सिरसा में SI और ASI की वर्दी पहने दो काबू:वारदात की फिराक में गाड़ी में घूम रहे थे, नंबर प्लेट डुप्लीकेट
सिरसा जिले में हरियाणा पुलिस की सब इंस्पेक्टर (SI) और सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) की वर्दी पहने हुए दो युवक पकड़े गए हैं। दोनों ही युवक वर्दी पहने हुए वारदात की फिराक में गाड़ी में घूम रहे थे। इनका असल काम था कि किसी भी व्यक्ति को पहले पैसे डबल करने के झांसे में लेते और बाद में पुलिस आने की कहकर पैसे लेकर भाग जाते। ऐसे में उस व्यक्ति को भी भगा देते, बाद में पता चलता कि धोखाधड़ी हो गई। तीसरा साथी ठगी का शिकार चुनता जानकारी के अनुसार, आरोपी युवकों ने गाड़ी पर भी नंबर प्लेट डुप्लीकेट लगा रखी थी। गाड़ी में दोनों खुद पुलिस की वर्दी में घूमते और तीसरा साथी किसी व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाने के चुनता। इसके बाद उससे साजिश के तहत यह करते। रात्रि को भी यह इसी योजना में घूम रहे थे कि पकड़े गए, अभी पुलिस उनसे पूछताछ में जुटी है। आरोपियों पर पहले से केस दर्ज पुलिस जांच में सामने आया है कि इनके खिलाफ पहले भी दो से तीन केस दर्ज है। इस मामले में आरोपी सुमेर सिंह, रामदिया व नरेश कुमार के खिलाफ सरकारी पुलिस कर्मचारी की वर्दी का प्रतिरोपण करने और धारा 205, 318(4), 336(3), 338, 340(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। सिलसिलेवार पढ़ें मामला पुलिस को दी शिकायत में एएसआई प्रवीण कुमारी ने बताया कि वह पुलिस की सरकारी गाड़ी के साथ बुधवार रात करीब 10 बजे भगत सिंह स्टेडियम के पास मौजूद थी। उस दौरान पुलिस लाइन की ओर से एक गाड़ी आती दिखाई दी। उस गाड़ी को रोकने का इशारा किया। गाड़ी ड्राइवर ने अचानक बीच सड़क पर गाड़ी को रोक लिया और वापिस मोड़ने की कोशिश करने लगा। इस बीच गाड़ी बंद हो गई। खुद को हरियाणा पुलिस से बताया गाड़ी के पास जाकर चेक किया तो एक व्यक्ति हरियाणा पुलिस की सब इंस्पेक्टर (SI) की वर्दी पहने हुए बैठा था। पास की दूसरी सीट पर एक व्यक्ति पुलिस के सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) की वर्दी पहने हुए बैठा था। गाड़ी की ड्राइवर सीट पर एक व्यक्ति बैठा था, जिसे पुलिस ने गाड़ी के कागजात दिखाने के बारे में कहा तो ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठे व्यक्ति ने खुद को हरियाणा पुलिस कर्मचारी बताया। आई कार्ड मांगने पर घबराया जब उस व्यक्ति को अपना आई कार्ड दिखाने के बारे में कहा तो वह दिखा नहीं पाया और न ही संतोषजनक जवाब दे सका। पीछे की सीट पर बैठा व्यक्ति भी घबरा गया, जिससे उन पर शक हो गया। पीछे बैठा युवक अचानक गाड़ी से निकलकर भागने लगा तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। गाड़ी ड्राइवर ने अपनी पहचान जींद जिले के मुमेर व सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने बैठे व्यक्ति ने अपनी पहचान जींद जिले के रामदिया बताया और पिछली सीट पर सहायक सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने बैठे युवक ने अपनी पहचान फतेहाबाद के जांडली बुर्द का नरेश कुमार बताया। जब गाड़ी को चेक किया, तो उसकी डिग्गी में एक नम्बर प्लेट बरामद हुई। यह गाड़ी की असली नंबर प्लेट थी और जो लगा रखी थी, वो डुप्लीकेट थी।
