मुजफ्फरपुर के बिहार विश्वविद्यालय में सेमिनार:कुलपति का संदेश टीचर ने पढ़कर सुनाया, एक्सपर्ट ने बताए एआई के फायदे–नुकसान, रिसर्च पेपर की प्रस्तुति होगी
मुजफ्फरपुर स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग में आज ‘रोल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ विषय पर दो दिवसीय सेमिनार की शुरुआत हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन विभागीय शिक्षकों, अतिथियों और छात्रों की उपस्थिति में फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य वक्ताओं ने एआई के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर विचार रखा। सेमिनार के मुख्य वक्ता पटना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. नागेंद्र कुमार झा और रांची विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एम. एन. जुबैरी रहे। दोनों वक्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते उपयोग, उसके सकारात्मक प्रभाव, संभावित खतरे और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि एआई भविष्य की अर्थव्यवस्था और प्रबंधन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इसके उपयोग से उत्पादन क्षमता, वित्तीय प्रबंधन और उद्योग क्षेत्र में तेजी आएगी। लेकिन इसके दुरुपयोग, बेरोजगारी की आशंका और डेटा सुरक्षा जैसे खतरे भी अनदेखे नहीं किए जा सकते। कुलपति का संदेश पढ़कर सुनाया कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. आलोक सिंह ने की। कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उनका संदेश डॉ. सुमी शर्मा ने पढ़कर सुनाया, जिसमें उन्होंने एआई को बदलते समय की मांग बताया। कार्यक्रम में बिहार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. समीर कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो. बी. एस. राय सहित कई वरिष्ठ शिक्षकों ने एआई विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। डीन और निदेशक ने छात्रों को जागरूक कराया। वाणिज्य संकाय के डीन प्रो. सैयद आले मुज्तबा और वाणिज्य व प्रबंधन विभाग के निदेशक प्रो. रवि कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को एआई के फायदे और नुकसान दोनों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एआई ज्ञान छात्रों की सबसे बड़ी पूंजी होगी। कई शिक्षकों ने बताया एआई का बढ़ता महत्व सेमिनार में प्रो. गोविंद कुमार जालान, प्रो. सुभाष कुमार, प्रो. अनिता कुमारी, प्रो. प्रियंका दीक्षित समेत कई शिक्षकों ने एआई को नए युग का अहम उपकरण बताया। दूसरे दिन रिसर्च पेपर प्रस्तुति के साथ होगा समापन सेमिनार के दूसरे दिन बुधवार को छात्र और शोधार्थी टेक्निकल सेशन सेकेण्ड में अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगे, जिसके बाद कार्यक्रम का विधिवत समापन किया जाएगा।
मुजफ्फरपुर स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग में आज ‘रोल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ विषय पर दो दिवसीय सेमिनार की शुरुआत हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन विभागीय शिक्षकों, अतिथियों और छात्रों की उपस्थिति में फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य वक्ताओं ने एआई के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर विचार रखा। सेमिनार के मुख्य वक्ता पटना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. नागेंद्र कुमार झा और रांची विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एम. एन. जुबैरी रहे। दोनों वक्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते उपयोग, उसके सकारात्मक प्रभाव, संभावित खतरे और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि एआई भविष्य की अर्थव्यवस्था और प्रबंधन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इसके उपयोग से उत्पादन क्षमता, वित्तीय प्रबंधन और उद्योग क्षेत्र में तेजी आएगी। लेकिन इसके दुरुपयोग, बेरोजगारी की आशंका और डेटा सुरक्षा जैसे खतरे भी अनदेखे नहीं किए जा सकते। कुलपति का संदेश पढ़कर सुनाया कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. आलोक सिंह ने की। कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उनका संदेश डॉ. सुमी शर्मा ने पढ़कर सुनाया, जिसमें उन्होंने एआई को बदलते समय की मांग बताया। कार्यक्रम में बिहार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. समीर कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो. बी. एस. राय सहित कई वरिष्ठ शिक्षकों ने एआई विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। डीन और निदेशक ने छात्रों को जागरूक कराया। वाणिज्य संकाय के डीन प्रो. सैयद आले मुज्तबा और वाणिज्य व प्रबंधन विभाग के निदेशक प्रो. रवि कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को एआई के फायदे और नुकसान दोनों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एआई ज्ञान छात्रों की सबसे बड़ी पूंजी होगी। कई शिक्षकों ने बताया एआई का बढ़ता महत्व सेमिनार में प्रो. गोविंद कुमार जालान, प्रो. सुभाष कुमार, प्रो. अनिता कुमारी, प्रो. प्रियंका दीक्षित समेत कई शिक्षकों ने एआई को नए युग का अहम उपकरण बताया। दूसरे दिन रिसर्च पेपर प्रस्तुति के साथ होगा समापन सेमिनार के दूसरे दिन बुधवार को छात्र और शोधार्थी टेक्निकल सेशन सेकेण्ड में अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगे, जिसके बाद कार्यक्रम का विधिवत समापन किया जाएगा।