बढ़ी लागत के कारण स्पाइसजेट को नुकसान, जून तिमाही में 238 करोड़ रुपये का घाटा
स्पाइसजेट ने शुक्रवार को बताया कि जून में समाप्त तिमाही के दौरान उसे 238 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। कंपनी ने कहा कि विमानों के खड़े होने और अवकाश यात्रा की मांग में कमी से उसकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हुई। कई चुनौतियों का सामना कर रही इस बजट एयरलाइन ने चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में कुल 1,190.56 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि एक साल पहले इसी अवधि में उसने 2,067.21 करोड़ रुपये की आय दर्ज की थी। स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा कि पड़ोसी देश के साथ भू-राजनीतिक स्थिति और प्रमुख बाजारों में हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों के कारण कंपनी के नतीजे काफी प्रभावित हुए, जिसके कारण अवकाश यात्रा की मांग कम रही। स्पाइसजेट ने कहा कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और इंजन ओवरहाल की चुनौतियों के कारण खड़े विमानों को सेवा में वापस लाने में देरी ने स्थिति को और जटिल बना दिया।’’ एयरलाइन को जून तिमाही में 238 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में उसे 150 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, ‘‘इस तिमाही के नतीजे विमानन उद्योग के सामने आने वाली असाधारण चुनौतियों को दर्शाते हैं, जिनमें भू-राजनीतिक उथल-पुथल, प्रतिबंधित हवाई मार्ग और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि एयरलाइन बेड़े की विश्वसनीयता बढ़ाने, लागत कम करने और नेटवर्क का विस्तार करने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है।

स्पाइसजेट ने शुक्रवार को बताया कि जून में समाप्त तिमाही के दौरान उसे 238 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। कंपनी ने कहा कि विमानों के खड़े होने और अवकाश यात्रा की मांग में कमी से उसकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हुई। कई चुनौतियों का सामना कर रही इस बजट एयरलाइन ने चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में कुल 1,190.56 करोड़ रुपये की आय अर्जित की।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि एक साल पहले इसी अवधि में उसने 2,067.21 करोड़ रुपये की आय दर्ज की थी। स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा कि पड़ोसी देश के साथ भू-राजनीतिक स्थिति और प्रमुख बाजारों में हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों के कारण कंपनी के नतीजे काफी प्रभावित हुए, जिसके कारण अवकाश यात्रा की मांग कम रही।
स्पाइसजेट ने कहा कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और इंजन ओवरहाल की चुनौतियों के कारण खड़े विमानों को सेवा में वापस लाने में देरी ने स्थिति को और जटिल बना दिया।’’
एयरलाइन को जून तिमाही में 238 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में उसे 150 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, ‘‘इस तिमाही के नतीजे विमानन उद्योग के सामने आने वाली असाधारण चुनौतियों को दर्शाते हैं, जिनमें भू-राजनीतिक उथल-पुथल, प्रतिबंधित हवाई मार्ग और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि एयरलाइन बेड़े की विश्वसनीयता बढ़ाने, लागत कम करने और नेटवर्क का विस्तार करने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है।