अपने ही देश में कैदी बन गया ब्रिटेन, बेकाबू भीड़ ने भयानक किए हालात

दुनिया के हर कोने में इस वक्त जबरदस्त बवाल मचा है। किसी न किसी कोने में विरोध प्रदर्शन की आग धधक रही है। नेपाल के बाद अमेरिका और अब अमेरिका के बाद यूरोपीय देश ब्रिटेन में भी जबरदस्त प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। लेकिन ब्रिटेन में जो इस बार हंगामा हो रहा है वो बाहरी लोगों के विरोध को लेकर है। इनकी मांग है कि बाहरी लोगों को देश से बाहर कर दिया जाए। दरअसल, बीते दिन करीब एक लाख लोग लंदन की सड़कों पर उतरे। देश से अवैध प्रवासियों को बाहर करने की मांग के साथ बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। इसे भी पढ़ें: ब्रिटिश संसद में 'रूल ब्रेकर्स' की स्क्रीनिंग! अली फ़ज़ल ने बताया 'गर्व और सम्मान' का पलयूनाइटेड द किंगडम प्रोटेस्टब्रिटेन में अवैध प्रवासियों की बढ़ती आबादी के खिलाफ शनिवार को लंदन में एक लाख से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया। इस प्रोटेस्ट को यूनाइटेड द किंगडम नाम दिया गया। प्रदर्शन को एंटी इमिग्रेशन लीडर टॉमी रॉबिन्सन ने किया। इसे देश की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैली बताया गया। प्रदर्शन में टेस्ला मालिक एलन मस्क भी विडियो के जरिए जुड़े। मस्क ने कहा, 'हिंसा तुम्हारे पास आ रही है। या तो लड़ो या मरो।' मस्क ने ब्रिटेन में संसद भंग करने की मांग की। उन्होंने कहा, 'सरकार बदलनी होगी।' जब एक लाख से ज्यादा लोग प्रदर्शन कर रहे थे, तब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अपने बेटे के साथ लंदन के एमिरेट्स स्टेडियम में फुटबॉल मैच देख रहे थे। पीएम ने कहा कि हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सेंट्रल लंदन में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 26 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। चार पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं। अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की मांगअवैध प्रवासियों का मुद्दा यूरोप में अब कितना जोर पकड़ रहा है, ये साफ देखने को मिल रहा है। वेस्टर्न कल्चर में ये बहुत आम बात है। अवैध प्रवासियों को लेकर पहले शुरुआती दौर में ह्यूमन राइट्स और बड़ी बड़ी बातें, नारे देकर इन लोगों ने अवैध प्रवासियों को अपने देश में रखा और आज यही देश जोर देकर प्रदर्शन कर रहे हैं। गैर कानूनी प्रवासियों को स्थानीय समुदाय की तुलना में ज्यादा अधिकार मिलने की बात अब और जोर पकड़ रही है। पूरा ब्रिटेन चाहता है कि अब अवैध प्रवासियों को देश से बाहर कर दिया जाए। ब्रिटेन की सड़कों पर अवैध प्रवासियों का मुद्दा आए दिन जोर पकड़ रहा है। लेकिन बड़ी बात ये है कि इतने बड़े स्तर पर ऐसा मार्च पहली बार हुआ। इसे भी पढ़ें: ट्रंप टैरिफ पर जितना धमका रहे, पुतिन उतना यूक्रेन पर कहर बरसा रहे, अब 800 ड्रोन दाग दिएपुलिस अधिकारियों पर हमले और नस्लवादी धमकीब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने एक दिन पहले बड़े पैमाने पर आप्रवासी विरोधी प्रदर्शन के हिंसक हो जाने और उस दौरान कई पुलिस अधिकारियों के घायल हो जाने के बाद पुलिस अधिकारियों पर हमले और नस्लवादी धमकी की निंदा की। दक्षिणपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन द्वारा आयोजित यूनाइट द किंगडम विरोध प्रदर्शन शनिवार को अराजकता में बदल गया तथा झड़पों में कम से कम 26 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। बाद में इस सिलसिले में 24 गिरफ्तारियां हुईं। इसे अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने दूर से संबोधित किया। यहां 10 डाउनिंग स्ट्रीट के निकट सड़कों पर हुई हिंसा पर अपनी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया में स्टार्मर ने प्रवासी पृष्ठभूमि के आधार पर लोगों को डराने-धमकाने की निंदा की। स्टारमर ने कहा, लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार है। यह हमारे देश के मूल्यों के केंद्र में है। 

