रॉफी उठाकर जश्न मनाया।