भारत-अमेरिका के बीच विमान और हथियार खरीद पर बातचीत नहीं हुई बंद, रक्षा मंत्रालय ने रोक वाली रिपोर्ट का किया खंडन

नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच चल रहे टैरिफ विवाद के बीच भारत ने शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्टों का दृढ़ता से खंडन किया, जिनमें कहा गया था कि भारत ने रक्षा खरीद के संबंध में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ चर्चा रोक दी है। भारत द्वारा अमेरिका के साथ रक्षा खरीद संबंधी बातचीत रोकने की खबरें झूठी और मनगढ़ंत हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा यह स्पष्ट किया जाता है कि खरीद के विभिन्न मामलों में मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार प्रगति हो रही है। यह स्पष्टीकरण कई मीडिया संस्थानों द्वारा यह रिपोर्ट किए जाने के बाद आया है कि नई दिल्ली ने नए अमेरिकी हथियार और विमान खरीदने की अपनी योजना को स्थगित कर दिया है। रिपोर्टों में इस मामले से परिचित तीन भारतीय अधिकारियों का हवाला दिया गया है। इसे भी पढ़ें: पेन हवा में उछालते हुए ट्रंप ने 1 अगस्त से भारत पर लगने वाले टैरिफ को टाल दिया? बड़ा खेल तो कनाडा के साथ हो गयादरअसल, भारत और अमेरिका के बीच 31 हजार 500 करोड़ की बोइंग डील हुई थी। 2021 में अमेरिकी विदेश विभाग ने 2.42 बिलियन अमेरिकी डॉलर में छह अतिरिक्त बोइंग पी-8आई समुद्री गश्ती विमानों के मूल सौदे को अपनी मंजूरी दे दी थी। रक्षा सूत्रों के हवाले से द फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत ने परियोजना लागत में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि के कारण सौदे को स्थगित करने का फैसला किया है। रिपोर्ट में आगे दावा किया गया था कि रक्षा मंत्रालय ने रणनीतिक पुनर्मूल्यांकन करने का फैसला किया है और मूल्य वृद्धि, भूराजनीति और रणनीतिक स्वायत्तता जैसे कारक अंतिम निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।इसे भी पढ़ें: इजराइल ने UN सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई, हमास पर बंधकों को भूखा रखने का लगाया आरोपगौरतलब है कि बोइंग पी-8 पोसाइडन एक बहु-मिशन समुद्री गश्ती विमान है। यह टोही, खुफिया जानकारी एकत्र करने, खोज और बचाव कार्यों और पनडुब्बी रोधी अभियानों में विशेषज्ञता रखता है। बोइंग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पी-8 490 नॉट की अधिकतम गति से 41,000 फीट की ऊँचाई तक उड़ान भर सकता है। यह लंबी दूरी के गश्ती अभियानों को भी अंजाम दे सकता है, क्योंकि इसमें उड़ान के दौरान ईंधन भरने की प्रणाली लगी है। 

Aug 8, 2025 - 23:16
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भारत-अमेरिका के बीच विमान और हथियार खरीद पर बातचीत नहीं हुई बंद, रक्षा मंत्रालय ने रोक वाली रिपोर्ट का किया खंडन
नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच चल रहे टैरिफ विवाद के बीच भारत ने शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्टों का दृढ़ता से खंडन किया, जिनमें कहा गया था कि भारत ने रक्षा खरीद के संबंध में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ चर्चा रोक दी है। भारत द्वारा अमेरिका के साथ रक्षा खरीद संबंधी बातचीत रोकने की खबरें झूठी और मनगढ़ंत हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा यह स्पष्ट किया जाता है कि खरीद के विभिन्न मामलों में मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार प्रगति हो रही है। यह स्पष्टीकरण कई मीडिया संस्थानों द्वारा यह रिपोर्ट किए जाने के बाद आया है कि नई दिल्ली ने नए अमेरिकी हथियार और विमान खरीदने की अपनी योजना को स्थगित कर दिया है। रिपोर्टों में इस मामले से परिचित तीन भारतीय अधिकारियों का हवाला दिया गया है। 

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दरअसल, भारत और अमेरिका के बीच 31 हजार 500 करोड़ की बोइंग डील हुई थी। 2021 में अमेरिकी विदेश विभाग ने 2.42 बिलियन अमेरिकी डॉलर में छह अतिरिक्त बोइंग पी-8आई समुद्री गश्ती विमानों के मूल सौदे को अपनी मंजूरी दे दी थी। रक्षा सूत्रों के हवाले से द फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत ने परियोजना लागत में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि के कारण सौदे को स्थगित करने का फैसला किया है। रिपोर्ट में आगे दावा किया गया था कि रक्षा मंत्रालय ने रणनीतिक पुनर्मूल्यांकन करने का फैसला किया है और मूल्य वृद्धि, भूराजनीति और रणनीतिक स्वायत्तता जैसे कारक अंतिम निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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गौरतलब है कि बोइंग पी-8 पोसाइडन एक बहु-मिशन समुद्री गश्ती विमान है। यह टोही, खुफिया जानकारी एकत्र करने, खोज और बचाव कार्यों और पनडुब्बी रोधी अभियानों में विशेषज्ञता रखता है। बोइंग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पी-8 490 नॉट की अधिकतम गति से 41,000 फीट की ऊँचाई तक उड़ान भर सकता है। यह लंबी दूरी के गश्ती अभियानों को भी अंजाम दे सकता है, क्योंकि इसमें उड़ान के दौरान ईंधन भरने की प्रणाली लगी है।