Sep 15, 2025 - 19:26
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अपने ही देश में कैदी बन गया ब्रिटेन, बेकाबू भीड़ ने भयानक किए हालात
दुनिया के हर कोने में इस वक्त जबरदस्त बवाल मचा है। किसी न किसी कोने में विरोध प्रदर्शन की आग धधक रही है। नेपाल के बाद अमेरिका और अब अमेरिका के बाद यूरोपीय देश ब्रिटेन में भी जबरदस्त प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। लेकिन ब्रिटेन में जो इस बार हंगामा हो रहा है वो बाहरी लोगों के विरोध को लेकर है। इनकी मांग है कि बाहरी लोगों को देश से बाहर कर दिया जाए। दरअसल, बीते दिन करीब एक लाख लोग लंदन की सड़कों पर उतरे। देश से अवैध प्रवासियों को बाहर करने की मांग के साथ बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। 

इसे भी पढ़ें: ब्रिटिश संसद में 'रूल ब्रेकर्स' की स्क्रीनिंग! अली फ़ज़ल ने बताया 'गर्व और सम्मान' का पल

यूनाइटेड द किंगडम प्रोटेस्ट

ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों की बढ़ती आबादी के खिलाफ शनिवार को लंदन में एक लाख से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया। इस प्रोटेस्ट को यूनाइटेड द किंगडम नाम दिया गया। प्रदर्शन को एंटी इमिग्रेशन लीडर टॉमी रॉबिन्सन ने किया। इसे देश की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैली बताया गया। प्रदर्शन में टेस्ला मालिक एलन मस्क भी विडियो के जरिए जुड़े। मस्क ने कहा, 'हिंसा तुम्हारे पास आ रही है। या तो लड़ो या मरो।' मस्क ने ब्रिटेन में संसद भंग करने की मांग की। उन्होंने कहा, 'सरकार बदलनी होगी।' जब एक लाख से ज्यादा लोग प्रदर्शन कर रहे थे, तब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अपने बेटे के साथ लंदन के एमिरेट्स स्टेडियम में फुटबॉल मैच देख रहे थे। पीएम ने कहा कि हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सेंट्रल लंदन में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 26 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। चार पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं। 

अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की मांग

अवैध प्रवासियों का मुद्दा यूरोप में अब कितना जोर पकड़ रहा है, ये साफ देखने को मिल रहा है। वेस्टर्न कल्चर में ये बहुत आम बात है। अवैध प्रवासियों को लेकर पहले शुरुआती दौर में ह्यूमन राइट्स और बड़ी बड़ी बातें, नारे देकर इन लोगों ने अवैध प्रवासियों को अपने देश में रखा और आज यही देश जोर देकर प्रदर्शन कर रहे हैं। गैर कानूनी प्रवासियों को स्थानीय समुदाय की तुलना में ज्यादा अधिकार मिलने की बात अब और जोर पकड़ रही है। पूरा ब्रिटेन चाहता है कि अब अवैध प्रवासियों को देश से बाहर कर दिया जाए। ब्रिटेन की सड़कों पर अवैध प्रवासियों का मुद्दा आए दिन जोर पकड़ रहा है। लेकिन बड़ी बात ये है कि इतने बड़े स्तर पर ऐसा मार्च पहली बार हुआ। 

इसे भी पढ़ें: ट्रंप टैरिफ पर जितना धमका रहे, पुतिन उतना यूक्रेन पर कहर बरसा रहे, अब 800 ड्रोन दाग दिए

पुलिस अधिकारियों पर हमले और नस्लवादी धमकी

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने एक दिन पहले बड़े पैमाने पर आप्रवासी विरोधी प्रदर्शन के हिंसक हो जाने और उस दौरान कई पुलिस अधिकारियों के घायल हो जाने के बाद पुलिस अधिकारियों पर हमले और नस्लवादी धमकी की निंदा की। दक्षिणपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन द्वारा आयोजित यूनाइट द किंगडम विरोध प्रदर्शन शनिवार को अराजकता में बदल गया तथा झड़पों में कम से कम 26 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। बाद में इस सिलसिले में 24 गिरफ्तारियां हुईं। इसे अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने दूर से संबोधित किया। यहां 10 डाउनिंग स्ट्रीट के निकट सड़कों पर हुई हिंसा पर अपनी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया में स्टार्मर ने प्रवासी पृष्ठभूमि के आधार पर लोगों को डराने-धमकाने की निंदा की। स्टारमर ने कहा, लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार है। यह हमारे देश के मूल्यों के केंद्र में है।