सिरसा जिले में हरियाणा पुलिस की सब इंस्पेक्टर (SI) और सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) की वर्दी पहने हुए दो युवक पकड़े गए हैं। दोनों ही युवक वर्दी पहने हुए वारदात की फिराक में गाड़ी में घूम रहे थे। इनका असल काम था कि किसी भी व्यक्ति को पहले पैसे डबल करने के झांसे में लेते और बाद में पुलिस आने की कहकर पैसे लेकर भाग जाते। ऐसे में उस व्यक्ति को भी भगा देते, बाद में पता चलता कि धोखाधड़ी हो गई। तीसरा साथी ठगी का शिकार चुनता जानकारी के अनुसार, आरोपी युवकों ने गाड़ी पर भी नंबर प्लेट डुप्लीकेट लगा रखी थी। गाड़ी में दोनों खुद पुलिस की वर्दी में घूमते और तीसरा साथी किसी व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाने के चुनता। इसके बाद उससे साजिश के तहत यह करते। रात्रि को भी यह इसी योजना में घूम रहे थे कि पकड़े गए, अभी पुलिस उनसे पूछताछ में जुटी है। आरोपियों पर पहले से केस दर्ज पुलिस जांच में सामने आया है कि इनके खिलाफ पहले भी दो से तीन केस दर्ज है। इस मामले में आरोपी सुमेर सिंह, रामदिया व नरेश कुमार के खिलाफ सरकारी पुलिस कर्मचारी की वर्दी का प्रतिरोपण करने और धारा 205, 318(4), 336(3), 338, 340(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। सिलसिलेवार पढ़ें मामला पुलिस को दी शिकायत में एएसआई प्रवीण कुमारी ने बताया कि वह पुलिस की सरकारी गाड़ी के साथ बुधवार रात करीब 10 बजे भगत सिंह स्टेडियम के पास मौजूद थी। उस दौरान पुलिस लाइन की ओर से एक गाड़ी आती दिखाई दी। उस गाड़ी को रोकने का इशारा किया। गाड़ी ड्राइवर ने अचानक बीच सड़क पर गाड़ी को रोक लिया और वापिस मोड़ने की कोशिश करने लगा। इस बीच गाड़ी बंद हो गई। खुद को हरियाणा पुलिस से बताया गाड़ी के पास जाकर चेक किया तो एक व्यक्ति हरियाणा पुलिस की सब इंस्पेक्टर (SI) की वर्दी पहने हुए बैठा था। पास की दूसरी सीट पर एक व्यक्ति पुलिस के सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) की वर्दी पहने हुए बैठा था। गाड़ी की ड्राइवर सीट पर एक व्यक्ति बैठा था, जिसे पुलिस ने गाड़ी के कागजात दिखाने के बारे में कहा तो ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठे व्यक्ति ने खुद को हरियाणा पुलिस कर्मचारी बताया। आई कार्ड मांगने पर घबराया जब उस व्यक्ति को अपना आई कार्ड दिखाने के बारे में कहा तो वह दिखा नहीं पाया और न ही संतोषजनक जवाब दे सका। पीछे की सीट पर बैठा व्यक्ति भी घबरा गया, जिससे उन पर शक हो गया। पीछे बैठा युवक अचानक गाड़ी से निकलकर भागने लगा तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। गाड़ी ड्राइवर ने अपनी पहचान जींद जिले के मुमेर व सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने बैठे व्यक्ति ने अपनी पहचान जींद जिले के रामदिया बताया और पिछली सीट पर सहायक सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने बैठे युवक ने अपनी पहचान फतेहाबाद के जांडली बुर्द का नरेश कुमार बताया। जब गाड़ी को चेक किया, तो उसकी डिग्गी में एक नम्बर प्लेट बरामद हुई। यह गाड़ी की असली नंबर प्लेट थी और जो लगा रखी थी, वो डुप्लीकेट थी।